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अटल बिहारी वाजपेयी की आज 100वी जयंती... देखें पैंट शर्ट से लेकर बैलगाड़ी तक की उनकी दुर्लभ तस्वीरेंAtal Bihari Vajpayee Rare Photos: देश के तीन बार प्रधानमंत्री रहे करिश्माई नेता और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की बुधवार को 100वीं जयंती है. 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कृष्ण बिहारी वाजपेयी और कृष्णा देवी के घर जन्मे अटल बिहारी वाजपेयी के पास चार दशक से अधिक समय का संसदीय अनुभव था. वे 1957 से संसद सदस्य रहे. वे 5वीं, 6वीं, 7वीं लोकसभा और फिर उसके बाद 10वीं, 11वीं, 12वीं और 13वीं लोकसभा में चुनाव जीतकर पहुंचे. इसके अलावा 1962 और 1986 में दो बार वे राज्यसभा के सदस्य भी रहे. वर्ष 2004 में वे पांचवी बार लगातार लखनऊ से चुनाव जीतकर लोक सभा पहुंचे.
आरएसएस के दूसरे सरसंघचलाक माधव सदाशिव गोलवलकर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर.
वाजपेयी इकलौते नेता हैं, जिन्हें चार अलग-अलग राज्यों (उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश और दिल्ली) से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचने का गौरव हासिल है. एक प्रधानमंत्री के तौर पर उनका कार्यकाल इतना गौरवशाली रहा कि एक दशक के बाद भी उस कार्यकाल को न सिर्फ याद किया जाता है, बल्कि उस पर अमल भी किया जाता है. इसमें पोखरण परमाणु परीक्षण, आर्थिक नीतियों में दूरदर्शिता आदि शामिल हैं. आधारभूत संरचना के विकास की बड़ी योजनाएं जैसे राष्ट्रीय राजमार्ग और स्वर्णिम चतुर्भुज योजनाएं भी इनमें शामिल हैं. बहुत ही कम ऐसे प्रधानमंत्री हुए जिन्होंने समाज पर इतना सकारात्मक प्रभाव छोड़ा.
अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी और भैरों सिंह शेखावत की यादगार तस्वीर.
अटल ने ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज (अब लक्ष्मीबाई कॉलेज) से स्नातक किया. इसके बाद उन्होंने कानपुर के डीएवी कॉलेज से राजनीतिशास्त्र में परास्नाएतक की डिग्री हासिल की. शिक्षा के दौरान कई साहित्यिक, कलात्मक और वैज्ञानिक उपलब्धियां उनके नाम रहीं. उन्होंने राष्ट्रधर्म (मासिक पत्रिका), पाञ्चजन्य (हिंदी साप्ताहिक) के अलावा दैनिक अखबारों जैसे स्वदेश और वीर अर्जुन का संपादन किया. इसके अलावा भी उनकी बहुत सी किताबें प्रकाशित हुईं, जिनमें मेरी संसदीय यात्रा-चार भाग में, मेरी इक्यावन कविताएं, संकल्प काल, शक्ति से शांति, फोर डीकेड्स इन पार्लियामेंट 1957-95 (स्पीचेज इन थ्री वॉल्यूम), मृत्यु या हत्याध, अमर बलिदान, कैदी कविराज की कुंडलियां (इमरजेंसी के दौरान जेल में लिखी गई कविताओं का संकलन), न्यू डाइमेंसंस ऑफ इंडियाज फॉरेन पॉलिसी आदि प्रमुख हैं.
12 नवंबर 1973 में अटल बिहारी वाजपेयी बैलगाड़ी से संसद पहुंचे थे. वो पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने का विरोध कर रहे थे.
वाजपेयी 1951 में जनसंघ के संस्थापक सदस्य और फिर 1968-1973 में भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष और 1955-1977 तक जनसंघ संसदीय पार्टी के नेता रहे. वह 1977 से 1980 तक जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य के रूप में और 1980 से 1986 तक भाजपा के अध्यक्ष रहे. साथ ही 1980-1984, 1986, 1993-1996 में वे भाजपा संसदीय दल के नेता रहे. ग्यारहवीं लोक सभा के दौरान वह नेता विपक्ष के पद पर रहे. इससे पहले मोरार जी देसाई की सरकार में उन्होंने 24 मार्च 1977 से 28 जुलाई 1979 तक विदेश मंत्री का पदभार भी संभाला.
इंदिरा गांधी से बात करते अटल बिहारी वाजपेयी.
वाजपेयी के 1998-99 के प्रधानमंत्री के कार्यकाल को दृढ़ निश्चय के एक साल के रूप में जाना जाता है. इसी दौरान 1998 के मई महीने में भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया था, जिन्होंने परमाणु परीक्षण को सफलतापूर्वक अंजाम दिया. फरवरी 1999 में पाकिस्तान बस यात्रा ने उपमहाद्वीप की परेशानियों को सुलझाने के लिए एक नए दौर का सूत्रपात किया. इसे चहुंओर प्रशंसा मिली. इस मामले में भारत की ईमानदार कोशिश ने वैश्विक समुदाय में अच्छा प्रभाव छोड़ा. बाद में जब मित्रता का यह रूप धोखे के रूप में कारगिल के तौर पर परिलक्षित हुआ, तब भी वाजपेयी ने विषम परिस्थितियों का सफलतापूर्वक मुकाबला किया और घुसपैठियों को बाहर खदेड़ने में सफलता हासिल की.
रामायण की सीता दीपिका चिखलिया के साथ अटल बिहारी वाजपेयी.
वाजपेयी जी को राष्ट्र के प्रति उनके सेवाओं के मद्देनजर वर्ष 1992 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया. उन्हें लोकमान्य तिलक पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ संसद सदस्य आदि पुरस्कार से नवाजा गया. इससे पहले 1993 में कानपुर विश्वदविद्यालय ने मानद डॉक्ट्रेट की उपाधि से नवाजा था. वर्ष 2014 में उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा की गयी और मार्च 2015 में उन्हें भारत रत्न से प्रदान किया गया. उन्हें 2015 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न की उपाधि से अलंकृत किया गया.
पीएम नरेंद्र मोदी के साथ अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर.
राजनीति में वाजपेयी की कुशलता किसी से छिपी नहीं, लेकिन शायद जिस बात ने उन्हें अपने साथी राजनेताओं और आम आदमी के बीच अधिक लोकप्रिय बनाया, वह था उनका काव्यात्मक पक्ष, जो अक्सर उनके जोशीले भाषणों में झलकता था. पूर्व प्रधानमंत्री ने संसद में बोलते समय अपने वाक् कला और चुटीली टिप्पणियों के कारण विपक्ष के सदस्यों से भी प्रशंसा प्राप्त की तथा काव्य से भरपूर उनके सार्वजनिक भाषणों ने भीड़ की भी जमकर तालियां बटोरीं. वाजपेयी का 93 साल की उम्र में लंबी बीमारी के बाद 16 अगस्त 2018 को निधन हो गया था.
आरएसएस की शाखा में अटल बिहारी वाजपेयी.
अपनी 13 दिन की अल्पमत सरकार के विश्वास मत से पहले 27 मई, 1996 को संसद में अपने जोरदार और प्रेरक भाषण में वाजपेयी ने प्रसिद्ध टिप्पणी की थी, “सत्ता का तो खेल चलेगा, सरकारें आएंगी, जाएंगी; पार्टियां बनेंगी, बिगड़ेंगी; मगर ये देश रहना चाहिए, इस देश का लोकतंत्र अमर रहना चाहिए.” तब वाजपेयी की सरकार गिर गयी थी.
अटल बिहारी वाजपेयी अपने पालतू कुत्तों के साथ.
अपनी हास्य बोध के लिए समान रूप से विख्यात वाजपेयी ने एक बार कहा था, “मैं राजनीति छोड़ना चाहता हूं पर राजनीति मुझे नहीं छोड़ती.” उन्होंने कहा था, “लेकिन, चूंकि मैं राजनीति में आया और इसमें फंस गया, मेरी इच्छा थी और अब भी है कि मैं इसे बेदाग छोड़ूं और मेरी मृत्यु के बाद लोग कहें कि वह एक अच्छे इंसान थे, जिन्होंने अपने देश और दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाने का प्रयास किया.” और, वाजपेयी को शायद इसी तरह याद किया जाएगा.
भारत विकास परिषद् का 31वां राष्ट्रीय अधिवेशन 28-29 दिसंबर को होगा
भारत विकास परिषद् अपना 31वां राष्ट्रीय अधिवेशन आगामी 28-29 दिसंबर को पंजाब के फगवाड़ा में स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में मानाने जा रहा है. इस राष्ट्रीय अधिवेशन में परिषद् के देशभर से हज़ारों की संख्या में कार्यकर्ताओं का आना होगा और देश में परिषद् के 10 क्षेत्रों की गत 2 वर्षों के कार्यों की समीक्षा एवं भविष्य की दिशा तय होगी. अधिवेशन के माध्यम से परिषद् के हज़ारों कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा एवं परिषद् के प्रभावी कार्यों को बारीकी से समझने का मौका मिलता है.
राष्ट्रीय अधिवेशन में परिषद् के शीर्ष नेतृत्व आगामी वर्षों के लिए देश के विकास से संबंधित नए आयामों एवं समाज परिवर्तन के पंचसूत्र जैसे पर्यावरण, नागरिक कर्तव्य, सामाजिक समरसता, स्वदेशी, महिला सशक्तिकरण व उत्थान एवं कुटुंब प्रबोधन को परिषद् की वर्तमान कार्यपद्धति में समाहित करने जैसे विषयों पर मार्गदर्शन भी दिया जाएगा.
इसी कड़ी में दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव में एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें भारत विकास परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व न्यायमूर्ति उच्चतम न्यायालय आदर्श कुमार गोयल ने बताया कि भारत विकास परिषद देश भर में संस्कार और सेवा कार्यों में जुटी है.
भारत विकास परिषद् के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुरेश जैन ने अधिवेशन को लेकर विस्तार से जानकारी दी.
