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बदायूं में युवक ने SSP ऑफिस परिसर में किया आत्मदाह का प्रयास, हालात गंभीरउत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में पुलिस द्वारा ई रिक्शा व मोबाइल फोन कर घर में बंधक बनाकर मारपीट करने के मामले में कार्रवाई न करने व सीओ सिटी व सदर विधायक के आरोपी को बचाने से परेशान युवक ने एसएसपी ऑफिस परिसर में ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह का प्रयास किया. इस दौरान युवक गंभीर रूप से झुलस गया. पुलिस ने युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उसकी हालत गंभीर होने पर उसे हायर सेंटर बरेली रेफर कर दिया गया.
सदर कोतवाली के मोहल्ला नई सराय के रहने वाले युवक गुलफाम अहमद ने एसएसपी ऑफिस परिसर में ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गया. गुलफाम अहमद को सीओ सिटी संजीव कुमार और सीओ उझानी शक्ति सिंह जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. वहां उसकी हालत गंभीर होने पर उसे बरेली हायर सेंटर रेफर कर दिया गया. उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.
जिला अस्पताल के डॉक्टर रियाज अहमद ने बताया कि गुलफाम लगभग 50 प्रतिशत से अधिक जल गया है जिसकी वजह से उसकी हालत गंभीर है.
गुलफाम अहमद ने बताया कि, 30 दिसंबर 2024 को उसका ई रिक्शा, मोबाइल फोन और 2200 रुपये छीन लिए गए. आरोपी निहाल, मुनाजिर, शाकिर आदि और मोहल्ले के वार्ड मेंबर ने उसका ई रिक्शा और मोबाइल फोन छीनकर उसे घर में बंधक बना दिया. इसकी शिकायत थाने में की लेकिन पुलिस ने मदद नहीं की. थाने वालों ने मेरे ऊपर ही दबाव बनाया. सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता और सीओ सिटी संजीव कुमार ने भी आरोपियों का साथ दिया. सीओ सिटी संजीव कुमार ने दबाव बनाया और कहा कि दो किलो डोडा पाउडर में जेल भेज देंगे.पुलिस ने मुझे बेबस और मजबूर कर दिया. आज मुझे मजबूरी में एसएसपी ऑफिस में ऐसा करना पड़ा.
एसएसपी ब्रजेश सिंह ने बताया कि नई सराय के रहने वाले गुलफाम नाम के युवक का 2 साल से अपने ससुराल वालों से विवाद चल रहा है. इस बारे में कई मुकदमे सदर कोतवाली थाना सिविल लाइन और थाना मुजरिया में दर्ज किए गए हैं. 30 दिसंबर को गुलफाम ससुराल में जबरदस्ती घुसा था. इस पर साले की पत्नी ने मुकदमा कोतवाली में दर्ज कराया था. मुकदमे के तनाव में आकर उसने आत्मदाह का प्रयास किया जिसमें वह झुलस गया. युवक का इलाज चल रहा है फिलहाल पूरे मामले की चल रही है.
(बदायूं से अरविंद सिंह की रिपोर्ट)महाकुंभ 2025: 5 करोड़ 51 लाख रुद्राक्षों से 12 ज्योतिर्लिंग बनाएंगे मौनी बाबा
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में एक बाबा हैं जो बेहद लोकप्रिय हैं. उनका नाम है मौनी बाबा. वे शरीर पर 33 हजार रुद्राक्ष धारण किए हुए हैं. इन रुद्राक्षों का वजन क़रीब 40 किलो है. इस बार मौनी बाबा 5 करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष लेकर आए हैं. वे इन 5 करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष से 12 ज्योतिर्लिंगों के प्रतीक बनाएंगे. बाबा बताते हैं कि 1989 से 14 साल तक वे मौन रहे. इसके बाद बोलना शुरू किया लेकिन नाम मौनी बाबा पड़ गया. मौनी बाबा सबसे ज्यादा बोलने वाले बाबाओं में से एक हैं.
मौनी बाबा महाकुंभ में 5 करोड़ 51 लाख रुद्राक्षों से शिवलिंग बनाने का रिकार्ड बनाने जा रहे हैं.
NDTV ने मौनी बाबा से बातचीत की तो उन्होंने अपनी बात शिव पंचाक्षर स्त्रोत के पाठ से की. उन्होंने बताया कि उनका रुद्राक्षों से द्वादस (12) ज्योतिर्लिंगों के निर्माण का संकल्प है. उन्होंने कहा कि, अयोध्या की तरह काशी मथुरा में मंदिर के निर्माण के संकल्प के साथ बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार को रोकने के लिए, आतंकवाद को समाप्त करने, कन्या भ्रूण हत्या बंद होने, सेना की रक्षा मजबूत होने के संकल्प के साथ 10 हजार गांवों की परिक्रमा करके प्रयागराज आया हूं.
उन्होंने कहा कि महाकुंभ में पहली बार रुद्राक्ष के शिवलिंगों का दिव्य दर्शन पूरे विश्व को होगा. देश को बचाना है, राष्ट्र को सजाना है.भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना है.
बहुत अधिक मुखर बाबा से जब पूछा गया कि आपका नाम मौनी बाबा कैसे पड़ा, तो उन्होंने बताया कि 1989 से 14 वर्षों तक भगवान राम के वनवास काल को मैंने मौन व्रत की तरह पूरा किया. लगभग 45 वर्षों से मैं नमक और मीठे का सेवन नहीं करता. 56 बार भू समाधि और 27 बार जल समाधि ली. मौन वाणी को सिद्ध करता है.
उन्होंने कहा कि विद्या देने वाले भगवान शिव हैं.जब मंत्रों का जप होता है तो विद्या सिद्ध हो जाती है, वाणी सिद्ध हो जाती है. फिर आप जो चाहेंगे प्राप्त हो जाएगा. मौन का मतलब धर्म को, धैर्य को धरण करें. अपने कल्याणार्थ नहीं, समूचे देश के कल्याणार्थ सभी लोगों को मौन रहना चाहिए. मौन रहने से आपकी सहिष्णुता बढ़ेगी, क्षमता बढ़गी, वैराग्य बढ़ेगा, तप और तेज बढ़ेगा, विद्या, बुद्धि और भक्ति बढ़ेगी, कर्म बढ़ेगा और चरित्र पुष्ट होगा.
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महाकुंभ जाने वाले तीर्थयात्री ध्यान दें, प्रयागराज जाने वाली स्पेशल ट्रेनों की लिस्ट और टाइमटेबल देख लें
प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ के लिए भारतीय रेलवे विशेष ट्रेनों का परिचालन कर रहा है. रेलवे ने 22 ट्रेनों की एक लिस्ट जारी की है. यह ट्रेनें देश के अलग-अलग शहरों से चलेंगी और या तो प्रयागराज तक पहुंचकर टर्मिनेट होंगी या फिर प्रयागराज होकर आगे किसी शहर में पहुंचकर टर्मिनेट होंगी.
हाल ही में रेलवे ने जानकारी दी थी कि महाकुंभ 2025 के दौरान रेलवे ने 10,000 से अधिक नियमित और 3000 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाने की तैयारी की है. इन 3,000 विशेष ट्रेन में से 1800 ट्रेनें छोटी दूरी के लिए, 700 ट्रेनें लंबी दूरी के लिए और 560 ट्रेन रिंग रेल पर चलाई जाएंगी.
प्रयागराज में उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक उपेंद्र चंद्र जोशी ने बताया था कि प्रयागराज-अयोध्या-वाराणसी-प्रयागराज, प्रयागराज-संगम प्रयाग-जौनपुर-प्रयाग-प्रयागराज, गोविंदपुरी-प्रयागराज-चित्रकूट-गोविंदपुरी और झांसी-गोविंदपुरी-प्रयागराज-मानिकपुर-चित्रकूट-झांसी मार्गों पर रिंग रेल की योजना तैयार की गई है.
उन्होंने बताया कि प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, नैनी, प्रयागराज छिवकी, प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग, प्रयागराज संगम और झूंसी सहित कुल नौ रेलवे स्टेशन के साथ-साथ मेला क्षेत्र में कुल 560 टिकटिंग पॉइंट उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
जोशी ने बताया कि इन काउंटर से प्रतिदिन लगभग 10 लाख टिकट वितरित किए जा सकेंगे.रेलवे ने महाकुम्भ मेला के दृष्टिगत अब अग्रिम रेलवे टिकट 15 दिन पूर्व लेने की सुविधा शुरू की है.
उन्होंने बताया कि महाकुम्भ -2025 में भारी भीड़ को देखते हुए भारतीय रेलवे के सभी हिस्सों से रेलवे सुरक्षा बल और राजकीय रेलवे पुलिस के 18,000 से अधिक जवानों को ड्यूटी पर प्रयागराज लाया जा रहा है. इस दौरान प्रयागराज जंक्शन पर नगर की तरफ से प्रवेश और सिविल लाइन की तरफ से निकासी की व्यवस्था रहेगी.
