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Kashmir Changed Anji And Chenab Bridge Is Telling Whole Story: अंजी ब्रिज तकनीक का नायाब नमूना है. ये ब्रिज सिर्फ एक पिलर पर खड़ा है. एक पिलर पर खड़े इस अंजी खड्ड रेल पुल को केबल तकनीक पर तैयार किया गया है. ऊंचाई इतनी की पेरिस के एफिल टॉवर से भी 35 मीटर ऊंचा है. अंजी ब्रिज में सुरंग भी है, जो 5 किलोमीटर का है. जब आप जम्मू से श्रीनगर की तरफ आएंगे, तब ये पड़ेगा. ये उधमपुर श्रीनगर बारामूला रेल प्रोजेक्ट का हिस्सा है. उसी के तहत इस टनल और ब्रिज का निर्माण किया गया है. ये ब्रिज बहुत खास है क्योंकि ये भारतीय रेलवे का पहला ऐसा ब्रिज है, जो केबल से बना है. ये इसलिए भी खास है कि पहले यहां पर सड़क तक नहीं थी. हिमालय पर्वत पर बीच पुल का निर्माण करना एक अभूतपूर्व काम है. इसके निर्माण से जम्मू से श्रीनगर की दूरी घटेगी. जम्मू से श्रीनगर पहले सड़क से 10 से 12 घंटे में यात्रा पूरी होती थी, अब ट्रेन के जरिये तीन से चार घंटे में पूरी हो जाएगी.
अंजी नदी पर बनाया गया ये ब्रिज असली इंजीनियरिंग का चमत्कार है. ये पुल 725 मीटर लंबा है. जबकि एक खंबे पर खड़े इस ब्रिज की ऊंचाई 331 मीटर है. इसमें 473 मीटर का हिस्सा केबल तकनीक पर है. तो पुल में कुल 96 केबल हैं, जिसकी मदद से इसे तैयार किया गया है. इसके निर्माण में करीब 550 करोड़ रुपये के आसपास खर्च हुए हैं. उत्तर रेलवे की पीआरओ निधि पांडेय ने बताया कि इस पुल को बनाने में इसलिए कठिनाइयां आई, क्योंकि यह सारा हिमालयन रीजन है. आसपास डोनामाइट की पहाड़ियां है. कहीं कच्ची मिट्टी है. हर मीटर पर यहां मिट्टी का स्ट्रक्चर चेंज हो रहा है. पहले इनको दोनों तरफ से स्टेबलाइज किया गया.
पीएम मोदी करने वाले हैं उद्घाटनअंजी पुल जितना खूबसूरत है. सुरक्षा का भी उतना की ख्याल रखा गया है. सुरक्षा तो ऐसी है कि समझिए कि आंधी आए या तूफान, भूकंप आए या प्रलय इस पर कभी कोई असर नहीं होगा. रेलवे सेफ्टी कमिश्नर ने पुल को क्लीयरेंस दी है. पुल के दोनों तरफ सर्विस रोड बनाई गई है ताकि इसके मेंटेनेंस कार्य को किया जा सके. यह सिंगल लाइन ट्रैक होगा, जिस पर गाड़ियां 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेंगीं. अगर आप भी कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा ट्रेन से करने का प्लान बना रहे हैं. तो थोड़ा और इंतजार कीजिए. क्योंकि हिमालय के पहाड़ों के बीच अंजी पुल लगभग बनकर तैयार है. जल्द ही प्रधानमंत्री मोदी इसका उद्घाटन करने वाले हैं.