परिषद के मीडिया प्रकल्प के नेशनल वाइस चेयरमैन विपिन गुप्ता ने कहा कि मीडिया समूहों की सदैव से ही भारत विकास परिषद् के समाज परिवर्तन के कार्यों को आमजन से अवगत करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही है और साथ ही परिषद् के राष्ट्रीय पर्व जैसे अधिवेशनों में मीडिया साथियों का रहना भी होता रहा है. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भारत विकास परिषद् के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी प्रेम शंकर सिंह ने पत्रकारों से अधिवेशन के लिए जालंधर चलने का अनुरोध किया.
इन 5 मौकों पर नजर आता है किसी इंसान का असली चेहरा, पता चलती है नीयत
Life Lessons For Mental Health: कहते हैं जिंदगी जो सबक सिखाती है, उससे बड़े सबक कोई नहीं सिखा सकता. ये सबक मरते दम तक काम आते हैं. जीवन के हर पड़ाव में ऐसे ही सबक हम सीखते जाते हैं. पर क्या आप जानते हैं कि जीवन में कई परिस्थितियां ऐसी आती हैं, जो आपको आपके रियल स्वभाव से परिचित कराती हैं. तभी आप जान पाते हैं कि आपके अंदर किसी विपरीत परिस्थिति से पार उतरने का कितना जज्बा है. केवल आप ही नहीं आपके आसपास के लोगों के असली रंग भी इस दौरान सामने आते हैं. इस लेख में जानें कब आप किसी का असली चेहरा देख व समझ सकते हैं.
कब दिखता है असली चेहरा - When person will show their true real faceतनाव के दौरानजब व्यक्ति अत्यधिक तनाव में होता है तो वो जो बर्ताव करता है वह कभी बनावटी नहीं हो सकता. तब उस व्यक्ति की असली पर्सनालिटी सामने आती है. ऐसे में कोई धीरज से काम लेता है तो कोई अपना आपा खो देता है. इसी से पता चलता है कि सामने वाले का असली व्यक्तित्व कैसा है.
असफलता के समयसफलता तो सबको रास आती है पर असफलता के दिन सब बर्दाश्त नहीं कर पाते. यह वो समय होता है जब कोई इंसान खुद को भीतर से टूटा हुआ महसूस करता है. वह असफलता को कैसे हैंडल करता है, इसी से पता चलता है कि वह मुश्किल दिनों में कितना सहज रह पाता है. जब लोग असफल होते हैं तो उनका असली चेहरा सामने आता है. अमूमन इस समय में लोग ऐसा बर्ताव करते हैं जिसमें झल्लाहट, खीझ दिखती है. बेवजह का गुस्सा दिखता है, जो उनके भीतर कब का भरा हुआ होता है.
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जब पावर मिलती हैकहा जाता है कि पॉवर ऐसी चीज है जो बड़े-बड़ों का दिमाग खराब कर सकती है. जब सत्ता या शक्ति, अथॉरिटी हाथ में आती है तो लोगों का असली चरित्र सामने आता है. इसी समय में लोगों के नकारात्मक पहलू भी दिखने लगते हैं. वे ऐसे काम करने लगते हैं जो उन्होंने पहले नहीं किए होते. उन्हें लगता है कि दुनिया उनके कदमों में है और वे जो करेंगे वही सही है. ऐसे समय में व्यक्ति की सोच, सही-गलत का चुनाव प्रत्यक्ष होने लगता है.
जब प्लान फेल होने लगेजीवन में कब क्या हो जाए, कहा नहीं जा सकता. लोग योजनाएं, लक्ष्य बनाते हैं और कई बार उनके बनाए सारे प्लान विफल हो जाते हैं. वे जो भी करना चाहते हैं कर नहीं पाते. या जो कर रहे हैं उसमें सफलता नहीं मिल रही होती. यह ऐसा समय होता है जब कोई भी टूट जाए. इस समय में किसी भी शख्स का असली चेहरा दुनिया को दिखता है. जो इस कठिन समय को सहजता से पार कर जाता है, दुनिया उसे सलाम करती है.
जब कोई ना देख रहा होकिसी का असली चेहरा तब सामने आता है जब उसे लगता है कि उसे देखने वाला, रोकने वाला कोई नहीं है. जब वह अकेला हो. जब उसे किसी को इंप्रेस ना करना हो और ये डर भी ना हो कि उसके बर्ताव से कोई नाराज हो जाएगा. जब अपनों के बंधन ना हों तो व्यक्ति जो करता है, वह उसका असली चरित्र दर्शाता है.
पन्नू की महाकुंभ वाली धमकी और यूपी पुलिस की जल, थल और नभ वाली तैयारी, जानिए अमिताभ यश ने क्या कहा
Pannu s Mahakumbh Threat: यूपी में अपने तीन खालिस्तानी आतंकियों की मौत से प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस का आतंकी गुरपवंत पन्नू बिलबिला रहा है. उसने वीडियो जारी कर महाकुंभ में इसका बदला लेने की धमकी दी है. अमेरिका से आतंकी पन्नू ने धमकी भरा एक वीडियो जारी किया है और सोमवार को यूपी पुलिस की मुठभेड़ में मारे गए तीनों खालिस्तानी आतंकियों को निर्दोष बताते हुए इसका बदला महाकुंभ में लेने की बात कही है, हालांकि, पन्नू कई बार भारत को ऐसी गीदड़भभकी दे चुका है. मगर, मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है तो एजेंसियां उसकी धमकी के बाद और सतर्क हो गईं हैं.
क्या कहा अमिताभ यश ने?पन्नू की धमकी के कुछ घंटे बाद ही यूपी के एडीजी ला एंड आर्डर अमिताभ यश महाकुंभ स्थल पहुंचे. अमिताभ यश ने घोड़े पर बैठकर महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर उन्हें जरूरी दिशा निर्देश दिए. मीडिया से बातचीत में अमिताभ यश ने कहा कि पुलिस हर तरह की धमकी की निगरानी कर रही है. यह कोशिश की जा रही है कि महाकुंभ पूरी तरह सुरक्षित के साथ ही दिव्य और भव्य रहे. सभी तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. जल, थल और नभ तीनों ही जगह से निगरानी की जाएगी. भरोसा दिलाता हूं कि आस्था के इस आयोजन को सकुशल संपन्न कराने में यूपी पुलिस अपना बेस्ट प्रदर्शन करेगी. महाकुंभ में सुरक्षा को लेकर हर तरह के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं.
कैसी होगी महाकुंभ की सुरक्षा?अमिताभ यश ने आगे कहा कि किसी शरारती तत्व द्वारा की गई या प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए लगातार मॉक ड्रिल की जा रही है. श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा के भी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं. अभी तक जो व्यवस्थाएं सुरक्षा के मद्देनजर की गईं है, वह संतोषजनक है. पुलिसकर्मी अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें, इसलिए सभी की ट्रेनिंग कराई जा रही है. पानी के अंदर से भी निगरानी कराई जाएगी. इसके साथ ही हवाई निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सहारे फेस रिकॉग्निशन और हेड काउंट किए जाएंगे. यहां आने वाले हर व्यक्ति को जांचा परखा जाएगा. हर आयोजन पर पुलिस की पैनी निगाह रहेगी. जो बचे हुए काम हैं, उन्हें जल्द से जल्द पूरा करने की हिदायत दी गई है. घुड़सवार पुलिस के जरिए भी निगहबानी करने और क्राउड कंट्रोल करने का काम किया जाएगा. यूपी पुलिस के लिए महाकुंभ एक ऐसे अवसर की तरह है, जिसमें हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है.
जी एंटरटेनमेंट ऑडिट मामले में गड़बड़ी को लेकर डेलॉयट हैसकिन्स पर 2 करोड़ रुपये का जुर्माना
नेशनल फाइनेंशियल रिपोर्टिंग अथॉरिटी यानी NFRA ने मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2019 और 2020 के लिए जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज (ZEEL) के ऑडिट के बारे में कथित पेशेवर अनुशासनहीनता के लिए डेलॉयट हैसकिन्स एंड सेल्स LLP पर 2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. इसके साथ ही 2 चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) पर कुल 15 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
NFRA ने डीबी रियल्टी की ऑडिटिंग ( Statutory Audit) के मामले में 2 चार्टर्ड अकाउंटेंट पर 8 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. इनमें से पहले CA को 5 और दूसरे CA को 3 साल के लिए बैन भी कर दिया गया है.
ZEEL के मामले में NFRA ने पाया कि ऑडिटर्स ने कई खतरे के संकेतों को नजरअंदाज कर दिया था. इसके तहत प्रमोटरों की भूमिका, फिक्स्ड डिपॉजिट के विनियोजन का आधार और इस ग्रुप की अन्य कंपनियों के बीच लेनदेन जैसे महत्वपूर्ण कारकों को ध्यान में नहीं रखा गया था.
NFRA ने ये भी पाया कि ZEEL ने अपने पैसे का गलत इस्तेमाल किया. संबंधित पक्षों के साथ अनधिकृत लेनदेन किया. यह ऑडिट कमिटी, बोर्ड और शेयर होल्डरों की मंजूरी के बिना किया गया था.
NFRA ने अपने आदेश में कहा, हमारे पास यह मानने के कारण हैं कि ऑडिटरों ने एक पब्लिक इंट्रेस्ट यूनिट के ऑडिट में अपेक्षित ऑडिट क्वालिटी सुनिश्चित नहीं की. पेशेवर कर्तव्यों के संचालन में घोर लापरवाही की गई.