महाप्रबंधक ने बताया कि प्रयागराज जंक्शन पर छह बेड वाला ‘आबज़र्वेशन रूम बनाया गया है जहां यात्रियों को चिकित्सा सहायता देने के लिए सभी प्रकार के उपकरण जैसे ऑक्सीजन सिलेंडर, ईसीजी मशीन, ग्लूकोमीटर, नेब्यूलाइज़र, स्ट्रेचर आदि उपलब्ध कराए गए हैं.
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महाकुंभ में कई साधु ऐसे हैं जिनसे मिलने की इच्छा कुंभ में आए हर व्यक्ति की होती है. ऐसे ही एक साधु हैं गंगापुरी महाराज. गंगापुरी महाराज 57 साल के हैं और उनकी ऊंचाई 3 फीट 8 इंच है. वे 2016 से जूना अखाड़े से जुड़े हैं. उन्होंने NDTV को बताया कि वे सन्यासी का जीवन बचपन से जी रहे हैं.
गंगापुरी महाराज असम में रहते हैं और कुंभ के लिए प्रयागराज आए हैं. गंगापुरी महाराज ने बताया कि वे स्नान नहीं करते हैं. उन्होंने 32 साल से स्नान नहीं किया है. इससे उन्हें कोई दिक्कत भी नहीं होती है.
कुंभ स्नान के बारे में सवाल पर उन्होंने कहा कि वे जटा से नहा लेंगे. यानी जटा पर पानी डाल लेंगे, कुंभ स्नान हो जाएगा. उन्होंने कहा कि स्नान नहीं करने के पीछे उनके मन में कोई संकल्प है. वह जिस दिन पूरा हो जाएगा, उस दिन नहा लेंगे. संकल्प के बारे में पूछने पर उन्होंने जवाब दिया- भगवान को नहीं बताया अब तक, तुमको क्या बताएं.
प्रभु तो मन की बात जान लेते हैं.. यह कहने पर महाराज ने कहा कि, प्रभु को जानने दो, बाद में हम आपको दिखा देंगे. तुम्हारे मन में माइक पकड़ना है, टीआरपी बढ़ेगी.. हमारी टीआरपी वहां बढ़ेगी. कुंभ मिलन का मेला है.
गंगापुरी महाराज की शिष्या ने कहा कि, हमारे गुरुजी की साधना चल रही है. साधना का विषय उजागर करने का नहीं होता है. साधना और संकल्प कभी किसी के सामने उजागर नहीं किेए जाते हैं.
महाराज ने कहा कि स्नान न करना हमारा हठ है या साधना है, हम नहीं जानते, हम भगवान को नहीं भूलेंगे. उन्होंने बताया कि बहुत गर्मी होने पर भी दिक्कत नहीं होती. पसीना भी नहीं आता है. गुवाहाटी में रहने वाले महाराज ने कहा कि ज्यादा गर्मी लगे तो ब्रह्मपुत्र के किनारे जाकर सो जाते हैं.
पीएम मोदी से मिले दिलजीत दोसांझ, कहा - दिल से निकली बात दिल तक गई
साल 2025 के पहले ही दिन पंजाबी गायक दिलजीत दोसांझ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. इस मुलाकात का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दोनों के बीच बातचीत हो रही है. पीएम मोदी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस मुलाकात का वीडियो शेयर किया. उन्होंने वीडियो के साथ लिखा, बहुत ही यादगार बातचीत! पेश हैं मुख्य अंश... . वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी और दिलजीत के बीच बातचीत को देखा जा सकता है.
वीडियो में सबसे पहले फूलों का गुलदस्ता लेकर गायक दिलजीत आते हैं. पीएम मोदी उनका अभिवादन करते हैं. इसके बाद पीएम मोदी उनसे कहते हैं, हिंदुस्तान के एक गांव का लड़का जब दुनिया में नाम रोशन करता है तो अच्छा लगता है. आपके परिवार ने आपका नाम दिलजीत रखा तो आप लोगों को जीतते ही जाते हो.
जब दिलजीत ने जीता PM मोदी का ‘दिल#PMModi | #DiljitDosanjh pic.twitter.com/mVjEIDvuGD
— NDTV India (@ndtvindia) January 1, 2025इसके बाद दिलजीत ने कहा, हम किताबों में पढ़ते थे कि मेरा भारत महान. लेकिन, जब मैं पूरा भारत घूमा तो मुझे पता चला कि यह बात क्यों कहते हैं? क्योंकि मेरा भारत महान है? भारत का सबसे बड़ा जादू योग है.
इस पर पीएम मोदी कहते हैं कि जिसने योग की ताकत को अनुभव किया है, वह उसकी ताकत जानता है.
इसके बाद दिलजीत कहते हैं, मैंने हाल ही में आपका एक इंटरव्यू देखा था. आपका जो पद है उसके पीछे हम एक बेटा और तमाम चीजें भूल जाते हैं. जब आप अपनी मां को लेकर या गंगा मां को लेकर भावुक हुए तो वह दिल को छू जाता है. असल में यह बात दिल से निकली है, इसलिए दिल तक गई है.
उन्होंने पीएम मोदी को पंजाबी में एक गाना गाकर भी सुनाया. उनके गाना गाने के दौरान पीएम मोदी पास पड़ी मेज को तबले की तरह बजा रहे थे.
पीएम मोदी से मुलाकात की जानकारी सिंगर दिलजीत दोसांझ ने भी अपने इंस्टाग्राम पर साझा कीं. उन्होंने इसके कैप्शन में लिखा, 2025 की शानदार शुरुआत. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ एक बहुत ही यादगार मुलाकात. हमने संगीत सहित कई चीजों पर बात की.
VIDEO: 15 छात्रों को लेकर जा रही स्कूल बस, अचानक बेकाबू होकर पलटी; कुचलने से 5वीं के छात्र की मौत
केरल के कन्नूर जिले के वलाक्काई में बुधवार को एक स्कूल बस पलटने से 10 वर्षीय छात्रा की मौत हो गई और 18 अन्य विद्यार्थी घायल हो गए. पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों के मुताबिक, बस में सवार छात्रा खिड़की से बाहर गिर गई और बस के पलटने से उसकी वाहन के नीचे दबकर मौत हो गई.
वीडियो देखेंMost scary CCTV footage of private #ChinmayaSchool bus overturning, falling off service road on to a state highway in Valakkai, #Sreekantapuram #Kannur; 11-year-old, class V student, Nedya S Rajesh was killed, 13 other kids got injured; unscientific road design blamed for tragedy pic.twitter.com/yRNuH4eCXl
— Uma Sudhir (@umasudhir) January 1, 2025यह बस जिले के कुरुमाथुर स्थित चिन्मय स्कूल की थी. सूत्रों ने बताया कि मृतक छात्रा की पहचान नेद्या एस राजेश के रूप में हुई है और वह पांचवीं कक्षा की छात्रा थी.
सूत्रों के मुताबिक, घायल विद्यार्थियों में से एक की हालत गंभीर है और दुर्घटना के समय बस में 20 विद्यार्थी सवार थे. सूत्रों ने बताया कि बस ने दूसरे वाहन को रास्ता देते समय नियंत्रण खो दिया और सड़क पर पलट गई.
13 गंभीर छात्रों को बेहतर इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. एक्सीडेंट की सूचना मिलते ही स्कूल प्रशासन और पैरेंट्स में हलचल मच गई. सभी लोग मौके पर आकर मामले की छानबीन में लगे हुए हैं.
पुलिस ने बताया कि चालक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 (सार्वजनिक मार्ग पर लापरवाही से वाहन चलाना), 125 (ए) (लापरवाही या लापरवाही के कारण मानव जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना) और 106 (1) (लापरवाही से मौत का कारण बनना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
नया साल मुबारक : 2025 की वे 25 पॉजिटिव बातें, जो आपकी और हमारी जिंदगी बदल देंगी
भारत के लिए 2024 कई मोर्चों पर शानदार साबित हुआ, जहां सरकार ने लोगों के हित में कई बड़े और महत्वपूर्ण फैसले लिए, जिससे देश की आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्थिति मजबूत हुआ. आम जनता की जीवनशैली में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिला. अब 2025 में दुनिया में कई महत्वपूर्ण सकारात्मक बदलाव होने जा रहे हैं. आज हम आपको 2025 की 25 पॉजिटिव खबरों के बारे में बताएंगे, जो तकनीकी, स्वास्थ्य, अंतरिक्ष, व्यपार और सामाजिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण परिवर्तन लेकर आएंगी.
भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और 2025 में जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रही है. दुनिया के कई अर्थशास्त्रियों के मुताबिक, जापान की अर्थव्यवस्था ठहराव के दौर से गुजर रही है. उसकी मुद्रा येन लगातार कमजोर बनी हुई है, जबकि भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया के बड़े देशों में सबसे तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में पूरी संभावना है कि 2025 के अंत तक भारत जीडीपी के मामले में जापान को पीछे छोड़ देगा. वैसे भी अगर परचेजिंग पावर पैरिटी के लिहाज से देखें तो भारत पहले ही जापान और जर्मनी से आगे है और चीन और अमेरिका के बाद तीसरे स्थान पर है. हालांकि, पर कैपिटा जीडीपी के मामले में भारत में अभी काफी सुधार की जरूरत है और वह दुनिया में 194 अर्थव्यवस्थाओं में 149वें नंबर पर है.