इंडिया की इंजीनियरिंग के कमाल अंजी ब्रिज के बारे में तो आपने जान लिया अब कश्मीर की वादियों में बने उस ब्रिज के बारे में भी जान लीजिए, जिसे दुनिया का सबसे ऊंचा ब्रिज कहा जा रहा है. वो ब्रिज जिसके ऊपर से अगर आपकी ट्रेन गुजरेगी तो आपको लगेगा कि आप आसमान से बातें कर रहे हैं. खूबसूरत वादियों के बीच रेल पटरियों का जाल बनाया गया है. पहाड़ों के बीचों-बीच बनाई गई टनल से जब रेल भरेगी रफ्तार तो दुनिया के सबसे ऊंचे ब्रिज पर ट्रेन की 110 किलोमीटर की हाई स्पीड एक अलग एहसास कराएगी. इस ब्रिज का नाम चेनाब ब्रिज है. ये तकनीक का अद्भुत नमूना है. ये हिंदुस्तान और कश्मीर के विकास की नई गाथा कह रहा है. चेनाब नदी पर बना हुआ ये ब्रिज पूरी तरीके से बनकर तैयार हो गया है और जल्द ही इसका उद्घाटन होने की संभावना है. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी जल्द ही इसे भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
इस अगर ब्रिज की बात करें तो यह ब्रिज अपने आप में बहुत खास है, क्योंकि यह दुनिया का सबसे ऊंचा ब्रिज है. इस ब्रिज की कई खासियत है. इस ब्रिज को बनाने में करीब 1500 करोड़ रुपये इसे बनाने की लागत आई है. इस पर सिंगल लाइन ट्रैक है. एक बार में एक ट्रेन ही इससे जा सकती है. इसकी समंदर तल से ऊंचाई 1178 फीट है तो लंबाई 1315 मीटर है. चिनाब नदी पर बने इस रेलवे ब्रिज को तैयार करने में करीब 22 साल का समय लगा है. 271 किमी लंबे रेलवे ट्रैक पर बने ये ब्रिज जितना खूबसूरत है, इसकी मजबूती उससे कहीं ज्यादा है. इस ब्रिज को स्ट्रक्चरल स्टील से बनाया गया है, जिसकी वजह से यह - 10 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को भी झेलने में सक्षम है. इस ब्रिज पर रेल यातायात शुरू हो जाने के बाद किसी भी मौसम में आसानी से कश्मीर पहुंचा जा सकता है.
जम्मू कश्मीर के विकास की गाथा सिर्फ ब्रिज तक ही सीमित नहीं है. अगर ब्रिज पर ट्रेनों को पहुंचना है तो कई सुरंगों के जरिए स्टेशन तक पहुंचना बेहद जरूरी है और रेलवे ने तकनीक और विज्ञान के बूते इसे करके दिखाया है. कश्मीर की यात्रा पर निकली एनडीटीवी की टीम ने उस ट्रेन की भी सवारी की. इस रेलखंड में कुल सात रेलवे स्टेशन हैं. सुरंग में दोनों तरफ आपको लाइट दिखेगी. जम्मू से श्रीनगर के बीच जितनी भी सुरंग बनाई गई है, उसकी सुरक्षा भी उतनी ही है. सीसीटीवी से मॉनिटरिंग की जा रही है. अलग-अलग स्टेशनों पर कंट्रोल रूम बनाया गया है.

Bihar Assembly Elections Tejashwi Yadav: बिहार विधानसभा का चुनाव इसी साल होना है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD)की पूरी कोशिश है कि इस बार तेजस्वी यादव को वो मुख्यमंत्री बना दे. इसके लिए तेजस्वी यादव भी जमकर पसीना बहा रहे हैं. NDTV ने तेजस्वी यादव से कांग्रेस से गठबंधन और चुनाव के मुद्दों पर बात की तो तेजस्वी ने खुलकर जवाब दिए.
गठबंधन पर तेजस्वीकांग्रेस से गठबंधन पर खटपट के सवालों पर तेजस्वी यादव ने कहा कि बड़े-छोटे दल का कोई मतलब नहीं है. हमारा मकसद इस खटारा सरकार को हटाना है. कांग्रेस के सीटों को लेकर नाखुशी जताने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि सभी पार्टियों की कार्यप्रणाली अलग-अलग होती है. अलग-अलग स्ट्रक्चर है. हमारी पार्टी का अलग है. उनकी पार्टी का अलग है. जब बात होगी, तब इस पर बात की जाएगी. ये बातें कैमरे पर नहीं की जा सकती है.
सीएम फेस पर तेजस्वीकांग्रेस की तरफ से चुनाव बाद मुख्यमंत्री के चेहरे पर बात करने के दावे पर तेजस्वी यादव ने कहा कि हम दबाव नहीं बनाते. जब उनका निर्णय होगा तो होगा. यह तो जनता तय करेगी कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा. जनता मालिक है, लेकिन हमारी पार्टी के लोगों की, हमें चाहने वाले लोगों की इच्छा है कि हम मुख्यमंत्री बने.