डेलॉयट हैसकिन्स के प्रवक्ता ने NFRA के आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, हमें फर्म और 2 रिटायर्ड भागीदारों के खिलाफ NFRA के आदेश मिले हैं. फिलहाल हम अपनी अगली कार्रवाई तय करने के लिए आदेश की समीक्षा कर रहे हैं. हम ऑडिट क्वालिटी के हाई पैरामीटर्स को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
पनामा, टैक्स... ट्रंप के अरमान, दुनिया परेशान! एक्सपर्ट से समझिए क्या है चतुर चाल
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अपने बयानों को लेकर हमेशा से ही सुर्खियां बटोरते रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में अपने पिछले कार्यकाल के दौरान ट्रंप के कई बयानों ने हलचल मचाई थी तो इस बार अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले ही ट्रंप अपने पांच बयानों से घमासान मचा रहे हैं. अमेरिका को फिर से महान बनाने के दावे के साथ ट्रंप सत्ता में लौटे हैं. ऐसे में उनके हर बयान के मायने हैं. सबसे पहले जानते हैं कि आखिर वो कौनसे पांच बयान हैं, जिन्हें लेकर काफी बातें हो रही हैं. साथ ही जानेंगे कि पनामा पर उनके बयान पर क्या कहते हैं एक्सपर्ट.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत अमेरिका के कुछ उत्पादों पर काफी ज्यादा शुल्क लगाता है और उन्होंने एक बार फिर इसके बदले में भारतीय उत्पादों पर इसी तरह ज्यादा शुल्क लगाने की बात कही है. ट्रंप ने हाल ही में कहा कि आम तौर पर देखा जाता है कि अगर वे हम पर शुल्क लगाते हैं तो हम भी उन पर उतना ही शुल्क लगाते हैं, लगभग सभी मामलों में वे हम पर शुल्क लगा रहे हैं, जबकि हम उन पर शुल्क नहीं लगा रहे हैं. उन्होंने चीन के साथ संभावित व्यापार समझौते पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की. ट्रंप ने कहा कि भारत और ब्राजील उन देशों में शामिल हैं जो कुछ अमेरिकी उत्पादों पर काफी ज्यादा शुल्क लगाते हैं.
ट्रंप ने कहा कि अगर भारत हमसे 100 प्रतिशत शुल्क लेता है, तो क्या हम उससे बदले में कुछ नहीं लेंगे? आप वाकिफ हैं, वे साइकिल भेजते हैं और हम उन्हें साइकिल भेजते हैं. वे हमसे 100 और 200 प्रतिशत शुल्क लेते हैं. भारत बहुत ज्यादा शुल्क लेता है. ब्राजील भी बहुत ज्यादा शुल्क लेता है, अगर वे हमसे शुल्क लेना चाहते हैं तो ठीक है, लेकिन हम उनसे इसी तरह ज्यादा शुल्क लेंगे.
अमेरिका की राजनीति में ट्रांसजेंडर का मुद्दा काफी वक्त से छाया रहा है. डोनाल्ड ट्रंप ने इस मुद्दे को लेकर अपना रुख साफ किया है. ट्रंप ने ऐलान किया है कि वह अमेरिका के राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद सेना से ट्रांसजेंडरों को बाहर करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका में दो ही जेंडर हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका की यह आधिकारिक नीति होगी कि सिर्फ दो जेंडर हैं, पुरुष और महिला.
साथ ही कहा कि मैं सबसे पहला आदेश बाल यौन विकृति को समाप्त करने, अमेरिकी सेना, प्राथमिक विद्यालयों, माध्यमिक और हाईस्कूलों से सभी ट्रांसजेंडर्स को हटाने का जारी करूंगा. उनके इस फैसले से अमेरिका की सेना में काम कर रहे 15 हजार ट्रांसजेंडर्स पर असर पड़ेगा.
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में घोषणा की कि वह जनवरी में अपने पदभार ग्रहण करने के पहले दिन ही ऐसे आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसके तहत मेक्सिको और कनाडा से आने वाले सभी सामानों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा. यह तब तक लागू रहेगा जब तक कि वे अपने देशों से अमेरिका में अवैध अप्रवासियों और ड्रग्स, खास तौर से फेंटानाइल के प्रवाह को न रोकें.
रिपोर्टों से पता चलता है कि ट्रंप के फ्लोरिडा रिसॉर्ट मार-ए-लागो में एक डिनर के दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा और मैक्सिकों के उत्पादों पर टैरिफ को टालने की बात कही. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने अपने प्रस्तावित टैरिफ को सीमा सुरक्षा, ड्रग्स की तस्करी पर अंकुश लगाने और व्यापार घाटे को कम करने के लिए जरूरी बताया. हालांकि, ट्रूडो ने इस पर आपत्ति जताते हुए चेतावनी दी कि ऐसे कदम कनाडा की अर्थव्यवस्था को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसके बाद ट्रंप ने कहा, शायद कनाडा अमेरिका का 51वां राज्य बन जाए और ट्रूडो इसके गवर्नर बन जाएं. इससे कनाडाई नेता घबराकर हंस पड़े.
इसके बाद ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, महान राज्य के कनाडा के गवर्नर जस्टिन ट्रूडो के साथ उस रात डिनर करना खुशी की बात थी. मैं जल्द ही गवर्नर से फिर मिलने की उम्मीद करता हूं ताकि हम टैरिफ और व्यापार पर अपनी गहन बातचीत जारी रख सकें, जिसके परिणाम सभी के लिए वास्तव में शानदार होंगे.
ग्रीनलैंड डेनमार्क का सेमी ऑटोनोमस इलाका है. खूबसूरत ग्रीनलैंड को ट्रंप अमेरिका के पास रखना चाहते हैं. अपने पहले कार्यकाल में भी उन्होंने यही इच्छा जाहिर की थी, अब कह रहे हैं कि देश की सुरक्षा और दूसरी वजहों से ग्रीनलैंड पर हमारा नियंत्रण होना बेहद जरूरी है. हालांकि ग्रीनलैंड के प्रीमियर म्यूट एगेडे ने ट्रप को सख्त जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि ग्रीनलैंड हमारा है. हम बिकाऊ नहीं हैं और न कभी बिकाऊ होंगे.
डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान की कई वजह हैं. दरअसल, ग्रीनलैंड कई अहम खनिजों का भंडार है. दुनिया का 10 फीसदी ताजा पानी यहीं पर है. सबसे बड़ी बात ये कि इसकी सामरिक अहमियत है और यहां चीन का बढ़ता आर्थिक दखल भी अमेरिका को पसंद नहीं है.
ग्रीनलैंड को लेकर ट्रंप का बयान नाटो देशों को लेकर उनके अनमनेपन का भी सबूत है.
ग्रीनलैंड जैसी ही धमकी वो पनामा को भी दे चुके हैं. पनामा को लेकर ट्रंप ने कहा, हमारी नेवी और कारोबारियों के साथ बहुत ही गलत तरीके से व्यवहार होता है, जो फीस पनामा लेता है वो हास्यास्पद और बहुत ही ज्यादा यादा है, खास तौर पर पनामा के साथ बरती गई उदारता को देखते हुए. मैं कह रहा हूं कि हमारे देश को लूटने का काम फौरन बंद हो जाएगा, ये बंद होने जा रहा है. पनामा नहर के सुरक्षित, कुशल और भरोसेमंद संचालन में अमेरिका का बड़ा और अपना हित है.
पनामा नहर 1999 तक अमेरिका के पास थी, अब अमेरिका इसे फिर से अपने कब्जे में लेने के लिये इसे छीनने की भी धमकी दे रहा है.
- हर साल 14,000 कंटेनर शिप इस नहर से होकर गुजरते हैं
- पनामा नहर उत्तरी और दक्षिण अमेरिका के बीच स्थित है
- अटलांटिक और प्रशांत महासागर के बीच की दूरी बहुत कम हो जाती है
- यहां से गुजरने वाले जहाजों से पनामा फीस लेता है
- यह नहर पनामा की आय का अहम स्रोत है
इस मुद्दे को लेकर ट्रंप को पनामा के राष्ट्रपति ने भी फटकारा और कहा कि पनामा की आजादी के साथ कोई समझौता किया ही नहीं जा सकता है.
ट्रंप 20 जनवरी को शपथ लेने वाले हैं, लेकिन इससे पहले उनके बयान लगातार विवाद खड़ा कर रहे हैं. अपने पड़ोसियों से लेकर हमेशा से अमेरिका के दोस्त रहे पश्चिम यूरोपीय देश तक उनके बयानों से असहज महसूस कर रहे हैं और ये सब तो शपथ से पहले है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?सामरिक मामलों के जानकार ब्रह्मा चेलानी ने एनडीटीवी से कहा कि पनामा नहर या ग्रीनलैंड का मामला एक तरह से दबाव की रणनीति है.
उन्होंने कहा, ट्रंप चाहते हैं कि पनामा नहर से गुजरने वाले अमेरिकी जहाजों पर अपनी फीस कम करे. इन जहाजों को लेकर फीस घटाने के लिए ट्रंप इस तरह की धमकी दे रहे है. 1970 के दशक में अमेरिका ने पनामा के साथ जो ट्रीटी साइन की थी, उसके तहत अमेरिका के पास दोबारा पनामा नहर को लेने का कोई हक ही नहीं है.
उन्होंने कहा, डोनाल्ड ट्रंप चतुर बिजनेसमैन हैं और जब वो अमेरिका के लिए कोई फायदा देखते हैं तो कोशिश करते हैं कि अमेरिका के लाभों को बढ़ाएं.
साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रंप भारत के खिलाफ भी कुछ न कुछ करेंगे. वो पहले भी इस बारे में कह चुके हैं.
हालांकि चेलानी ने कहा कि कनाडा या पनामा या ग्रीनलैंड के खिलाफ ट्रंप की धमकियां खोखली हैं. वह अमेरिका में मौजूद अपने नेशनलिस्ट बेस को संबोधित कर रहे हैं.
पुरानी कारों की बिक्री में ‘मार्जिन’ होने पर ही देना होगा GST
पंजीकृत इकाई को पुराने वाहन की बिक्री पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) विक्रेता को मार्जिन यानी लाभ होने पर ही देना होगा. ‘मार्जिन राशि से आशय बिक्री मूल्य का वाहन के मूल्यह्रास समायोजित लागत मूल्य से अधिक होने से है. मामले से जुड़े एक जानकार ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उल्लेखनीय है कि जीएसटी परिषद ने पिछले सप्ताह अपनी बैठक में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) सहित सभी पुराने यानी ‘सेकेंड हैंड वाहनों की बिक्री पर जीएसटी की 18 प्रतिशत की एकल दर निर्धारित करने का निर्णय लिया. पहले अलग-अलग दरें लगाई जाती थी. यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को पुरानी कार बेचता है, तो उस पर जीएसटी नहीं लगेगा.
मामले से जुड़े जानकार ने कहा कि जहां पंजीकृत इकाई ने आयकर अधिनियम 1961 की धारा 32 के तहत मूल्यह्रास का दावा किया है, ऐसी स्थिति में जीएसटी केवल आपूर्तिकर्ता के ‘मार्जिन वाले मूल्य पर देना होगा. ‘मार्जिन मूल्य ऐसे सामान की आपूर्ति के लिए प्राप्त कीमत और मूल्यह्रास मूल्य के बीच का अंतर है.