किसी भी बैंक से EPFO की पेंशन
नौकरी पेशा लोगों के लिए 2025 में ईपीएफओ यानी कर्मचारी प्रोविडेंट फंड से जुड़े नियमों में कई बदलाव होने जा रहे हैं. नए साल में EPFO के आईटी ढांचे में बड़े सुधार पूरे हो रहे हैं, जिसके बाद EPFO के खाता धारक अपने क्लेम सेटलमेंट सीधे ई-वॉलेट के जरिए कर सकेंगे. EPFO खाताधारक क्लेम के सेटलमेंट के बाद अपने पीएफ में जमा राशि को सीधे ATM से निकाल सकेंगे. इसके लिए उन्हें अलग से कार्ड दिए जाएंगे. क्लेम सेटलमेंट में आमतौर पर सात से दस दिन लगते हैं और इसके बाद पैसा सीधे EPFO खाताधारक के एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा. इस सबसे देश में करीब आठ करोड़ EPFO खाताधारकों को फायदा होगा. इसके अलावा 1 जनवरी से कर्मचारी पेंशन स्कीम के करीब 80 लाख सदस्य अपनी पेंशन देश के किसी भी बैंक की शाखा से निकाल सकेंगे.
बुजुर्गों के लिए गुड न्यूज
2025 में एक अच्छी खबर यह भी है कि देश में 40 करोड़ से अधिक फीचर फोन इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए जो बिना इंटरनेट सुविधा के पेमेंट के लिए UPI 123Pay सेवा का इस्तेमाल करते हैं. स्मार्ट फोन नहीं, बल्कि फीचर फोन की बात कर रहे हैं, स्मार्ट फोन से ठीक पहले वाले फोन जिनका स्क्रीन छोटा होता है और जिनमें फिजिकल कीपैड होते हैं. रिजर्व बैंक ने फीचर फोन आधारित पेमेंट के लिए ही UPI 123Pay सेवा शुरू की है. इसके तहत पैसा ट्रांसफर करने की लिमिट 5 हजार रुपए से बढ़ाकर 10 हजार रुपए कर दी गई है. 1 जनवरी से इस सुविधा का लाभ मिल रहा है. इसके अलावा UPI Lite के तहत पैसा ट्रांसफर करने की लिमिट 500 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए कर दी गई है. इससे खासतौर पर निम्न मध्यम वर्ग के परिवारों के बुज़ुर्गों और ग्रामीणों को फायदा होगा, जिनके पास आज भी डिजिटल पेमेंट की सुविधाएं सीमित हैं.
किसानों के लिए अच्छी खबर
1 जनवरी से रिजर्व बैंक की ओर से किसानों के लिए भी एक अच्छी खबर है. कृषि उत्पादन बढ़ाने और वित्तीय स्थिरता लाने के लिए रिजर्व बैंक ने कृषि फाइनेंसिंग में बड़ा बदलाव किया है. किसानों को अब दो लाख तक के लोन मिल सकते हैं. यानी ऐसे कर्ज, जिनके लिए बैंक में गारंटी के तौर पर कुछ भी गिरवी रखने की जरूरत नहीं है. पहले ये सीमा एक लाख साठ हजार रुपए थी. इससे सीमांत किसानों को खेती में काफी मदद मिलेगी.
1 जनवरी से रिजर्व बैंक द्वारा नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों यानी NBFC और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों यानी HFC में फिक्स्ड डिपॉज़िट रखने की नई गाइडलाइन लागू हो रही हैं. 10 हज़ार रुपए तक के फिक्स्ड डिपॉज़िट को जमा करने के तीन महीने के अंदर बिना ब्याज के पूरी तरह निकाला जा सकेगा. बड़े फिक्स्ड डिपॉज़िट को जमा करने के तीन महीने के अंदर मूल धन का 50 फीसदी या पांच लाख रुपए जो भी कम हो, उतना निकालने की इजाजत होगी. गंभीर बीमारी के मामले में खाताधारक पूरा मूल धन बिना ब्याज के निकाल सकेंगे, चाहे फिक्स्ड डिपॉज़िट की अवधि कुछ भी हो.
मॉनसून रहेगा मेहरबान
साल 2025 खेती के लिहाज से भारत के लिए शानदार रहने की उम्मीद है. अच्छे मॉनसून की वजह से इस दौरान देश में खाद्यान्न का रिकॉर्ड उत्पादन होने की उम्मीद है. जून 2025 में खत्म होने वाले 2024-25 के फसल वर्ष में खरीफ की फसल का रिकॉर्ड 16.47 करोड़ टन उत्पादन हुआ है. हालांकि, मौसम के मिजाज का ठीक से अनुमान नहीं लगाया जा सकता. लेकिन फिर भी सर्दियों में होने वाली रबी की फसल पिछले साल से बेहतर होने की उम्मीद है. 2024-25 में कृषि क्षेत्र में विकास दर 3.5 से 4 प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद है.
देश में तेजी से बिछते सड़कों के जाल का नए साल में और विस्तार होने जा रहा है. 2025 में कई नए एक्सप्रेसवे पूरे हो जाएंगे. 2019 में बनना शुरू हुआ देश का सबसे लंबा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 2025 के अंत तक पूरा होने की संभावना है. करीब एक लाख करोड़ रुपए की लागत से बन रहे 1386 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद दिल्ली से मुंबई की यात्रा बारह घंटे में संभव हो जाएगी. सात राज्यों से गुजरने वाले आठ लेन के इस एक्सप्रेसवे का 82% काम अक्टूबर 2024 तक पूरा हो चुका है. 1386 में से 630 किलोमीटर एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक अलग-अलग चरणों में पहले ही शुरू हो चुका है.
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे भी फरवरी तक पूरी होने की संभावना है. 210 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली और देहरादून के बीच की दूरी दो से ढाई घंटे में तय की जा सकेगी. दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर से शुरू होने वाला यह एक्सप्रेसवे उत्तरप्रदेश के बागपत, शामली, सहारनपुर होकर उत्तराखंड में देहरादून पहुंचेगा. इस एक्सप्रेसवे पर राजाजी नेशनल पार्क और देहरादून के बीच 20 किलोमीटर का एलिवेटेड वाइल्ड लाइफ कोरिडोर बन रहा है, जो जंगल के बीच से गुजरने वाला एशिया का सबसे लंबा एलिवेटेड वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर है.
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से जोड़ने वाला बेंगलुरू चेन्नई एक्सप्रेसवे
भी अगस्त 2025 तक पूरा हो जाएगा. 260 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे से बेंगलुरू और चेन्नई के बीच की सड़क की दूरी छह घंटे से घटकर तीन घंटे रह जाएगी. यह एक्सप्रेसवे कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु से होकर गुजर रहा है. यह दक्षिण भारत का पहला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे है, यानी ऐसा एक्सप्रेसवे जो पूरी तरह से नया बन रहा है और जिस रास्ते पर पहले सड़क नहीं थी. मोदी सरकार 4.5 लाख करोड़ रुपए की लागत से देश में ऐसे 10 हजार किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाने पर काम कर रही है.
उत्तरप्रदेश में 594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेसवे
भी जनवरी में होने वाले महाकुंभ से पहले पूरा जाने की उम्मीद है. मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाला गंगा एक्सप्रेसवे 12 जिलों से गुजरता है. गंगा एक्सप्रेसवे के पूरा होने से दिल्ली से प्रयागराज सड़क के रास्ते सात घंटे में पहुंचा जा सकेगा. गंगा एक्सप्रेसवे को बीच में कई जगह बाकी एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए लिंक रोड बनाई जा रही हैं.
कश्मीर घाटी को बाकी देश के साथ रेल लिंक से जोड़ते ही
साल 2025 में भारतीय रेलवे एक और ऐतिहासिक मील का पत्थर पार कर लेगी. इस अहम प्रोजेक्ट के आखिरी हिस्से उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक पर ट्रैक बिछाने का काम पूरा हो चुका है. जनवरी में इस रूट पर दिल्ली से श्रीनगर को जोड़ने वाली रेल सेवा शुरू हो जाएगी. यह दुनिया के सबसे खूबसूरत रेल मार्गों में से एक होगा जो 38 सुरंगों से गुज़रेगा. करीब 700 किलोमीटर लंबे इस रेल मार्ग पर दुनिया का सबसे लंबा रेलवे पुल चिनाब ब्रिज भी बनाया गया है जो इस रूट की खूबसूरती और रोमांच को और भी ज़्यादा बढ़ाता है.