चुनावी मुद्दों पर राजद नेतातेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार बनने पर पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, सुनवाई और कार्रवाई पर काम होगा. बिहार विधानसभा चुनाव में हम मुद्दे की बात करेंगे, हम सकारात्मक बातें करेंगे. हम धर्म, जाति पर बात नहीं करेंगे. हम बिहार को आगे ले जाने पर बात करेंगे. गरीबी पर चर्चा करेंगे.

Sahil Muskan Jail Life: मेरठ में हुए सौरभ हत्याकांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. एक पत्नी ने अपने पति को बेरहमी से मार डाला और प्रेमी के साथ मिलकर शव के टुकड़े करके एक ड्रम में सील कर दिया. लेकिन अब सवाल ये है कि जेल की सलाखों के पीछे इन दोनों हत्यारों की जिंदगी कैसी है? सुबह उठकर क्या करते हैं साहिल और मुस्कान? जेल में कब निकलते हैं बाहर और क्या है इनकी नई डिमांड? साहिल और मुस्कान को जेल में कहां रखा गया है?
साहिल और मुस्कान को जेल के अंदर बने नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल कराया गया है. दोनों नशे के आदी हैं. जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि साहिल और मुस्कान को नशे की लत की वजह से बेचैनी हो रही है. इसीलिए इनकी काउंसलिंग शुरू की गई है. साइकोलॉजिस्ट नियमित तौर पर इनसे मिलते हैं, और इन्हें योग और ध्यान कराया जा रहा है. जेल अधीक्षक का कहना है कि अगले 10 से 15 दिन में इनकी हालत में सुधार हो सकता है, लेकिन सवाल ये है कि क्या ये दोनों सच में नशे की लत से बाहर आ पाएंगे?
मुस्कान-साहिल का डेली रूटीन?अब बात करते हैं इनकी जेल की दिनचर्या की. सुबह 6 बजे साहिल और मुस्कान को बैरक से बाहर निकाला जाता है. क्यों? क्योंकि नाश्ते का टाइम होता है. जेल मैनुअल के हिसाब से इन्हें टाइम पर खाना दिया जाता है. इसके बाद दिन में ये लोग जेल की बैरक में लगे टीवी पर न्यूज और प्रोग्राम देखते हैं. जी हां, जेल अधीक्षक ने बताया कि हर बैरक में टीवी है, और साहिल और मुस्कान भी टीवी पर न्यूज और प्रोग्राम देखते हैं. लेकिन क्या ये टीवी देखकर अपने किए पर पछता रहे हैं, या फिर कुछ और सोच रहे हैं?
बैरक से बाहर कब निकलते हैं?अब सवाल ये कि ये बैरक से बाहर कब निकलते हैं? जेल के सख्त नियम हैं. सुबह 6 बजे नाश्ते के लिए और दोपहर में खाने के लिए - बस यही दो मौके हैं, जब इन्हें बाहर आने की इजाजत है. बाकी सारा वक्त ये बैरक में बंद रहते हैं. साहिल को पुरुष बैरक में और मुस्कान को महिला बैरक में रखा गया है. दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं. जेल अधीक्षक का कहना है कि ये सेफ्टी के लिए जरूरी है.
जेल में क्या है मुस्कान-साहिल की मांग?अब एक चौंकाने वाली बात. साहिल और मुस्कान से अब तक इनके परिवार का कोई भी मेंबर मिलने नहीं आया. मुस्कान के मम्मी-पापा ने तो साफ कह दिया कि वो उसकी कोई मदद नहीं करेंगे. इसीलिए मुस्कान ने पहले सरकारी वकील की मांग की, और अब साहिल ने भी जेल अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर सरकारी वकील मांगा है. जेल अधीक्षक ने बताया कि ये प्रार्थना पत्र कोर्ट में भेज दिया गया है, लेकिन सवाल ये है कि अगर सरकारी वकील मिल भी जाए तो क्या वो इन दोनों को इस जघन्य अपराध से बचा पाएंगे?