उन्होंने कहा, ‘‘जहां ऐसा ‘मार्जिन मूल्य नकारात्मक है, वहां कोई जीएसटी नहीं लगेगा.
नकारात्मक मार्जिन पर नहीं देना होगा जीएसटीउदाहरण के लिए, यदि कोई पंजीकृत इकाई 20 लाख रुपये की खरीद कीमत वाले किसी पुराने या सेकेंड हैंड वाहन को 10 लाख रुपये में बेच रही है और उसने आयकर अधिनियम के तहत उसपर आठ लाख रुपये के मूल्यह्रास का दावा किया है, तो उसे कोई जीएसटी नहीं देना होगा. इसका कारण यह है कि आपूर्तिकर्ता का बिक्री मूल्य 10 लाख रुपये है और जबकि मूल्यह्रास के बाद उस वाहन की मौजूदा कीमत 12 लाख रुपये बैठती है. इस तरह विक्रेता को बिक्री पर कोई लाभ नहीं मिल रहा है.
यदि उपरोक्त उदाहरण में मूल्यह्रास के बाद मूल्य 12 लाख रुपये पर समान रहता है और बिक्री मूल्य 15 लाख रुपये है, तो आपूर्तिकर्ता के ‘मार्जिन यानी तीन लाख रुपये पर 18 प्रतिशत की दर से जीएसटी देना होगा.
किसी भी अन्य मामले में, जीएसटी केवल उस मूल्य पर लगेगा जो आपूर्तिकर्ता का ‘मार्जिन यानी बिक्री मूल्य और खरीद मूल्य के बीच का अंतर है. फिर, जहां ऐसा ‘मार्जिन नकारात्मक है, वहां कोई जीएसटी नहीं लगेगा.
उदाहरण के लिए, यदि कोई पंजीकृत इकाई किसी व्यक्ति को पुराना वाहन 10 लाख रुपये में बेच रही है और पंजीकृत इकाई द्वारा वाहन की खरीद कीमत 12 लाख रुपये थी, तो उसे ‘मार्जिन के रूप में कोई जीएसटी देने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इस मामले में आपूर्तिकर्ता का ‘मार्जिन नकारात्मक है.
यह एक स्वागतयोग्य कदम है : अग्रवालऐसे मामलों में जहां वाहन की खरीद कीमत 20 लाख रुपये और बिक्री मूल्य 22 लाख रुपये है, आपूर्तिकर्ता के ‘मार्जिन यानी दो लाख रुपये पर 18 प्रतिशत जीएसटी देना होगा.
ईवाई के कर भागीदार सौरभ अग्रवाल ने कहा कि जीएसटी परिषद ने पुराने इलेक्ट्रिक और पेट्रोल-डीजल से चलने वली छोटी कारों पर जीएसटी दर 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत करने की सिफारिश की है. इसे बड़ी कारों और एसयूवी के लिए निर्धारित दर के स्तर पर लाया गया है.
उल्लेखनीय है कि ‘सेकेंड हैंड वाहनों पर जीएसटी केवल मार्जिन पर लागू किया जाएगा, न कि वाहनों के बिक्री मूल्य पर (बिक्री मूल्य से वाहन की आयकर मूल्यह्रास लागत या खरीद मूल्य को घटाकर).
प्रस्तावित संशोधन से पहले, पुराने इलेक्ट्रिक वाहन पर जीएसटी वाहन के पूर्ण बिक्री मूल्य पर लागू होता था.
अग्रवाल ने कहा, ‘‘इसलिए, प्रस्तावित बदलाव को पुराने इलेक्ट्रिक वाहन के लिए बाधा के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. यह एक स्वागतयोग्य कदम है क्योंकि इससे पुराने इलेक्ट्रिक वाहन की लागत में कमी आने की संभावना है.
सेल के संचार प्रयासों को PRSI ने सराहा, 8 पुरस्कारों से किया सम्मानित
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) को पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई) द्वारा आठ राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है. कंपनी को ये पुरस्कार (पीआरएसआई) द्वारा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 20 से 22 दिसंबर के दौरान आयोजित 46वें अखिल भारतीय जनसंपर्क सम्मेलन में प्रदान किया गया. सेल को मिले विभिन्न पुरस्कार कंपनी के संचार प्रयासों की उत्कृष्टता को दर्शाते हैं.
सेल को इन आठ श्रेणियों में इसलिए किया पुरस्कृतई-न्यूजलेटर श्रेणी: कंपनी के न्यूज़ बुलेटिन “सेलट्रैक” को उसकी प्रभावी प्रस्तुति और जानकारीपूर्ण होने के लिए पुरस्कृत किया गया.
कॉर्पोरेट फिल्म श्रेणी: सेल की कॉर्पोरेट फिल्म को कंपनी की उपलब्धियों और भविष्य की दृष्टि को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने के लिए चुना गया.
सर्वश्रेष्ठ संचार अभियान (इंटरनल पब्लिक्स) श्रेणी: सेल गौरव दिवस समारोह को कर्मचारियों के बीच एकता और गौरव की भावना पैदा करने के लिए सराहा गया.
हाउस जर्नल (अंग्रेजी) श्रेणी: सेलन्यूज़ को अपने पाठकों को कंपनी के बारे में अप-टू-डेट जानकारी प्रदान करने के लिए पुरस्कृत किया गया.
विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए सर्वश्रेष्ठ पीआर कार्यक्रम: स्टील प्लांट प्रौद्योगिकियों के लिए सोशल मीडिया कैम्पेन को इस श्रेणी में जीत हासिल हुई.
कॉर्पोरेट अभियान में सोशल मीडिया का सर्वश्रेष्ठ उपयोग: ग्रीन स्टील को बढ़ावा देने वाले सोशल मीडिया अभियान को, पर्यावरण के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने के लिए चुना गया.
कॉर्पोरेट वेबसाइट : सेल वेबसाइट ( www.sail.co.in ) को उसके क्रिएटिव लेआउट, आसान नेविगेशन के साथ कंटेंट और यूजर फ्रेंडली प्लेटफार्म के लिए पुरस्कृत किया गया.
वार्षिक रिपोर्ट: सेल के वार्षिक रिपोर्ट को उसकी उत्कृष्ट डिजाइन और रचनात्मक प्रस्तुति के लिए सम्मानित किया गया.
सेल ने हमेशा प्रभावी संचार पर जोर दिया : सेलसेल अध्यक्ष अमरेंदु प्रकाश ने कंपनी को मिले पुरस्कारों की सराहना करते हुए कहा, ये पुरस्कार सेल की छवि और पहुंच को बढ़ाने में हमारी संचार पहल के विभिन्न प्रयासों को रेखांकित करते हैं. सेल ने हमेशा प्रभावी संचार पर जोर दिया है, जो कंपनी की छवि को बढ़ावा देने और बेहतर स्टेकहोल्डर रिलेशन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह सम्मान संचार में उत्कृष्टता के लिए सेल के समर्पण का प्रमाण है. सेल के सभी कार्मिकों ने सेल की इस उपलब्धि की सराहना की है. हम भविष्य में भी नवाचार करते रहेंगे और संचार के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करेंगे.
रोशनी से सराबोर चर्च... 9 VIDEO में देखिए देश में लोग कैसे सेलिब्रेट कर रहे क्रिसमस
क्रिसमस का त्योहार देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है. विभिन्न शहरों और गांवों में सजावट, खास आयोजन और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है. लोग चर्चों में प्रार्थना करने के साथ-साथ अपने घरों और सार्वजनिक स्थानों को रंग-बिरगी लाइट्स और क्रिसमस ट्री से सजाते हैं.
दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों में खास उत्सव आयोजित किए गए हैं. सड़कों और बाजारों में भीड़-भाड़ है, जहां लोग क्रिसमस के उपहार खरीदने और स्वादिष्ट खाने का लुत्फ उठा रहे हैं.
चर्चों में मध्यरात्रि की मास का आयोजन किया गया, जिसमें लोग एकत्र होकर प्रभु यीशु के जन्म की खुशी मनाते हैं. लोग क्रिसमस के दिन को अपने प्रियजनों के साथ मिलकर विशेष भोजन और उत्सव के साथ मनाते हैं. क्रिसमस के पर्व पर देशभर में एकजुटता और खुशी का माहौल है.
श्रीनगर में क्रिसमस के अवसर पर होली फैमिली कैथोलिक चर्च को खूबसूरती से रोशन किया गया. चर्च को रंग-बिरगी लाइट्स से सजाकर उसे एक अद्भुत रूप दिया गया.
#WATCH श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर: क्रिसमस से पहले होली फैमिली कैथोलिक चर्च को रोशनी से जगमग किया गया। pic.twitter.com/GayDuz4PDf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2024कोलकाता शहर अपने सभ्यता और संस्कृति के लिए जाना जाता है. शहर में सभी धर्मों के लोग अपने त्योहार को काफी धूमधाम से मनाते हैं. कोलकाता के पार्क स्ट्रीट स्थित एलेन पार्क को क्रिसमस के मौके पर भव्य तरीके से सजाया गया है. पूरा पार्क स्ट्रीट क्षेत्र रोशनी से जगमगाने लगा हैं.
#WATCH | कोलकाता, पश्चिम बंगाल: क्रिसमस की पूर्व संध्या पर बाजार में लोगों की भीड़ उमड़ी। pic.twitter.com/dZjQ8Fa2wy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2024तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि, मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और कई अन्य नेताओं ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर मंगलवार को राज्य में ईसाई समुदाय को शुभकामनाएं दीं.
#WATCH पुरी, ओडिशा: रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने 550 किलोग्राम चॉकलेट के साथ सांता क्लॉज की विशाल रेत कलाकृति बनाकर देशवासियों को क्रिसमस की बधाई दी। pic.twitter.com/bfVGqTUQw5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2024ओडिशा के सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने 550 किलोग्राम चॉकलेट से बनी सांता क्लॉज की विशाल रेत कलाकृति तैयार कर देशवासियों को क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं.