दिल्ली के सराय काले खां को मेरठ के मोदीपुरम से जोड़ने वाला रीजनल रैपिड ट्रांज़िट सिस्टम (RRTS)
भी नए साल में पूरा हो जाएगा. इस रूट पर चलने वाली अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त ट्रेनों को नमो भारत नाम दिया गया है, जिनमें सीसीटीवी मॉनिटरिंग, इमरजेंसी कम्युनिकेशन सुविधाएं, ऑनबोर्ड वाईफाई और फायर डिटेक्शन सिस्टम भी शामिल है. 82 किलोमीटर इस रूट का 42 किलोमीटर सेक्शन पहले ही चालू है. इस रूट पर RRTS के 2025 के मध्य तक पूरा होने के बाद दिल्ली से मेरठ का सफ़र एक घंटे में पूरा हो जाएगा.
नए साल में दो बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी शुरू होने जा रहे हैं.
उत्तरप्रदेश के जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लगभग पूरा हो चुका है और इस पर टेस्ट फ्लाइट भी उतर चुकी हैं. करीब 30 हजार करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस एयरपोर्ट के पहले चरण के 17 अप्रैल से ऑपरेशनल होने की संभावना है. पहले चरण में इस एयरपोर्ट से करीब सवा करोड़ यात्री सालाना उड़ान भर सकेंगे और उतर सकेंगे. चार चरणों में बनने वाले इस एयरपोर्ट में कुल छह रनवे होंगे और पूरा बन जाने के बाद यह भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा, जिसकी सालाना क्षमता 7 करोड़ यात्रियों की होगी.
17 अप्रैल को ही नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन होने की संभावना है. इस एयरपोर्ट पर भी टेस्ट फ्लाइट उतर चुकी हैं. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ही तरह यह भी एक ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, जिसके सभी चरणों के पूरा हो जाने के बाद इसकी सालाना क्षमता 6 करोड़ यात्रियों की हो जाएगी. इसके अलावा 15 लाख टन कार्गो सालाना यहां से लाया ले जाया सकेगा. पहले चरण में सालाना 2 करोड़ यात्री इस एयरपोर्ट का इस्तेमाल कर पाएंगे. इस एयरपोर्ट पर कुल लागत 18 हजार करोड़ रुपए आने की संभावना है.
13 जनवरी से दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक, आध्यात्मिक मेला महाकुंभ प्रयागराज में शुरू होने जा रहा है. अप्रैल तक चलने वाले महाकुंभ में देश और दुनिया भर से 5 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. देश की सांस्कृतिक, धार्मिक विरासत के इस विशाल सागर में आस्था की डुबकी लगाने के लिए आने वालों की सुविधा के लिए बड़े पैमाने पर इंतज़ाम किए गए हैं.
सरकारें बेहतर होती हैं तो जनता का भी ज़्यादा भला होता है और पॉज़िटिविटी भी बढ़ती है. लेकिन साल 2025 सरकार चुनने के लिहाज से थोड़ा कम व्यस्त साल है. इस साल सिर्फ दो विधानसभा चुनाव होने हैं. फरवरी में दिल्ली विधानसभा और अक्टूबर-नवंबर में बिहार विधानसभा के चुनाव होने की संभावना है. लेकिन दोनों ही राज्यों में होने वाले ये चुनाव सियासी लिहाज से काफी हंगामेदार रहने की पूरी संभावना है.
साल 2025 में भारत अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में लंबी छलांग लगाने जा रहा है. ISRO द्वारा PSLV C60 से छोड़े गए Spadex A और Spadex B यान अंतरिक्ष में अपनी कक्षा में स्थापित हो चुके हैं और अगले कुछ दिनों में दोनों को आपस में जोड़ने से जुड़े डॉकिंग एक्सपेरिमेंट की कामयाबी के साथ ही भारत दुनिया के उस इलीट क्लब में शामिल हो जाएगा, जिसमें अभी सिर्फ़ अमेरिका, रूस और चीन शामिल हैं. डॉकिंग एक्सपेरिमेंट की कामयाबी भविष्य में चांद से सैंपल लाने और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन बनाने जैसे बड़ी परियोजनाओं के लिए काफ़ी अहम होगी.
2025 के जनवरी महीने में ही इसरो एक और नया रिकॉर्ड बनाने जा रहा है. ISRO जनवरी में अपने 100वें मिशन को लॉन्च करेगा. इसके तहत GSLV रॉकेट के जरिए भारतीय सैटलाइट नेवेगिशन सिस्टम तैयार करने के लिए NVS-02 मिशन लॉन्च किया जाएगा. NVS-02 सेकंड जनरेशन नेविगेशन सैटलाइट्स की सीरीज में दूसरा मिशन होगा. इससे भारत दुनिया में इस्तेमाल किए जाने वाले Global Positioning System यानी GPS की तर्ज पर अपना खुद का सिस्टम Navigation with Indian Constellation यानी NavIC तैयार करने की ओर एक कदम आगे बढ़ जाएगा.
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में फंसीं भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विलमोर के धरती पर लौटने का इंतजार मार्च महीने में ख़त्म हो जाएगा. दोनों ही अंतरिक्ष यात्री 5 जून, 2024 से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर फंसे हुए हैं. बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान की छोटी टेस्ट फ़्लाइट के तहत दोनों अंतरिक्ष यात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर गए थे. लेकिन यान में तकनीकी दिक्कतें आने के कारण वापस नहीं लौट सके. अब SpaceX क्रू ड्रैगन स्पेस कैप्सूल में उन्हें वापस धरती पर लाया जाएगा.
साल 2025 में दुनिया में एक बड़ा बदलाव जिस पर सबकी निगाह रहेगी, वह है अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का अमेरिका की सत्ता अपने हाथ में लेना. चुनावों में शानदार जीत के साथ ही ट्रंप चार साल बाद 20 जनवरी को दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. सत्ता में आने के बाद वह जो बाइडेन सरकार की नीतियों में बड़े बदलाव करने जा रहे हैं. ये बदलाव सिर्फ़ अमेरिका ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को कई तरह से प्रभावित करेंगे. उम्मीद है कि इनमें से अधिकतर बदलाव भारत के लिहाज से सकारात्मक होंगे, चाहे वह अर्थव्यवस्था से जुड़े हों, दुनिया की भूराजनीति से या फिर भारत की सामरिक सुरक्षा से.
दुनिया में हर साल करीब दस लाख लोगों की जान लेने वाली बीमारी कैंसर के मुकम्मल इलाज का इंतजार 2025 में भी बना रहेगा. लेकिन इस साल कैंसर के इलाज में कई बड़ी कामयाबियां मिलने जा रही हैं. अमेरिका की एफडीए 2025 में कैंसर की एक वैक्सीन को मंज़ूरी देने जा रही है. मरीज़ों की व्यक्तिगत शारीरिक ज़रूरतों के हिसाब से ये वैक्सीन तैयार की जा सकेंगी. इसके कैंसर से निपटने के लिए प्रोटोन थैरेपी, प्रिसिज़न ओंकोलोजी और कई नई दवाएं भी तैयार होने की उम्मीद है.
साल 2025 नई उभरती टेक्नोलॉजी के लिहाज से भी काफी अहम रहेगा. ऐसे समय जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में पैर पसार लिए हैं, तो उसका विस्तार नए आसमानों की ओर होना तय है. हर कंपनी अब ये समझ चुकी है कि AI और Generative AI के बिना भविष्य नहीं है. Open AI और Google जैसी कंपनियों ने Generative AI की सीमाओं को पीछे धकेल दिया है. इस सबके बीच चिंता ये भी है कि AI अगर अपनी ख़ुद की समझ से सारा काम करना शुरू कर देगा तो हो सकता है कि कभी हम उस पर नियंत्रण खो दें और वह हम पर हावी हो जाए. इसे लेकर दुनिया में कई आईटी विशेषज्ञ और अन्य विद्वान चेतावनियां भी देते रहे हैं. इतिहासकार और लेखक युवल नोआ हरारी उनमें से एक हैं जो मानते हैं कि AI में इंसान को अपना ग़ुलाम बना लेने और मानवता को ख़त्म कर देने की क्षमता विकसित हो सकती है. AI इस Point of no return तक न पहुंचे इसके लिए 2025 में दुनिया में नए सिरे से दबाव बनने की संभावना है.
आधुनिकतम तकनीक के लिहाज से नया साल क्वॉंटम कंप्यूटिंग के क्षेत्र में भी अहम होगा. क्वॉंटम कंप्यूटिंग एक ऐसा क्षेत्र है जो क्वांटम मैकेनिक्स के इस्तेमाल से बहुत ही जटिल समस्याओं या गणनाओं को पल भर में हल कर सकता है, जिसे हल करना पारंपरिक कंप्यूटरों के लिए मुश्किल और असंभव होता है. संयुक्त राष्ट्र ने 2025 को International Year of Quantum Science and Technology घोषित किया है. IBM 2025 में अभी तक का सबसे बड़ा क्वांटम कंप्यूटर जारी करने जा रही है. क्वांटम कंप्यूटिंग के क्षेत्र में तरक्की दुनिया में कई बड़ी चुनौतियों को हल करने की दिशा में काम आ सकती है.