क्या मुस्कान वाकई प्रेग्नेंट है?कुछ लोग ये भी कह रहे थे कि मुस्कान का प्रेगनेंसी टेस्ट कराया जाएगा, लेकिन जेल अधीक्षक ने इन खबरों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि ऐसी कोई जरूरत नहीं है, और ये सारी बातें निराधार हैं. जेल प्रशासन सिर्फ इनकी सेहत और दिमागी हालत पर ध्यान दे रहा है, लेकिन क्या ये दोनों सच में अपनी गलती पर पछतावा कर रहे हैं, या सिर्फ वक्त काट रहे हैं?
आगे क्या होगा?जेल में इनकी जिंदगी सख्त रूटीन के हिसाब से चल रही है. नशा मुक्ति केंद्र में काउंसलिंग, योग, ध्यान और जेल के नियमों का सख्ती से पालन. साथ ही इनकी सिक्योरिटी के लिए सीसीटीवी से निगरानी हो रही है. बाकी कैदियों को इनसे ज्यादा बात करने से मना किया गया है. और हां, पुलिस का कहना है कि इनकी 14 दिन की न्यायिक हिरासत खत्म होने के बाद और पूछताछ होगी. इस केस को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ले जाने की भी तैयारी है.

India s GDP Reached 4.3 trillion Dollars: भारत पिछले दस वर्षों से दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था रहा है. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष या IMF के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले दशक में भारत की जीडीपी में 105 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि हुई है. IMF के अनुसार, भारत की जीडीपी वर्तमान में 4.3 ट्रिलियन डॉलर है. 2015 में जीडीपी 2.1 ट्रिलियन डॉलर थी, जब नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री के रूप में पहला कार्यकाल एक साल से भी कम समय का था. तब से, भारत ने सकल घरेलू उत्पाद या जीडीपी के मामले में अपनी अर्थव्यवस्था को दोगुना से भी अधिक कर लिया है.
जापान इसी साल होगा पीछेभारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में जापान को पीछे छोड़ने के कगार पर है. जापान की जीडीपी वर्तमान में 4.4 ट्रिलियन डॉलर है और भारत 2025 की तीसरी तिमाही तक उस आंकड़े को पार कर जाएगा. अगर विकास की औसत दर इसी तरह जारी रही, तो भारत 2027 की दूसरी तिमाही तक जर्मनी को भी पीछे छोड़ देगा. जर्मनी अभी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. जर्मनी की जीडीपी वर्तमान में 4.9 ट्रिलियन डॉलर है.
जानिए अमेरिका और चीन का वृद्धि दरवाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत के 10 साल के आर्थिक प्रदर्शन को शानदार बताते हुए पिछले एक दशक में अपने जीडीपी को दोगुना करने के लिए देश की सराहना की है. गोयल ने कहा कि भारत पिछले 10 वर्षों में 105 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ दुनिया में विकास करने वाले देश में पहले स्थान पर है. भारत ने विकास के मामले में चीन, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन जैसी अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर प्रदर्शन किया है. चीन की वृद्धि दर 76 प्रतिशत है, अमेरिका की 66 प्रतिशत, जर्मनी की 44 प्रतिशत, फ्रांस की 38 प्रतिशत और ब्रिटेन की वृद्धि दर 28 प्रतिशत रही है.
भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था के आकार को दोगुना से भी अधिक करके G7, G20 और ब्रिक्स के सभी देशों को पीछे छोड़ दिया है.पीयूष गोयल ने कहा, वैश्विक बदलाव वास्तविक है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पिछले दशक में भारत की जीडीपी को दोगुना करने का नेतृत्व किया है, जिससे यह जल्द ही वैश्विक स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
सबसे अमीर देश कब बनेगा भारतभारत विकास की गति के मामले में सूची में तो सबसे ऊपर है, मगर अर्थव्यवस्था के आकार के मामले में शीर्ष दो स्थान पर संयुक्त राज्य अमेरिका ($30.3 ट्रिलियन) और चीन ($19.5 ट्रिलियन) बने हुए हैं. जर्मनी $4.9 ट्रिलियन के साथ तीसरे स्थान पर है, जापान $4.4 ट्रिलियन के साथ चौथे स्थान पर है, और भारत $4.3 ट्रिलियन के साथ पांचवें स्थान पर है.