ऑस्ट्रेलिया में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर मेलबर्न शहर को रंग-बिरगी रोशनी से सजाकर जगमग किया गया.
#WATCH ऑस्ट्रेलिया: क्रिसमस की पूर्व संध्या पर मेलबर्न शहर को रोशनी से जगमग किया गया।#ChristmasEve pic.twitter.com/shCrnOKbDb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2024तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में क्रिसमस पर धूमधाम से जश्न मनाया गया.
#WATCH | तमिलनाडु: चेन्नई में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर जश्न मनाया गया।#ChristmasEve pic.twitter.com/WtcnixFN3k
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2024उदयपुर में क्रिसमस के मौके पर शेपर्ड मेमोरियल चर्च को खूबसूरती से रोशन किया गया है.
#WATCH उदयपुर (राजस्थान): क्रिसमस के अवसर पर शेपर्ड मेमोरियल चर्च को रोशनी से जगमग किया गया है। #ChristmasEve pic.twitter.com/Tc1OACRgqF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2024दिल्ली में क्रिसमस पर सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल चर्च को रंग-बिरंगी रोशनी से जगमग किया गया. लोग क्रिसमस का जश्न मना रहे हैं.
#WATCH दिल्ली: क्रिसमस की पूर्व संध्या के अवसर पर सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल चर्च को रंग-बिरंगी रोशनी से जगमग किया गया। लोग क्रिसमस का जश्न मना रहे हैं। #ChristmasEve pic.twitter.com/Kt6CVDh6zc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2024शिमला में क्रिसमस पर क्राइस्ट चर्च को रोशनी से जगमग किया गया.
#WATCH शिमला: क्रिसमस से पहले क्राइस्ट चर्च को रोशनी से जगमग किया गया। pic.twitter.com/0d1oKMzEEJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2024उत्तर प्रदेश के लखनऊ में क्रिसमस पर चर्च को रोशनी से जगमग किया गया.
#WATCH | लखनऊ, उत्तर प्रदेश: क्रिसमस की पूर्वसंध्या पर चर्च को रोशनी से जगमग किया गया।#ChristmasEve pic.twitter.com/PQHlO7oh7R
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2024दिल्ली चुनाव 2025: कांग्रेस ने जारी की 26 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, देखें किस सीट पर किसे मिला मौका
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. मंगलवार देर रात जारी की गई इस लिस्ट में कुल 26 उम्मीदवारों के नाम हैं. कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में 21 कैंडिडेट के नाम जारी किए थे. 70 विधानसभा सीटों के लिए कांग्रेस ने अब तक 47 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है.
कांग्रेस ने जंगपुरा सीट से AAP के मनीष सिसोदिया के सामने फरहाद सूरी को उतारा है. सीमापुरी से राजेश लिलोठिया को टिकट दिया है. जबकि मटिया महल से असीम अहमद खान पर दांव खेला है. बाबरपुर सीट से AAP के गोपालराय के खिलाफ हाजी मोहम्मद इशराक खान को उतारा गया है. शकूर बस्ती से AAP के सत्येंद्र जैन के खिलाफ सतीश लूथरा, मेहरौली से नरेश यादव के खिलाफ पुष्पा सिंह को टिकट दिया गया है. महरौली सीट से कैलाश गहलोत AAP विधायक थे, जो हाल ही में BJP में शामिल हुए हैं.
किसे कहां से मिला टिकट
उम्मीदवार का नामसीटसुशांत मिश्रारिठालाहनुमान चौहानमंगोलपुरी (SC)सतीश लूथराशकूरबस्तीसतेंद्र शर्मात्रिनगरअसीम अहमद खानमटिया महलराजेंद्र नामधारीमोती नगरजेपी पंवारमदीपुर (SC)धरमपाल चंदेलाराजौरी गार्डनमुकेश शर्माउत्तम नगररघुविंदर शौकीनमटियालादेवेंद्र सेहरावतबिजवासनप्रदीप कुमार उपमन्युदिल्ली कैंटविनीत यादवराजेंद्र नगरफरहाद सूरीजंगपुराजितेंद्र कुमार कोचरमालवीय नगरपुष्पा सिंहमेहरौलीराजेश चौहानदेवली (SC)हर्ष चौधरीसंगम विहारअमरदीपत्रिलोकपुरी (SC)अक्षय कुमारकोंडली (SC)सुमित शर्मालक्ष्मी नगरगुरुचरण सिंह राजूकृष्णा नगरराजेश लिलोठियासीमापुरी (SC)हाजी मोहम्मद इशराक खानबाबरपुरप्रमोद कुमार जयंतगोकलपुर (SC)डॉ. पीके मिश्राकरावल नगरAAP के सभी 70 प्रत्याशी घोषित
आम आदमी पार्टी ने 21 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच 4 लिस्ट में सभी 70 सीटों पर कैंडिडेट का ऐलान कर दिया था. पार्टी ने इस बार 26 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे हैं. 4 विधायकों की सीट बदली है. AAP की पहली लिस्ट 21 नवंबर को आई थी, जिसमें 11 उम्मीदवारों के नाम थे. 20 उम्मीदवारों के साथ दूसरी लिस्ट जारी की गई थी. तीसरी लिस्ट में सिर्फ 1 नाम थे. नजफगढ़ से तरुण यादव को टिकट दिया गया था. आखिरी लिस्ट में 38 सीटों पर कैंडिडेट के नाम बताए गए थे.
दिल्ली में कब है इलेक्शन?
70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म हो रहा है. यानी विधानसभा का चुनाव फरवरी के पहले हफ्ते में होना है. अभी तक चुनाव आयोग ने न तो नोटिफिकेशन जारी किया है और न ही ऐसा करने की तारीखें बताई हैं. लेकिन राजनीतिक पार्टियां अपने कैंडिडेट का नाम फाइनल कर चुकी है. सबसे पहले AAP ने ही कैंडिडेट के नामों का ऐलान किया था.
जल्द आएगी BJP की पहली लिस्ट
दिल्ली चुनाव को लेकर BJP ने उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया तेज कर दी है. केंद्रीय नेतृत्व को सभी 70 सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट भेज दी गई है. स्क्रीनिंग कमेटी जल्द ही अंतिम फैसला लेगी. BJP के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी एल संतोष सभी 7 लोकसभा सीटों के सांसदों से उम्मीदवारों पर राय ले रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पार्टी नए चेहरों पर दांव लगा सकती है. इनमें महिलाएं और युवा शामिल हैं, जिनकी ग्राउंड लेवल पर मजबूत पकड़ है.
जम्मू-कश्मीर : गुलमर्ग में विश्व प्रसिद्ध जश्न चिल्ला-ए-कलां का आयोजन, शून्य से भी कम तापमान में पहुंचे लोग
जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के गुलमर्ग में शून्य से भी कम तापमान में विश्व प्रसिद्ध जश्न चिल्ला-ए-कलां का आयोजन किया गया. ठंड के बावजूद लोग काफी उत्साहित नजर आए. बारामूला के जिला प्रशासन, छात्र और सेना के संयुक्त सहयोग और प्रयासों से गुलमर्ग में जश्न चिल्ला-ए-कलां का आयोजन किया गया. इस भव्य समारोह में संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम और छात्रों द्वारा विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गईं. इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को एक मंच प्रदान करना है, ताकि वे इस स्थान को देख सकें। पूरे भारत से पर्यटक यहां आकर इसका आनंद लेते हैं.
इस कार्यक्रम में नवगठित औद्योगिक सहकारी समितियों के लिए पूंजी सहायता योजना के तहत पहली किस्त जारी की गई, कई शॉल कारीगरों को करघे वितरित किए गए और कारखानादार योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र जारी किया गया.
शिल्प विरासत को संरक्षित रखने की सराहनाआयोजनकर्ताओं ने चिल्ला-ए-कलां के पहले दिन की ठंड के बावजूद कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभी कारीगरों और औद्योगिक सहकारी सदस्यों का आभार जताया. साथ ही क्षेत्र की समृद्ध शिल्प विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए उनकी अटूट प्रतिबद्धता की सराहना की.
स्थानीय निवासी ने बताया कि पहली बार यहां पर इस फेस्टिवल का आयोजन किया गया. स्कूल के बच्चे और लोकल कई लोग आए थे, जिन्होंने अपनी कला का प्रदर्शन किया. लोगों ने स्टॉल लगाया, आयोजन सफल रहा. उन्होंने कहा, ऐसे आयोजनों से पर्यटक यहां आने के लिए आकर्षित होते हैं.
ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में पहुंचे लोगकार्यक्रम में नृत्य का प्रस्तुति दे रही एक कलाकार ने बताया बहुत अच्छा लगा. यहां पर आकर सभी लोगों ने खूब आनंद उठाया. ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में लोग आए. यहां पर आने के लिए हम बहुत उत्साहित थे, इसलिए ठंड का पता नहीं चला. लोगों यही कहना चाहूंगी कि लोग यहां आएं. यहां आकर वे ठंड को भूल जाएंगे.
जम्मू-कश्मीर: पुंछ में 300 फीट गहरी खाई में गिरा भारतीय सेना का ट्रक, 5 जवानों की मौत
जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को भारतीय सेना का एक ट्रक हादसे का शिकार हो गया. मिली जानकारी के मुताबिक, पुंछ में सेना का ट्रक करीब 300-350 फीट गहरी खाई में गिर गया है. हादसे में 5 जवानों की मौत की खबर है. 5 जवान घायल भी बताए जा रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, नीलम हेडक्वॉर्टर से बलनोई घोरा पोस्ट की ओर जा रही 11 MLI का आर्मी ट्रक घोरा पोस्ट पर पहुंचते ही हादसे का शिकार हो गया. रेस्क्यू टीम ने पांचों शव बरामद कर लिए हैं. घायल जवानों का आर्मी के अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. सेना के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है.
रिपोर्ट के मुताबिक, सेना का ट्रक 2.5 टन का था. ये सेना के 6 गाड़ियों वाले काफिले में शामिल था और LOC की तरफ जा रहा था. हादसा शाम करीब 5:22 बजे मनकोट सेक्टर के बलनोई इलाके में हुआ. पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की है कि वाहन में कुल 18 सैनिक सवार थे, जिनमें 5 की मौत हो चुकी है. ऐसा बताया जा रहा है कि सड़क के एक मोड़ पर ट्रक चालक ने नियंत्रण खो दिया, जिससे ये खाई में जा गिरी.