साल 2025 बायो टेक्नोलॉजी के लिहाज से भी एक बड़ा साल होने जा रहा है, जिससे स्वास्थ्य, कृषि और पर्यावरण की बेहतरी के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित होंगे. CRISPR आधारित जीन संपादन जैसी तकनीक मस्क्युलर डिस्ट्रॉफ़ी, सिस्टिक फाइब्रोसिस, सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारियों के इलाज में काफ़ी ख़ास साबित होगी. ऐसी तकनीक से कैंसर के इलाज के भी ज़्यादा प्रभावी तरीके विकसित हो रहे हैं. ऐसी फसलें तैयार करने में मदद मिलेगी जो बीमारियों और क्लाइमेट चेंज से प्रभावित न हों और जिनके लिए ख़तरनाक कीटनाशकों की ज़रूरत न पड़े. बायोटेक्नोलॉजी की मदद से लैब में ही तैयार मीट बनाने को बढ़ावा मिलेगा जो दुनिया की खाद्य चुनौती से लड़ने में अहम होगी.
क्लाइमेट चेंज दुनिया के लिए लगातार चुनौती बना हुआ है. साल 2024 आज तक का सबसे गर्म साल साबित हुआ है, जब तापमान में बढ़ोतरी पेरिस समझौते में तय 1.5 डिग्री की सीमा को पार कर गई. दुनिया में बेमौसमी बदलाव बड़े पैमाने पर महसूस हुए हैं, जिनसे करोड़ों लोग प्रभावित हुए. इस ट्रेंड के साल 2025 में बने रहने की आशंका है. लेकिन इस सबके बीच AI, क्वांटम कंप्यूटिंग और बायो टेक्नोलॉजी जैसे रिसर्च के आधुनिकतम क्षेत्रों की मदद से नई तकनीकियों के विकसित होने की उम्मीद है जिससे क्लाइमेट चेंज से निपटा जा सकेगा. ऐसी तकनीकियां ग्रीन एनर्जी के उत्पादन और कम ऊर्जा खर्च को बढ़ावा देने में अहम होंगी.
साल के पहले दिन दुनिया की आबादी हुई 8.09 अरब
नए साल के पहले दिन विश्व की जनसंख्या 8.09 अरब हो जाएगी और 2024 में दुनिया की आबादी में 7.1 करोड़ की वृद्धि दर्ज की गयी. यह जानकारी सोमवार को जारी अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के अनुमानों से मिली. अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के अनुसार, 2024 में वैश्विक आबादी में हुई वृद्धि 2023 की तुलना में थोड़ी कम है, जब दुनिया की आबादी में 7.5 करोड़ की वृद्धि हुई थी. अनुमानों के अनुसार, जनवरी 2025 में दुनिया भर में प्रति सेकंड 4.2 जन्म और 2.0 मौत होने का अनुमान है.
जनगणना ब्यूरो के अनुसार, 2024 में अमेरिका की आबादी में 26 लाख की वृद्धि हुयी और नए साल के पहले दिन अमेरिका की आबादी 34.1 करोड़ होगी. जनगणना ब्यूरो के अनुसार, 2020 के दशक में अब तक, अमेरिकी आबादी में लगभग 97 लाख की वृद्धि हुई है.
नए साल के पहले दिन 1 जनवरी 2025 को दुनिया की आबादी 8.09 अरब तक पहुंचने का अनुमान है. 2024 में, भारत सबसे अधिक आबादी वाला देश रहा, जिसकी अनुमानित जनसंख्या 141 करोड़ थी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के अनुमान के अनुसार, 2024 में दुनिया की जनसंख्या में 7.1 करोड़ से अधिक लोगों की वृद्धि की हुई है.ब्यूरो ने कहा, 1 जनवरी 2025 को अनुमानित विश्व जनसंख्या 8,092,034,511 है, जो नए साल 2024 से 71,178,087 (0.89 प्रतिशत) अधिक है. जनवरी 2025 के महीने में दुनिया भर में हर सेकंड लगभग 4.2 जन्म और 2 मौतें होने की उम्मीद है. इस साल 0.9 प्रतिशत की उछाल 2023 की तुलना में थोड़ी कम थी, जब दुनिया भर में कुल मानव आबादी 7.5 करोड़ बढ़ गई थी.
अमेरिकी जनगणना ब्यूरो जनसंख्या घड़ी के लिए अल्पकालिक अनुमानों को अपडेट करने के लिए प्रत्येक वर्ष के अंत में जनसंख्या अनुमानों की संशोधित श्रृंखला का इस्तेमाल करता है. ब्यूरो का कहना है कि हर कैलेंडर महीने के अंदर रोजाना जनसंख्या परिवर्तन को स्थिर माना जाता है.
जुलाई 2024 तक, भारत दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश था, जिसकी अनुमानित जनसंख्या 1,409,128,296 लोग (करीब 141 करोड़) है. भारत के बाद चीन का स्थान है, जिसकी जनसंख्या 1,407,929,929 लोग (करीब 140.8 करोड़) है.
इसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका का स्थान है. इसकी अनुमानित जनसंख्या नए साल के दिन 341,145,670 होने का अनुमान है. साल में अमेरिका की जनसंख्या में 2,640,171 लोगों (0.78%) की वार्षिक वृद्धि हुई है.
कैसा रहेगा जनवरी महीने में पूरे देश का मौसम, जानिए IMD की भविष्यवाणी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार को कहा कि पूर्वी, उत्तर-पश्चिम और पश्चिम-मध्य क्षेत्रों के कुछ इलाकों को छोड़कर जनवरी में भारत के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने एक ऑनलाइन प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत तथा दक्षिणी प्रायद्वीप के मध्य भागों को छोड़कर देश के अधिकतर भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. उन्होंने कहा कि मध्य भारत के पश्चिमी और उत्तरी भागों में जनवरी के दौरान शीतलहर दिवस सामान्य से अधिक रहने की संभावना है.
आईएमडी ने कहा कि जनवरी से मार्च के दौरान उत्तर भारत में वर्षा सामान्य से कम रहने की संभावना है, जो दीर्घावधि औसत (एलपीए) के 86 प्रतिशत से भी कम होगी. साल 1971-2020 के आंकड़ों के आधार पर, इस अवधि के दौरान उत्तर भारत में औसत वर्षा का स्तर लगभग 184.3 मिमी है.
पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जैसे उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी राज्य सर्दियों (अक्टूबर से दिसंबर) में गेहूं, मटर, चना और जौ सहित रबी फसलों की खेती करते हैं और गर्मियों (अप्रैल से जून) में उनकी कटाई करते हैं. सर्दियों के दौरान पश्चिमी विक्षोभ के कारण होने वाली वर्षा, उनकी खेती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
भारत में 1901 के बाद से 2024 सबसे गर्म साल, 41 अतिरिक्त दिन तक भीषण गर्मी पड़ी
वर्ष 2024 अब 1901 के बाद से सबसे गर्म वर्ष के रूप में दर्ज किया गया है. इसने 2016 को पीछे छोड़ दिया है, जिसमें औसत भूमि सतही वायु तापमान सामान्य से 0.54 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया था. यूरोपीय जलवायु एजेंसी ‘कोपरनिकस के अनुसार, 2024 संभवत अब तक का सबसे गर्म वर्ष होगा. यह ऐसा पहला वर्ष होगा जब वैश्विक औसत तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर से 1.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा होगा.
दुनिया में 2024 में जलवायु परिवर्तन की वजह से भीषण गर्मी के दिनों में औसतन 41 दिन की वृद्धि हुई है. यूरोपीय जलवायु एजेंसी कॉपरनिकस के अनुसार रिकॉर्ड के हिसाब से 2024 सबसे गर्म वर्ष बनने वाला है और यह पहला वर्ष है जिसमें वैश्विक औसत तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर से 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक होगा.
जलवायु वैज्ञानिकों के दो समूहों - वर्ल्ड वेदर एट्रिब्यूशन (डब्ल्यूडब्ल्यूए) और क्लाइमेट सेंट्रल - की वार्षिक समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में 2024 में भीषण गर्मी के दिनों में औसतन 41 दिन की वृद्धि हुई. छोटे द्वीपीय विकासशील देश सबसे अधिक प्रभावित हुए, जहां के लोगों को 130 से अधिक अतिरिक्त गर्म दिन का अनुभव करना पड़ा. वैज्ञानिकों ने 2024 में 219 मौसम संबंधी घटनाओं की पहचान की और उनमें से 29 का अध्ययन किया.
उन्होंने पाया कि जलवायु परिवर्तन के कारण कम से कम 3,700 लोगों की मौत हुई और मौसम संबंधी 26 घटनाओं की वजह से लाखों लोग विस्थापित हुए.
अध्ययन के अनुसार सूडान, नाइजीरिया, नाइजर, कैमरून और चाड में बाढ़ सबसे घातक घटना थी, जिसमें कम से कम 2,000 लोग मारे गए. अध्ययन में पता चला कि यदि ग्लोबल वार्मिंग दो डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाती है तो इन क्षेत्रों में हर साल इसी तरह की भारी वर्षा संबंधी घटनाएं हो सकती हैं. ग्लोबल वार्मिंग 2040 या 2050 के दशक की शुरुआत में दो डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकती है.
डब्ल्यूडब्ल्यूए के प्रमुख और इंपीरियल कॉलेज, लंदन में जलवायु विज्ञान के वरिष्ठ व्याख्याता फ्राइडेरिक ओटो ने कहा कि जीवाश्म ईंधन के गर्म होने के प्रभाव 2024 की तुलना में कभी भी इतने स्पष्ट या अधिक विनाशकारी नहीं रहे हैं. हम एक नए खतरनाक युग में रह रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि चीजों को बदतर होने से रोकने के लिए हमें क्या करने की जरूरत है - जीवाश्म ईंधन जलाना बंद करें. 2025 के लिए शीर्ष संकल्प जीवाश्म ईंधन से दूर जाना होगा, जो दुनिया को एक सुरक्षित व अधिक स्थिर स्थान बनाएगा.
250KM का ग्रीन कॉरिडोर, 12 कंटेनर : 40 साल बाद भोपाल से ऐसे हटाया यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा
भोपाल गैस त्रासदी के चालीस साल बाद, बुधवार रात को यूनियन कार्बाइड कारखाने से करीब 377 टन जहरीला अपशिष्ट निपटान के लिए ले जाया गया. जहरीले अपशिष्ट को 12 सीलबंद कंटेनर ट्रकों में भोपाल से 250 किलोमीटर दूर धार जिले के पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में ले जाया जा रहा है.
दो और तीन दिसंबर, 1984 की दरमियानी को भोपाल में यूनियन कार्बाइड कीटनाशक कारखाने से अत्यधिक जहरीली मिथाइल आइसोसाइनेट (एमआईसी) गैस का रिसाव हुआ था, जिसमें कम से कम 5,479 लोग मारे गए थे और हजारों लोग अपंग हो गए. इसे दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक आपदाओं में से एक माना जाता है.
भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग के निदेशक स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा, ‘‘कचरा ले जाने वाले 12 कंटेनर ट्रक रात करीब नौ बजे बिना रुके सफर पर निकल पड़े है. वाहनों के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है, जिसके सात घंटे में धार जिले के पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में पहुंचने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि करीब 100 लोगों ने कचरे को पैक करने और ट्रकों में लादने के लिए 30 मिनट की पाली में काम किया. ये लोग रविवार से इस काम में जुटे हुए थे. उन्होंने कहा, ‘‘उनकी स्वास्थ्य जांच की गई और हर 30 मिनट में उन्हें आराम दिया गया.
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने हाल में राजधानी भोपाल में यूनियन कार्बाइड को खाली न करने के लिए अधिकारियों के प्रति नाखुशी जाहिर की थी और कहा था कि यह उदासीनता एक और त्रासदी का कारण बन सकती है. सिंह ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा को बताया, अगर सब कुछ ठीक पाया जाता है, तो कचरे को तीन महीने के भीतर जला दिया जाएगा. अन्यथा इसमें नौ महीने तक का समय लग सकता है.
मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने तीन दिसंबर को जहरीले कचरे को स्थानांतरित करने के लिए चार सप्ताह की समय सीमा तय की थी और सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर उसके निर्देश का पालन नहीं किया गया तो अवमानना की कार्यवाही की जाएगी.
मुख्य न्यायाधीश एसके कैत और न्यायमूर्ति विवेक जैन की खंडपीठ ने कहा था, हम यह समझने में विफल हैं कि उच्चतम न्यायालय और इस न्यायालय द्वारा 23.03.2024 की योजना के अनुसार समय-समय पर विभिन्न निर्देश जारी करने के बावजूद, आज तक विषाक्त अपशिष्ट और सामग्री को हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है.
सिंह ने कहा कि शुरुआत में कुछ अपशिष्ट को पीथमपुर की अपशिष्ट निपटान इकाई में जलाया जाएगा और अवशेष (राख) की जांच की जाएगी ताकि पता लगाया जा सके कि उसमें कोई हानिकारक तत्व बचा है या नहीं.
उन्होंने कहा कि एक बार जब यह पुष्टि हो जाती है कि विषाक्त तत्वों का कोई निशान नहीं बचा है तो राख को दो-परत की झिल्ली से ढक दिया जाएगा और यह सुनिश्चित करने के लिए इसे दबा दिया जाएगा कि यह किसी भी तरह से मिट्टी और पानी के संपर्क में न आए.
कुछ स्थानीय कार्यकर्ताओं ने दावा किया है कि 2015 में पीथमपुर में परीक्षण के तौर पर 10 टन यूनियन कार्बाइड कचरे को जलाया गया था, जिसके बाद आसपास के गांवों की मिट्टी, भूमिगत जल और जल स्रोत प्रदूषित हो गए. लगभग 1.75 लाख की आबादी वाले शहर पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड कचरे के निपटान के विरोध में रविवार को बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध मार्च निकाला था.
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद भी ‘यूनियन कार्बाइड कारखाने के जहरीले कचरे का निपटारा नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए तीन दिसंबर को राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि इस कचरे को तय अपशिष्ट निपटान इकाई में चार हफ्तों के भीतर भेजा जाए.
भोपाल में दो और तीन दिसंबर 1984 के दौरान रात में जहरीली गैस ‘मिथाइल आइसोसाइनेट का रिसाव हुआ था. दुनिया की सबसे भीषण औद्योगिक त्रासदियों में गिनी जाने वाली इस घटना में 5,479 लोगों की मौत हो गई थी और पांच लाख से अधिक लोग स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और दीर्घकालिक विकलांगताओं से पीड़ित हो गए थे.
अब अंतरिक्ष से सीधे मिलेंगे आपके फोन को नेटवर्क, US का सैटेलाइट लॉन्च कर ISRO पूरा करेगा ये सपना
भारत की पूरी दुनिया में एक अलग तरह से पहचान हो रही है. आर्थिक हो या सामाजिक, राजनीति हो या फिर विज्ञान, हम हर क्षेत्र में दुनिया से कदम कदम मिला कर चल रहे हैं. विज्ञान के क्षेत्र में इसरो एक नया कारनामा करने वाला है. दरअसल, अब मोबाइल कॉलिंग के लिए ट्रैडिशनल (पारंपरिक) नेटवर्ट या टावर की जरूरत नहीं पड़ेगी. अब स्पेस से ही आप दुनिया के किसी भी क्षेत्र में कॉल कर सकते हैं. इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं.
बहुत जल्द अमेरिकी कंपनी इस सपने को हकीकत में बदलने की कोशिश कर रही है. इसमें साथ दे रहा है हमारा इसरो. भारतीय विज्ञान एवं प्रद्योगिकी मंत्री जीतेंद्र सिंह ने बताया था कि फरवरी या मार्च में हम अमेरिकी सैटेलाइट की लॉन्चिंग करेंगे. उन्होंने कहा कि ये मोबाइल संचार के क्षेत्र में एक क्रांति है. लांकि, ना तो इसरो के तरफ से और ना ही केंद्रीय मंत्री के तरफ से कोई आधिकारिक बयान आया है.
टेक्सास स्थित कंपनी AST SpaceMobile है, जो स्पेस के जरिए लोगों को मोबाइल में नेटवर्क देने का काम करेगी. इस कंपनी का कम्युनिकेशन सैटेलाइट श्रीहरिकोटा से लॉन्च होने वाला है.क्या खासियत है- स्पेस से नेटवर्क मिलेगा, जा सरल होगा
- दुनिया में कहीं भी रह कर बात किया जा सकता है
- स्टारलिंक की तरह इंटरनेट की सुविधा रहेगी
- देखा जाए तो ये ग्लोबल सिम की तरह काम कर सकता है.
अमेरिकी मीडिया ने इस कंपनी की रिपोर्ट की थी, जिसमें इन्वेस्टर ने दावा किया था कि कंपनी जल्द ही दूसरा सैटेलाइट के बारे में सोच रही है. इस मुद्दे पर एनडीटीवी की टीम AST SpaceMobile के सीईओ एबेल एवेलन से प्रतिक्रिया जाननी चाही, मगर उनसे इस मुद्दे पर बात नहीं हो पाई है.
कैसा होगा ब्लूबर्ड सैटेलाइट?प्रत्येक ब्लूबर्ड उपग्रह में 64 वर्ग मीटर या फुटबॉल मैदान के आधे आकार का एंटीना होगा. उपग्रह का वजन लगभग 6000 किलोग्राम होगा और भारत का रॉकेट इसे पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित करेगा.
इससे पहले दिए गए एक बयान में एबेल एवेलन ने कहा था कि उन्होंने ऐसी तकनीक का आविष्कार किया है जो उपग्रहों को सीधे साधारण सेल फोन से जोड़ती है और पृथ्वी की निचली कक्षा में अब तक के सबसे बड़े वाणिज्यिक चरण सरणी के माध्यम से ब्रॉडबैंड इंटरनेट प्रदान करती है. क्या रहेंगी खासियतें?- एएसटी स्पेसमोबाइल का मिशन ग्लोबल कनेक्टिविटी को बढ़ाना है.