आतंकी लिंक से इनकार
ये हादसा सेना की पोस्ट से बामुश्किल 130 किलोमीटर दूर हुआ. जबकि 40 किलोमीटर दूर बैकअप व्हीकल तैयार थी. सेना ने इस हादसे के साथ किसी भी तरह के टेररिस्ट लिंक से इनकार किया है.
QRT टीम ने किया रेस्क्यू ऑपरेशन
सेना के ट्रक के गहरी खाई में गिरने की सूचना मिलते ही 11 MLI की क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) मौके पर पहुंची. इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रक में 8 जवान थे. ये सभी 11 मराठा रेजिमेंट के हैं और जवान लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) की ओर जा रहे थे.
All ranks of #WhiteKnightCorps extend their deepest condolences on the tragic loss of five brave soldiers in a vehicle accident during operational duty in the #Poonch sector.
Rescue operations are ongoing, and the injured personnel are receiving medical care.@adgpi…
व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने जताया दुख
इस बीच White Knight Corps ने पुंछ सेक्टर में ऑपरेशनल ड्यूटी के दौरान हुए हादसे में 5 जवानों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की है. White Knight Corps ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. घायल जवानों का इलाज शुरू कर दिया गया है.
राहुल गांधी बोले- शहादत की खबर बेहद दुखद
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने X अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आर्मी वैन के एक्सीडेंट होने से कई जवानों के शहादत की खबर बेहद दुखद है. शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. घायल जवानों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं. शोक-संतप्त परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं.
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आर्मी वैन के एक्सीडेंट होने से कई जवानों के शहादत की ख़बर बेहद दुखद है।
शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और घायल जवानों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं।
शोक-संतप्त परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।
जम्मू जोन के ADGP ने जताया शोक
जम्मू जोन के ADGP आनंद जैन ने हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने कहा, पुंछ के घोरा पोस्ट के पास सेना वाहन से जुड़ी दुखद दुर्घटना से हम बहुत दुखी हैं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं. हम सभी दुख की इस घड़ी में परिवारों के साथ हैं. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं घायल जवानों और उनके परिवारों के साथ हैं.
इससे पहले 4 नवंबर को राजौरी में सड़क हादसे में नायक 2 जवानों की जान चली गई थी. 2 नवंबर को रियासी जिले में कार खाई में गिर जाने से 3 लोगों की मौत हो गई थी.
अल्लू अर्जुन मामले में कितनी राजनीति, कितना फसाना, इस विवाद को हवा क्यों दे रही है बीजेपी
पुष्पा-2 के हीरो अल्लू अर्जुन से पुलिस ने मंगलवार को तीन घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की गई. पुलिस ने उनसे यह पूछताछ चार दिसंबर को हैदराबाद के संध्या थिएटर में हुई भगदड़ को लेकर की. इस भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई थी और उनका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था.वो अभी भी कोमा में है.इससे पहले रविवार को कुछ लोगों ने अल्लू अर्जुन के घर में तोड़फोड़ की थी.भगदड़ केस में अल्लू अर्जुन को 13 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया गया था. उन्हें हाईकोर्ट ने जमानत दी थी. इसके बाद उन्हें चंचलगुडा सेंट्रल जेल से रिहा किया गया था. इस बीच यह मामला तेलंगाना की विधानसभा में भी उठा. इस मामले पर मुख्यमंत्री रेवंती रेड्डी ने विधानसभा में बयान दिया. इसके जवाब में अल्लू अर्जन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी सफाई दी. इसके बाद से इस मामले ने राजनीतिक रूप ले लिया और मामला गरमाता ही जा रहा है. अल्लू अर्जन की गिरफ्तारी पर तेलंगाना में जमकर राजनीति हो रही है.इसी पूरी घटना को राजनीति के चश्मे से देखा जा रहा है. आइए जानते हैं कि इसके पीछे की राजनीति क्या है.
रील लाइफ बनाम रियल लाइफअल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा का एक डॉयलाग है.इसमें वो कहते हैं- पुष्पा झुकेगा नहीं. रील लाइफ का यह डॉयलॉग उनकी रियल लाइफ में गले की फांस बनता नजर आ रहा है. चार दिसंबर को हुई भगदड़ मामले में उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. गिरफ्तारी के बाद हुई रिहाई के बाद एक बार फिर उनकी गिरफ्तारी की आशंका जताई जा रही है. वहीं कुछ लोग इसे राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं. इस तरह की वारदात पहले भी हुई हैं. लेकिन कभी इस तरह किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया. इसी साल उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक धार्मिक आयोजन के दौरान करीब डेढ़ सौ लोगों की मौत हो गई थी. लेकिन यूपी पुलिस ने कभी भी कथा करने वाले बाबा को गिरफ्तार नहीं किया.
अर्जुन के पिता अल्लू अरविंद तेलगू फिल्मों के बड़े निर्माता हैं.अल्लू परिवार का राजनीति से भी नाता है. अल्लू अर्जुन की बुआ सुरेखा की शादी तेलुगु फिल्मों के सुपरस्टार चिरंजीवी से हुई है. चिरंजीवी भी फिल्मों से होते हुए राजनीति में आए थे. उन्होंने प्रजा राज्यम पार्टी बनाई थी. उनकी पार्टी का 2011 में कांग्रेस में विलय हो गया था. चिंरजीवी मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री भी रहे हैं. वहीं उनके छोटे भाई पवन कल्याण भी जन सेना के नाम से एक पार्टी चलाते हैं. जन सेना ने आंध्र प्रदेश का विधानसभा चुनाव बीजेपी और टीडीपी के साथ मिलकर लड़ा था. इस गठबंधन ने आंध्र प्रदेश में सरकार बनाई. पवन कल्याण इस सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं.
अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी को तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है. अर्जुन ने इस साल वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के एक उम्मीदवार के लिए प्रचार किया था. जबकि उनके फूफा पवन कल्याण वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के खिलाफ थे. अल्लू के प्रचार ने सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरी थीं. सोशल मीडिया पर पवन कल्याण और अर्जुन के फैंस में जंग छिड़ गई थी. पुष्पा 2 के कुछ डायलॉग्स को पवन कल्याण और रामचरण के खिलाफ माना गया. कुछ लोगों का यह भी कहना है कि एक कार्यक्रम में तेलंगाना के मुख्यमंत्री का नाम भूल जाने की सजा अर्जुन को दी जा रही है. उन्हें अब तय करना होगा कि पुष्पा झुकेगा या नहीं.
अल्लू अर्जुन से बीजेपी की उम्मीदें क्या हैंतेलंगाना की राजनीति में पैर जमाने की कोशिश कर रही बीजेपी शुरू से इस मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अल्लू की गिरफ्तारी पर कहा था कि संध्या थियेटर की घटना राज्य और प्रशासन की खराब व्यवस्था का मामला है.वहीं जब मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने विधानसभा में अल्लू की गिरफ्तारी पर एक जैसी बात कही. इसके बाद बीजेपी के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि रेवंत रेड्डी और अकबरुद्दीन ओवैसी मिलकर अल्लू अर्जुन को निशाना बना रहे हैं. इस तरह के बयान से पता चलता है कि बीजेपी तेलंगाना की राजनीति में पैर जमाने के लिए अल्लू अर्जुन के स्टारडम का इस्तेमाल कर रही है.
Visited Master Sritej at KIMS Hospital, who is recovering after being injured in the tragic stampede at Sandhya Theatre during the Pushpa 2 screening. Consoled his father over the heartbreaking loss of his wife, Revathi. I pray to god that Sritej recovers at the earliest. Assured… pic.twitter.com/rAAALVZhip
— Bandi Sanjay Kumar (@bandisanjay_bjp) December 22, 2024बीजेपी अल्लू अर्जुन की लोकप्रियता का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है, जिनकी लोकप्रियता पुष्पा-2 के बाद से सातवें आसमान पर है. पुष्पा-2 ने दक्षिण के राज्यों के साथ-साथ उत्तर भारत में भी सफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. अल्लू अर्जुन की लोकप्रियता का आलम यह है कि इसके निर्माताओं ने पुष्पा-2 की रीलीज से पहले बिहार की राजधानी पटना में एक कार्यक्रम का आयोजित किया. वहां बड़ी संख्या में अल्लू अर्जुन के चाहने वाले पहुंचे थे. बीजेपी को फिल्म स्टार पवन कल्याण की वजह से तेलंगाना के पड़ोसी आंध्र प्रदेश में मिली सफलता को देखते हुए अल्लू अर्जुन से काफी उम्मीदें हैं. बीजेपी, पवन कल्याण की जन सेना और चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी की तिकड़ी ने इस साल विधानसभा चुनाव में आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की सरकार को उखाड़ फेंका था.इसके बाद से पवन कल्याण को दक्षिण में हिंदुत्व के चेहरे के रूप में पेश करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव में महायुति के उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार भी किया था. इस दौरान भारी भीड़ उमड़ी.
बीजेपी का फिल्म स्टार प्रेमफिल्म स्टारों के स्टारडम को भुनाने में बीजेपी ने कभी भी हिचकिचाहट नहीं दिखाई है. इसे उसकी उत्तर भारत की राजनीति में देखा जा सकता है. उत्तर भारत के इस प्रयोग का वह दक्षिण में भी दोहराना चाहती है. उसे दक्षिण में अधिक सफलता मिल सकती है, क्योंकि वहां की राजनीति में फिल्म स्टार पहले से ही बड़ी भूमिका निभाते रहे हैं. यही वजह है कि अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी की खबर आते ही बीजेपी के बड़े नेताओं ने बयान देने शुरू कर दिए.