- दुनिया भर में अरबों लोगों को बेहतरीन जिंदगी देनी है
- स्पेस से नेटवर्क के जरिए विश्व की दूरियों को कम करना है
इस मुद्दे पर इसरो के एक विशेषज्ञ ने कहा कि यह सैटेलाइट मोबाइल संचार के क्षेत्र में एक क्रांति लाएगा. एक्सपर्ट का कहना है कि कंपनी एक विशाल नेटवर्क बनाने की जुगत में है. इसरो विशेषज्ञों ने पुष्टि की है कि एएसटी स्पेसमोबाइल ने ब्लूबर्ड उपग्रह के प्रक्षेपण के लिए भारत के फैट रॉकेट या प्रक्षेपण यान मार्क-3 की सेवाएं ली हैं.
अमेरिकी कंपनी ने आगे कहा: हमारा लक्ष्य सेलुलर ब्रॉडबैंड को लगभग हर जगह उपलब्ध कराना है ताकि आप बाकी दुनिया से जुड़ सकें - चाहे आप कहीं भी रहते हों या काम करते हों. हम लोगों को उन जगहों पर भी कनेक्ट रहने में मदद करना चाहते हैं जहाँ पारंपरिक नेटवर्क नहीं जुड़ पाते, जिसमें मौजूदा टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर के विफल होने की स्थिति भी शामिल है.
हम वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में नई आबादी का स्वागत करने की उम्मीद करते हैं, जिससे काम, शिक्षा, सोशल नेटवर्किंग, स्वास्थ्य सेवा और बहुत कुछ के अवसर खुलेंगे. AST स्पेसमोबाइल के नियोजित समाधान के लिए सेलुलर सेवा प्रदाताओं को बदलने की आवश्यकता नहीं हो सकती है. हम ज़रूरत पड़ने पर अपने उपग्रहों को वैकल्पिक कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए दुनिया भर के मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटरों के साथ काम कर रहे हैं.
अमेरिका के न्यू आर्लियंस में कार ने भीड़ को रौंदा, 10 की मौत, 30 जख्मी
अमेरिका में नववर्ष के दिन न्यू ओर्लियंस में कैनाल एवं बॉर्बन स्ट्रीट नामक मार्ग पर बुधवार को एक चालक ने भीड़ में वाहन घुसा दिया जिससे 10 लोगों की मौत हो गई और 35 अन्य घायल हो गए.
संघीय जांच एजेंसी एफबीआई इस घटना की जांच ‘‘आतंकवादी कृत्य के रूप में भी कर रही है. एफबीआई ने बताया कि बुधवार को शहर के व्यस्त फ्रेंच क्वार्टर में बॉर्बन स्ट्रीट पर तड़के लगभग 3.15 बजे हुए हमले के बाद पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में चालक मारा गया.
यह घटना शहर के कैसर सुपरडोम में आयोजित कॉलेज फुटबॉल क्वार्टर फाइनल ऑलस्टेट बाउल की शुरुआत से कुछ घंटे पहले हुई, जिसमें हजारों लोगों के एकत्र होने की उम्मीद थी. कानून प्रवर्तन से जुड़े एक अधिकारी ने ‘एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि जांचकर्ता संभावित विस्फोटक उपकरणों की तलाश में फ्रेंच क्वार्टर की तलाशी ले रहे हैं.
अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वह जांच का विवरण देने के लिए अधिकृत नहीं हैं. एफबीआई के न्यू ओर्लियंस फील्ड कार्यालय के प्रभारी सहायक विशेष एजेंट एलेथिया डंकन ने कहा कि अधिकारी घटनास्थल पर कम से कम एक संदिग्ध विस्फोटक उपकरण को लेकर जांच कर रहे हैं.
न्यू ओर्लियंस की मेयर लाटोया कैंट्रेल ने इसे ‘‘आतंकी हमला करार दिया. पुलिस आयुक्त ऐनी किर्कपैट्रिक ने कहा कि चालक ‘‘नरसंहार करने और तबाही मचाने पर तुला हुआ था.
उन्होंने कहा, ‘‘यह जानबूझकर किया गया कृत्य था. यह आदमी जितने लोगों को कुचल सकता था, कुचलने की कोशिश कर रहा था. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वाहन के रुकते ही चालक बाहर आया और उसने वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों पर गोलीबारी की.
उन्होंने कहा कि गोलीबारी में दो अधिकारी घायल हो गए जिनकी हालत स्थिर है. यह क्षेत्र नए साल की पूर्व संध्या पर जश्न मनाने के लिए सबसे बड़े स्थलों में से एक माना जाता है.
केविन गार्सिया (22) ने ‘सीएनएन को बताया कि उसने एक ट्रक को फुटपाथ पर लोगों को टक्कर मारते हुए देखा और गोलियों की आवाज सुनी. व्हिट डेविस नामक व्यक्ति ने बताया कि जब वह नाइट क्लब से बाहर निकल रहा था तो उसने लोगों को चिल्लाते और पीछे की ओर भागते हुए देखा.
डेविस ने कहा, ‘‘जब उन्होंने हमें क्लब से बाहर जाने दिया, तो पुलिस ने हमें इशारा किया कि हमें कहां चलना है और हमें जल्दी से उस क्षेत्र से बाहर निकलने के लिए कहा गया. मैंने कुछ शव देखे और बहुत सारे लोगों का प्राथमिक उपचार किया जा रहा था.
शहर के आपातकालीन विभाग ‘नोला रेडी ने कहा कि घायलों को पांच स्थानीय अस्पतालों में ले जाया गया है. व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन को इस हमले के बारे में जानकारी दे दी गई है.
यह हमला हिंसा की घटना को अंजाम देने के लिए वाहन को हथियार के रूप में इस्तेमाल किए जाने का एक और उदाहरण है. पिछले महीने जर्मनी के शहर मैगडेबर्ग में छुट्टियों के दौरान खरीदारी करने आए लोगों से भरे क्रिसमस बाजार में 50 वर्षीय एक डॉक्टर ने कार से टक्कर मारकर चार महिलाओं और नौ वर्षीय एक लड़के की हत्या कर दी थी.
भुवनेश कुमार ने यूआईडीएआई के सीईओ का पदभार संभाला
भुवनेश कुमार ने भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) का पदभार संभाल लिया है. एक आधिकारिक बयान में बुधवार को यह जानकारी दी गई. कुमार इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव भी बने रहेंगे.
उन्होंने अमित अग्रवाल का स्थान लिया है जिन्हें नया औषधि सचिव नियुक्त किया गया है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘भुवनेश कुमार ने बुधवार को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी का पदभार संभाल लिया.
कुमार उत्तर प्रदेश कैडर के 1995 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी हैं. बयान में कहा गया, ‘‘राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कुरूक्षेत्र से स्नातक और स्वर्ण पदक विजेता, कुमार ने केंद्र और अपने कैडर राज्य दोनों में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है.
इससे पहले, उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में भी कार्य किया था. उत्तर प्रदेश में, उन्होंने पशुपालन, डेयरी विकास और मत्स्य पालन विभाग में प्रमुख सचिव के रूप में कार्य किया. वह उत्तर प्रदेश सरकार में सचिव वित्त, सचिव एमएसएमई, सचिव तकनीकी शिक्षा और भूमि राजस्व विभाग के मंडलायुक्त भी रह चुके हैं.
Kid s Lunchbox Recipe: बच्चे के टिफिन में बनाएं पोषण से भरपूर मूंग दाल इडली, नोट कर लें रेसिपी
Kid s Lunchbox Recipe: आज के समय में बच्चे अपने लंच बॉक्स में नॉर्मल खाना ले जाना पसंद नहीं करते हैं. उनको हमेशा कुछ टेस्टी चाहिए होता है. ऐसे में उनके लिए टिफिन में कुछ ऐसा बनाना जो बच्चों को पसंद आए और वो पूरा खाएं ये हर मां के लिए सबसे बड़ा काम होता है. आज हम आपके लिए एक ऐसी रेसिपी लेकर आए हैं जो बनाने में बेहद आसान है इसके साथ ही हेल्दी भी है. आप अपने बच्चों के टिफिन में इडली बना सकते हैं. ये खाने में टेस्टी होने के साथ हेल्दी भी होती हैं.
टिफिन बॉक्स में बनाएं मूंग दाल की इडली
सामग्री
- मूंगदाल
- दही
- तेल
- काली सरसों
- जीरा
- चना दाल
- अदरक
- करी पत्ता
- बारीक कटे काजू
- बारीक कटी गाजर
- हरी मिर्च स्वादानुसार
- नमक स्वादानुसार
- बारीक कटा हरा धनिया
- इनो या बेकिंग सोडा
रेसिपी
सबसे पहले मूंग दाल को धोकर भिगोकर रख दें. जब ये भीग जाए तो इसका पानी निकालकर इसको पीस कर पेस्ट तैयार कर लें. अब इस पेस्ट में आधा कटोरी दही मिलाकर अच्छे से मिला लें. अब तवे पर थोड़ा सा तेल गर्म करें उसमें सरसों के दाने, जीरा, चना दाल, अदरक कद्दूकस कर के, हरी मिर्च, काजू और गाजर को डालकर भूनें. इस मिक्सचर को दाल वाले पेस्ट में मिलाकर सभी चीजों को अच्छे से फेंट लीजिए. अब इस पेस्ट में इनो मिलाकर तैयार करें और इडली के सांचे में डालकर बनने के लिए रख दें. मीडियम आंच पर 15 मिनट के लिए पकाएं. आपकी इडली बनकर तैयार है. इसे चटनी या केचअप के साथ पैक करें.
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दिल्ली पुलिस ने एक्टिव की बांग्लादेश सेल, अवैध प्रवासियों पर कस रही नकेल
दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिकों से जुड़े अवैध प्रवासन और अपराधों की जांच को तेज़ करने के लिए बांग्लादेश सेल को फिर से सक्रिय कर दिया है. यह सेल दो दशकों पहले शुरू किया गया था, जिसमें उन पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था जो बांग्लादेशी भाषा से परिचित हैं. इन कर्मचारियों की मदद से दिल्ली पुलिस अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान और गिरफ्तारी में तेजी ला रही है.
यह सेल दिल्ली पुलिस की सभी डिस्ट्रिक्टों में मौजूद है और अब इसे पूरी तरह से सक्रिय किया गया है. खास बात यह है कि कुछ पुलिसकर्मियों को पश्चिम बंगाल में भी तैनात किया गया है, ताकि वहां से पकड़े गए संदिग्धों के पते की तुरंत पुष्टि की जा सके. बताया जा रहा है कि अधिकतर संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक पश्चिम बंगाल के पते को अपना पता बताते हैं.
दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस अभियान चला रही है. इसी के तहत सोमवार को दक्षिण पश्चिम दिल्ली के वसंत कुंज में पुलिस ने काॅलोनियों में जाकर पहचान पत्र वेरिफिकेशन अभियान चलाया. इस अभियान में 11 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस उनके देश प्रत्यर्पित कर दिया गया.
दिल्ली पुलिस के दक्षिण पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली के साउथ वेस्ट जिले में हमने बांग्लादेश से आए अवैध प्रवासियों की पहचान करने के लिए एक सत्यापन अभियान चलाया. इसके लिए विशेष टीमें बनाई गईं और लगभग दो हजार लोगों का सत्यापन किया गया. उनके दस्तावेजों की भी जांच की गई और कुछ की प्रक्रिया अभी चल रही है. इस अभियान के दौरान, हमने 12 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को देश से निष्कासित किया है. इनमें से एक व्यक्ति ऐसा था, जो पहले भी डिपोर्ट हो चुका था और फिर से भारत में प्रवेश करके दिल्ली में पाया गया. उसके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं थे, जिसे हमने पकड़ा और डिपोर्ट किया.
बॉयफ्रेंड के लिए मारपीट : एक दूसरे के खींचे बाल, चले लात घूंसे; बागपत का VIDEO हो रहा वायरल
उत्तर प्रदेश के बागपत में एक हैरान कर देने वाला वीडियो सामने आया है. वीडियो में देख जा सकता है कि लड़कियां व्यस्त रोड के बीच में आपस में झगड़ रही हैं दे रही हैं. बागपत में बॉयफ्रेंड को लेकर छात्राओं के बीच महाभारत देखने को मिला है. कस्बा में नगर सराय में स्कूल से घर वापस लौट रही छात्राओं में जमकर लात घुसे चले. जिसका पास में खड़े लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.
दरअसल आपको बता दें कि यह पूरा मामला जनपद बागपत के सिंघावली थाना क्षेत्र के अमीनगर सराय कस्बे का है. जहां बॉयफ्रेंड को लेकर दो छात्राओं के बीच महाभारत हो गई. दोनों छात्राओं में जमकर लात घुसे चले हैं. बताया जा रहा है कि सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र एक कॉलेज में दोनों छात्रा दसवीं कक्षा में पड़ती हैं. उसी कॉलेज में क्षेत्र का एक युवक भी पढ़ता है. दसवीं में पढ़ने वाली दो छात्राएं एक ही युवक के बात करती थी. इस बात का दोनों छात्राओं को पता चल गया, जिसके बाद कॉलेज से निकलते ही दोनों छात्राओं में कहा सुनी हुई और कहा सुनी के बाद जमकर मारपीट हो गई.
कहां का है ये मामला
ये वीडियो बागपत के सिंहवाली पुलिस स्टेशन क्षेत्र का का बताया जा रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि अमीननगर सराय क्षेत्र में स्कूल ड्रेस पहनी लड़कियां आपस में लड़ाई कर रही हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि ये एक दूसरे पर प्रहार कर रही हैं.
सूत्रों की मानें तो ये लड़कियां 10वीं की छात्रा बताई जा रही हैं. ये लड़ाई एक लड़के को लेकर है, जिन्हें दो लड़कियां पसंद करती हैं.इस घटना का पास खड़े लोगों ने अपने मोबाइल के कैमरे में लाइव वीडियो कैद कर लिया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया हैं. फिलहाल इस पूरे मामले में सिंघावली थाना पुलिस का कहना है कि, वीडियो के आधार पर मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
बिहार में नीतीश के नेतृत्व वाली NDA सरकार की इस साल विदाई तय : तेजस्वी यादव
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को दावा किया कि नए साल में बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की विदाई तय है. पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, मनोनीत राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के उनके आवास से निकलने के तुरंत बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.
ऐसा माना जा रहा है कि यादव नए साल के दिन ही अपनी मां राबड़ी देवी के जन्मदिन को लेकर दिन में खान को आमंत्रित करने के लिए राजभवन गए थे. खान, पटना के 10, सर्कुलर रोड स्थित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी बंगले में करीब 45 मिनट तक रुके और बाद में राजभवन लौट आए.
आरिफ मोहम्मद खान के शपथ ग्रहण से एक दिन पहले हुई इस मुलाकात को लेकर यादव ने संवाददाताओं से कोई सवाल न करने का आग्रह किया और कहा कि एक साल से भी कम समय में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले वे किसी भी उठा-पटक के बारे में अटकलें न लगाएं.
राजद नेता ने कहा, ‘‘ठंड बहुत है. खुद का बचाव जरूर करें, लेकिन कोई बेमतलब की अटकलें न लगाएं. नए साल में नई फसल और नई सरकार दिखेगी जो लोगों की पढ़ाई, कमाई, दवाई, सुनवाई और कार्रवाई की सरकार की जरूरतों के प्रति संवेदनशील होगी.
उन्होंने कहा, ‘‘नए साल में मेरे चाचा नीतीश कुमार को सत्ता से बाहर कर दिया जाएगा. वह 20 साल से सत्ता में हैं. अगर एक ही फसल इतने लंबे समय तक बोई जाए तो मिट्टी बर्बाद हो जाती है. इसलिए, नीतीश जी और राजग के जाने का समय आ गया है.
स्टेशन पर NRI से व्हीलचेयर के लिए चार्ज किए 10,000 रुपए, रेलवे ने किया लाइसेंस रद्द
भारतीय रेलवे यात्रियों को स्टेशन पर कई तरह की सुविधाएं प्रदान करती हैं, जिनमें एक व्हीलचेयर की भी व्यवस्था है. यदि कोई यात्री चलने में असक्षम हो तो ऐसे लोग व्हीलचेयर की सुविधा का इस्तेमाल कर सकता है. इसके लिए यात्री को चार्ज देना पड़ता है. हरेक स्टेशन पर चार्ज लिस्ट लगी होती है. खैर, दिल्ली स्थिति हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर एक लाइसेंसी पोर्टर ने एक एनआरआई से 10 हजार रुपये ऐंठ लिए. जब इसकी शिकायत रेलवे से की गई तो एक्शन लेते हुए रेलवे ने लाइसेंस ही रद्द कर दिया.
क्या है पूरा मामला?हजरत निज़ामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर एक रेलवे के लाइसेंसी पोर्टर द्वारा द्वारा एनआरआई यात्री को व्हीलचेयर से प्लेटफॉर्म तक पहुंचाने के एवज में 10 हजार रुपये लेने का मामला आने के तुरंत बाद मंडल रेल प्रबंधक, दिल्ली मंडल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषी लाइसेंसी पोर्टर (कुली) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है.
दिल्ली मंडल ने कड़ी प्रशासनिक और कानूनी कार्रवाई करते हुए उसका बिल्ला वापस ले लिया गया है. इसके अलावा मामले में हस्तक्षेप करके यात्री को 90% राशि वापस करवा दी गई है.
यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहींरेलवे प्रशासन यात्री हित को सर्वोपरि मानता है और ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगा. रेलवे प्रशासन ऐसी घटनाओं के प्रति शून्य सहिष्णुता की पालिसी रखता है.मंडल रेल प्रबंधक, दिल्ली मंडल ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि रेलवे यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.
इस तरह की घटनाएं रेलवे की छवि को धूमिल करती हैं और यात्रियों के विश्वास को कमजोर करती हैं. उन्होंने आश्वासन दिया कि ऐसे मामलों में दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. रेलवे प्रशासन सभी यात्रियों से अपील करता है कि यदि उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़े तो तुरंत रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर संपर्क करें.