तेलगू अभिनेताओं से रेवंत रेड्डी सरकार की टकराव उस समय शुरू हुआ,जब रेवंती रेड्डी की सरकार ने मशहूर तेलगू अभिनेता नागार्जुन का संपत्ति को अवैध बताते हुए गिरवा दिया था. केंद्रीय गृहराज्य मंत्री और बीजेपी नेता बंडी संजय कुमार ने आरोप लगाया है कि रेवंत रेड्डी की सरकार फिल्म जगत को निशाना बना रही है. तेलंगाना विधानसभा में इस मामले को एआईएमआईएम के अकबरुद्दीन ओवैसी ने उठाया था. विधानसभा में यह मामला उठाने को बीजेपी नेता ने शर्मनाक बताते हुए कहा था कि कांग्रेस सरकार एआईएमआईएम के साथ मिलकर विधानसभा को प्लेटफार्म बनाकर फिल्म जगत को तबाह करना चाहती है. संजय ने अस्पताल जाकर भगदड़ में मारी गई महिला के बच्चे श्रीतेज से भी मुलाकात की थी. बच्चे का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
क्या चाहता है तेलगू का फिल्म जगतअब इस मुद्दे को सुलझाने के लिए तेलगू फिल्म जगत के लोग भी आगे आ रहे हैं. तेलंगाना फिल्म चैंबर के नवनियुक्त अध्यक्ष दिल राजू इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सक्रिय हो गए हैं. वो मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से मिलने की कोशिश कर रहे हैं. इसकी पुष्टि राजू ने मंगलवार को की.उन्होंने कहा कि वो जल्द ही तेलगू फिल्म जगत के अन्य प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से मुलाकात करेंगे.दिल राजू ने भगदड़ में मारी गई महिला के घायल बेटे श्रीतेज से अस्पताल में मुलाकात की है. उन्होंने यह कदम तब उठाया, जब सरकार ने इस बात की आलोचना की कि घायल बच्चे से मिलने फिल्म जगत से कोई नहीं आया.
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सूरज के सबसे नजदीक पहुंचा NASA का एयरक्राफ्ट, सूर्य के कोरोना में इतनी गर्मी का लगाएगा पता
24 दिसंबर को नासा के पार्कर सोलर प्रोब ने एक नया इतिहास रच दिया जब यह सूर्य के सबसे करीब से गुजरा. भारतीय समयानुसार शाम 5:10 बजे, यह अंतरिक्ष यान सूर्य से केवल 60 लाख किलोमीटर की दूरी पर था. यह मानव निर्मित पहला ऑब्जेक्ट है जो सूर्य के इतने करीब पहुंचा है. हालांकि, अभी तक नासा द्वारा कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
सूरज के सबसे करीब से गुजरने का रिकॉर्ड बनाया
24 दिसंबर को नासा के पार्कर सोलर प्रोब ने इतिहास रचते हुए सूरज के सबसे करीब से गुजरने का रिकॉर्ड बनाया. भारतीय समयानुसार शाम 5:10 बजे, यह अंतरिक्ष यान सूरज से मात्र 60 लाख किलोमीटर की दूरी पर पहुंचा. यह इंसानों द्वारा बनाया गया पहला ऐसा ऑब्जेक्ट है, जिसने सूरज के इतने करीब जाने में सफलता हासिल की है. हालांकि, अभी तक नासा की ओर कोई अधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
On Dec. 24, our Parker Solar Probe will make history with a record-breaking closest approach to the Sun ☀️
Follow along in real time with this interactive visualization, brought to you by @NASA_eyes and @NASASun: https://t.co/DXeKvMdJsl pic.twitter.com/zQUdlozvqt
पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए नई ऊंचाइयों पर पहुंचा
नासा का पार्कर सोलर प्रोब सूरज की ओर जाने वाले अब तक के सभी मिशनों की तुलना में 7 गुना करीब पहुंचा है. इस ऐतिहासिक मिशन के दौरान प्रोब की गति 6.9 लाख किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक हो गई. यह इंसानों द्वारा बनाए गए किसी भी ऑब्जेक्ट की अब तक की सबसे तेज गति है. पार्कर अपने ही पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए नई ऊंचाइयों पर पहुंचा है.
नासा ने घोषणा की है कि पार्कर सोलर प्रोब अपनी अब तक की सबसे नजदीकी उड़ान भरने वाला है. यह अंतरिक्ष यान सूर्य की सतह से केवल 62 लाख किलोमीटर की दूरी तक पहुंचेगा. इस दौरान, यह यान सूर्य के बाहरी वायुमंडल के संपर्क में रहेगा और उसकी अत्यधिक गर्मी का सामना करेगा. इस महत्वपूर्ण मिशन के नतीजे 28 दिसंबर की शाम तक सामने आएंगे. शाम 5 बजे यह पता चलेगा कि यान सूर्य की तीव्र गर्मी से सुरक्षित बचा है या उसकी उच्च तापमान में समाप्ति हो गई है.
पार्कर सोलर प्रोब को सूर्य की तीव्र गर्मी से बचाने के लिए इसमें 4.5 इंच मोटी कार्बन मिश्रित कवच परत का इस्तेमाल किया गया है. यह परत यान और उसके उपकरणों को सुरक्षित रखते हुए जांच और डाटा संग्रहण में सहायता करेगी. सूरज के पास से गुजरते समय पार्कर सोलर प्रोब का तापमान 1,000 डिग्री सेल्सियस से अधिक तक पहुंच सकता है.
इससे पहले पार्कर सोलर प्रोब ने 2021 में इतिहास रचते हुए पहली बार सूर्य के सबसे करीब से उड़ान भरी थी. यह पहला यान था जिसने इतनी निकटता से सूर्य का अध्ययन किया. मिशन को कुल 24 बार सूर्य के पास से गुजरने के लिए डिज़ाइन किया गया था. आज पार्कर अपनी 22वीं निकटतम उड़ान पूरी की है, जो इस ऐतिहासिक मिशन का एक और अहम पड़ाव होगा.
2025 में पार्कर सोलर प्रोब सूर्य के करीब से दो और बार गुजरेगा, जिसके बाद इसका मिशन समाप्त हो जाएगा. हालांकि, यान में अभी कई सालों तक संचालित रहने के लिए पर्याप्त ईंधन बचा है. लेकिन मिशन पूरा होने के बाद यह फिर कभी सूर्य के इतने करीब नहीं पहुंचेगा.
2018 पार्कर सोलर प्रोब को किया गया था लॉन्च
2018 में नासा ने सूर्य के रहस्यों को करीब से जानने के उद्देश्य से पार्कर सोलर प्रोब को लॉन्च किया. यह मिशन सूर्य से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सवालों के जवाब देने की उम्मीद के साथ शुरू किया गया था. लॉन्च के बाद से प्रोब सूर्य के करीब से कई बार गुजर चुका है और उसके बाहरी वायुमंडलीय परत, जिसे कोरोना कहा जाता है. यह वही परत है जो सूर्य ग्रहण के दौरान दिखाई देती है.
राष्ट्रपति ने 5 राज्यों में नियुक्त किए नए राज्यपाल, अजय भल्ला को मणिपुर, आरिफ मो. खान को बिहार की जिम्मेदारी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पांच राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की है. पूर्व सेना प्रमुख जनरल विजय कुमार सिंह को मिजोरम का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है. केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को बिहार का नया गवर्नर बनाया गया है. पूर्व केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
राष्ट्रपति ने ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. डॉ. हरि बाबू कंभमपति को मिजोरम के राज्यपाल से ओडिशा के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया है.
जनरल विजय कुमार सिंह को मिजोरम का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया. बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को केरल का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया.
आरिफ मोहम्मद खान को केरल के राज्यपाल से बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया. अजय कुमार भल्ला को मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया गया. उपरोक्त सभी नियुक्तियां उस तिथि से प्रभावी होंगी, जिस दिन ये नए राज्यपाल अपने-अपने कार्यालयों का कार्यभार संभालेंगे.
कौन हैं अजय कुमार भल्ला?
अजय कुमार भल्ला एक वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं, उन्होंने केंद्रीय गृह सचिव के रूप में कार्य किया है. अपनी सेवाओं के दौरान विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और उन्हें प्रशासनिक सुधारों में उनका योगदान और दक्षता के लिए पहचाना जाता है. उनका करियर मुख्य रूप से गृह मंत्रालय से जुड़ा रहा और उनके अनुभव के कारण उन्हें कई बार सेवा विस्तार मिला.
दिल्ली के मिलिट्री एरिया में 8 साल की बच्ची का रॉड से लटका मिला शव, रेप के बाद हत्या की आशंका
दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के शंकर विहार मिलिट्री एरिया में 8 साल की बच्ची का शव एक खाली पड़े प्लॉट में रॉड के सहारे लटका हुआ मिला है. रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची सोमवार शाम से घर से लापता थी. परिवार ने पूरी रात उसकी तलाश की, जिसके बाद मंगलवार को पुलिस को इसकी सूचना दी गई. पुलिस ने एक खाली पड़े मकान में रॉड से लटकते हुए बच्ची का शव बरामद किया. परिजनों ने बच्ची के साथ रेप की आशंका जताई है. पुलिस ने इलाके में लगे CCTV फुटेज की जांच के बाद 19 साल के एक युवक को अरेस्ट किया है. आरोपी की पहचान शिवम के तौर पर हुई है.
पुलिस के मुताबिक, शिवम की मां आर्मी के उसी सर्वेंट क्वार्टर में रहती है, जहां बच्ची का परिवार रहता है. आरोप है कि शिवम ने बच्ची को बहला फुसलाया और अपने साथ सुनसान जगह ले गया. फिर उसने बच्ची के साथ रेप की कोशिश की, जब लड़की ने इसका विरोध किया, तो आरोपी ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. सुसाइड दिखाने के लिए उसे डेढ़ फीट ऊंची एक ग्रिल में बांधकर लटका दिया.
एटली की गलती साबित हो सकती है बेबी जॉन, अपनी ही फिल्म का बनाया रीमेक, पूरी फिल्म यूट्यूब पर हिंदी में मौजूद
बेबी जॉन में भाईजान सलमान खान का कैमियो है? बेबी जॉन में भाईजान कैसे अंदाज में नजर आएंगे? बेबी जॉन में भाईजान पठान जैसा कुछ करने वाले हैं? अब ये कुछ ऐसे सवाल है जो सोशल मीडिया पर खूब तैर रहे हैं. फिल्म का हीरो कौन है, फिल्म का किस फिल्म से कनेक्शन है, इन सब बातों को बैकसीट पर रख दिया गया है और भाईजान को बेबी जॉन के महामानव की तरह पेश किया जा रहा है. बेशक इसके पीछे एक सोची-समझी रणनीति है. वजह साउथ की फिल्म थेरी है. अब बेबी जॉन का साउथ की ब्लॉकबस्टर फिल्म थेरी से क्या कनेक्शन है?
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दरअसल रीमेक पर किस्मत चमकाने वाले बॉलीवुड ने तलपती विजय की फिल्म थेरी का हिंदी रीमेक बनाया है. दिलचस्प यह है कि इस जोखिम को उठाया है एटली ने. वही एटली जिन्होंने शाहरुख खान की फिल्म जवान बनाई थी और उनकी तकदीर चमका दी थी. अकसर ब्लॉकबस्टर फिल्म देने वाले एटली अति आत्मविश्वास में बॉलीवुड के कलाकारों के साथ मिलकर वही गलती करने जा रहे हैं, जिसके लिए बॉलीवुड फेमस है. अब इसे संगत का असर कहें या बॉलीवुड में पांव जमाने का प्रेशर, अच्छी-खासी फिल्में बनाने वाले एटली अपनी ही फिल्मों के रीमेक के जंजाल में उलझ बैठे. जिसका कोई तुक समझ नहीं आता है.
थेरी हिंदी फुल मूवी
फिर बेबी जॉन और थेरी को लेकर एक अहम बात यह भी है कि थेरी वो फिल्म है जो हिंदी डब में खूब देखी गई है. इसके हिंदी संस्करण को यूट्यूब पर अलग-अलग चैनलों पर पांच करोड़ से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इसकी कहानी से सिनेप्रेमी जरूर ही वाकिफ होंगे. ऐसे में इस फिल्म का रीमेक बनाना कहां तक जरूरी था यह तो एटली ही जानें.
लेकिन इसी गलती को पिछले दो साल में बॉलीवुड में दो बार दोहराया गया है. अक्षय कुमार की खेल खेल में, परफेक्ट स्ट्रेंजर्स का रीमेक थी और इसके 28 भाषाओं में रीमेक बन चुके थे. फिल्म बुरी तरह पिटी. फिर साउथ की बात करें तो अल्लू अर्जुन की ब्लॉकबस्टर फिल्म अला वैकुंठपुरमलो थी. इसका हिंदी डब संस्करण खूब देखा गया. इसी की वजह से अल्लू अर्जुन को हिंदी दर्शकों में खूब पहचान मिली थी. लेकिन कार्तिक आर्यन के साथ इसका हिंदी रीमेक शहजादा बनाया गया और यह बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरा.
इसका भी वरुण धवन कनेक्शन था क्योंकि इसका निर्देशन वरुण धवन के भाई रोहित धवन ने किया था. अब देखना यह है कि एटली और कलीस मिलकर वरुण धवन और बेबी जॉन के महामानव सलमान खान के जरिये ऐसा क्या करते हैं कि ये सिनेमाघरों में दर्शकों की भीड़ जुटा सकें.
अभिनेता करणवीर खुल्लर ने निर्माता रोशनी गॉर्डन से की शादी, दुल्हन ने पहना 60 साल पुराना शादी का जोड़ा
अभिनेता-निर्देशक करणवीर खुल्लर, जो रॉकी मेंटल, डकुआन दा मुंडा 2 और टाइगर्स जैसी फिल्मों में अपने शानदार अभिनय के लिए जाने जाते हैं, ने निर्माता रोशनी गॉर्डन के साथ शादी कर ली है. रोशनी पारसी हैं और करणवीर पंजाबी हैं. यह जोड़ी, जो कहानी कहने के प्रति एक गहरी जुनून साझा करती है, ने एक साथ अपने पेशेवर सफर की भी शुरुआत की है. दोनों ने अपने प्रोडक्शन हाउस रोशनी गॉर्डन फिल्म्स की स्थापना की है. इसे वे “दो दिलों का एक सफर” कहते हैं.
उनकी कोर्ट मैरिज 9 दिसंबर 2024 को मुंबई के फोर्ट इलाके में हुई, जहां उनके परिवार के सबसे करीबी सदस्य मौजूद थे. इस दिन को याद करते हुए रोशनी ने कहा, मेरे परिवार के लोग वहां थे- मेरी मां, मेरे पिताजी. मैंने अपनी नानी का 60 साल पुराना शादी का जोड़ा पहना था. यह एक बहुत ही निजी पारिवारिक रजिस्ट्रेशन था, बस इतना ही। हमारे पास कोर्ट सेरेमनी और बाकी चीज़ों की कुछ तस्वीरें हैं. और फिर उसी रात हमने एक छोटा सा पारिवारिक डिनर भी किया. हां, यह हमारे जीवन का सबसे अच्छा दिन और सबसे बेहतरीन एहसास था .
करणवीर और रोशनी का प्रोडक्शन हाउस रोशनी गॉर्डन फिल्म्स उनकी रचनात्मक साझेदारी की शुरुआत का प्रतीक है. उनकी पहली फिल्म दो दूनी दो ने पहले ही उनकी गुणवत्तापूर्ण कहानी कहने की प्रतिबद्धता को साबित कर दिया है. भविष्य की ओर देखते हुए, यह जोड़ी डिजिटल स्पेस में भी कदम रखने वाली है. उनकी आगामी वेब सीरीज इनानमा जल्द ही प्लेटफॉर्म चौपाल पर स्ट्रीम होगी.
व्यक्तिगत और पेशेवर रूप से, करणवीर और रोशनी ने प्यार, महत्वाकांक्षा और रचनात्मकता से भरी एक नई यात्रा शुरू की है. अपनी साझा दृष्टि और समर्पण के साथ, रोशनी गॉर्डन फिल्म्स भारतीय सिनेमा और डिजिटल एंटरटेनमेंट में एक महत्वपूर्ण छाप छोड़ने के लिए तैयार है.
बेबी जॉन को नहीं बचा पाए सलमान खान भी, इतने करोड़ में सिमटी फिल्म की एडवांस बुकिंग
Baby John Advance Booking: वरुण धवन की फिल्म बेबी जॉन 25 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है. वरुण धवन लंबे समय से एक बड़ी हिट की तलाश में हैं. ऐसे में उन्हें बेबी जॉन से काफी उम्मीदें हैं. इस फिल्म का निर्देशन जवान डायरेक्टर एटली कुमार ने किया है.वहीं बेबी जॉन को सफल बनाने के लिए इस फिल्म में सलमान खान का कैमियो भी रखा गया है. लेकिन एडवांस बुकिंग में देखकर लग रहा है कि बेबी जॉन में भाईजान के कैमियो का ज्यादा फायदा होता दिखाई नहीं दे रहा है.
दरअसल खुद को फिल्म क्रिटिक्स मानने वाले केआरके (कमाल आर खान ) ने दावा किया है कि वरुण धवन की फिल्म बेबी जॉन ने अपने पहले दिन के लिए एडवांस बुकिंग में 1.7 करोड़ रुपये की कमाई की है. यह एडवांस बुकिंग 6799 शोज के लिए हुई है. केआरके ने यह भी दावा किया है कि एडवांस बुकिंग को देखते हुए वरुण धवन की यह फिल्म बड़ी डिजास्टर बन सकती है. हालांकि फिल्म के पूरे आंकड़े अभी आने बाकी है.
Advance booking of film #BabyDhawan!
Total tickets are sold of ₹1.7cr. While Advance booking is open for 6799 shows. Total occupancy of advance is 4.02%! Means it s a disaster before the release.
आपको बता दें कि बेबी जॉन तलपती विजय की फिल्म थेरी का हिंदी रीमेक है. दिलचस्प यह है कि इस जोखिम को उठाया है एटली ने. वही एटली जिन्होंने शाहरुख खान की फिल्म जवान बनाई थी और उनकी तकदीर चमका दी थी.बेबी जॉन और थेरी को लेकर एक अहम बात यह भी है कि थेरी वो फिल्म है जो हिंदी डब में खूब देखी गई है. इसके हिंदी संस्करण को यूट्यूब पर अलग-अलग चैनलों पर पांच करोड़ से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
रवीना टंडन का बेटा हुआ इतना बड़ा और गुड लुकिंग, पर्सनैलिटी ने तोड़े कई रफ-टफ हीरो के रिकॉर्ड, लोग बोले- दम है
रवीना टंडन को बॉलीवुड की मस्त मस्त गर्ल कहा जाता है. रवीना टंडन की खूबसूरती के लोग आज भी दीवाने हैं. वहीं रवीना टंडन की बेटी राशा टंडन भी ग्लैमर के मामले में अपनी मां से कुछ कम नहीं हैं. पर क्या आपने कभी रवीना के बेटे को देखा है? जी हां, रवीना टंडन का एक बेटा भी है, जिनका नाम रणबीर थडानी है. राशा के बारे में तो बहुत लोग जानते हैं और वे सोशल मीडिया पर एक्टिव भी हैं. पर आज के इस पोस्ट में हम आपको रवीना के बेटे रणबीर थडानी से मिलाने जा रहे हैं.
रवीना टंडन के बेटे रणबीर थडानी लाइमलाइट से खुद को दूर ही रखते हैं. लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया पर रवीना टंडन की एक फैमिली फोटो वायरल हो रही है, जिसमें उनका पूरा परिवार नजर आ रहा है. इस फोटो में आप अनिल थडानी, रणबीर, राशा और रवीना टंडन को देख सकते हैं. ये फोटो कुछ महीने पहले की है, जब रणबीर अपनी बहन राशा की फेयरवेल पार्टी में पहुंचे थे. रवीना टंडन ने इस फोटो को अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया था, जिसे देखने के बाद फैन्स हैरान रह गए थे.
आप देख सकते हैं कि फोटो में रणबीर अपने मम्मी-पापा से भी लंबे हो गए हैं. वे अभी से ही पर्सनालिटी में किसी बॉलीवुड हीरो से कम नहीं लग रहे. रणबीर को देखने के बाद कुछ लोगों को अक्षय कुमार याद आ गए हैं. एक यूजर ने फोटो पर कमेंट करते हुए लिखा था, इसकी पर्सनालिटी बिलकुल अक्षय कुमार जैसी है . तो एक ने लिखा था, ये तो अक्षय कुमार का जुड़वा लग रहा . इस तरह से फोटो पर ढेरों कमेंट्स आए थे.