भारत को अपनी मौजूदा विकास दर के हिसाब से शीर्ष दो स्थानों पर पहुंचने में दो दशक से थोड़ा ज़्यादा समय लगेगा. हालांकि, यह ध्यान रखना दिलचस्प है कि मार्च, 2025 तक, अमेरिका का राष्ट्रीय ऋण $36.22 ट्रिलियन है, जबकि सितंबर, 2024 तक चीन का राष्ट्रीय ऋण $2.52 ट्रिलियन है. इसकी तुलना में, सितंबर, 2024 तक भारत का कुल ऋण $712 बिलियन है.
1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने में लगे 60 सालभारत को अपने सकल घरेलू उत्पाद को पहले ट्रिलियन-डॉलर के निशान तक पहुंचने में 60 साल लगे. यहां भारत 2007 में पहुंचा था. फिर 1 ट्रिलियन डॉलर से 2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने में 7 साल लगे. यहां भारत 2014 में पहुंचा. कोविड-19 के बावजूद, भारत 2021 में 3 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े तक पहुंच गया. 3 ट्रिलियन डॉलर से 4 ट्रिलियन डॉलर तक की यात्रा में सिर्फ़ 4 साल लगे.
अगर इसी गति से प्रगति जारी रही, तो भारत हर 1.5 साल में अपने सकल घरेलू उत्पाद में एक ट्रिलियन डॉलर जोड़ने के लिए तैयार है, और संभवतः 2032 के अंत तक 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है.

Waqf Board Bill Tejashwi Yadav: वक्फ बोर्ड बिल पर घमासान छिड़ा हुआ है. बिहार में इसी साल चुनाव होने हैं और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) इसे लेकर काफी उत्तेजित है. RJD के नंबर टू नेता तेजस्वी यादव इसे लेकर धरने पर भी बैठने वाले हैं. तेजस्वी यादव से NDTV ने वक्फ बोर्ड बिल पर RJD का स्टैंड पूछा तो उन्होंने इसे सीधे असंवैधानिक बता दिया. साथ ही इसे समाज में फूट डालने वाला बता दिया.
बीजेपी संविधान विरोधीतेजस्वी ने सवाल किया, आखिर इस कानून की जरूरत क्या पड़ी है? ये लोग (BJP) संविधान विरोधी हैं. आज मुसलमान के बहाने, कल सिख के बहाने. मोदी जी को बेरोजगारी पर, गरीबी पर काम करना चाहिए. यह अल्पसंख्यकों के खिलाफ है. ये लोग (वक्फ बोर्ड) मस्जिदों के लिए, स्कूलों के लिए काम करते हैं. बीजेपी वाले हमेशा ऐसे बिल लाती हैं, जो तनाव पैदा करें. CAA, NRC भी इसी के तहत थी.
बीजेपी समाज को बांट रहीबिहार में विपक्ष के नेता ने कहा कि बिहार के लोग होशियार हैं. यहां के लोग अच्छे तरीके से राजनीतिक चालों को समझते हैं. लोग जानते हैं कि बीजेपी के लोग समाज को तोड़ने की बात करते हैं. मुद्दे की बात नहीं करते. पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई के लिए ये लोग बात नहीं करते. बिहार की जनता इन बातों को समझती है. पिछली बार ये लोग हारते-हारते बच गए, लेकिन इस बार बिहार की जनता बेहद चौकन्ने हैं और इनके साजिश में नहीं फंसने वाले.मुझे गंगा-जमुनी तहजीब में यकीन है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि सबसे ज्यादा बेरोजगार कौन है? हिंदू ही है ना. पलायन बिहार में सबसे ज्यादा किसका हुआ है, हिंदू का ही ना. महंगाई क्या हिंदू नहीं झेल रहा, मेरी तो शादी ही ईसाई समाज में हुई है. चर्चा असली मुद्दों पर होनी चाहिए.

India s Success Story: भारत में बेरोजगारी दर 4.8 से घटकर 3.2 फीसदी हुई. सरकार ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में बताया है कि पिछले पांच सालों में देश में 15-29 आयुवर्ग में बेरोज़गारी दर में 33 फीसदी की कमी आई है. सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के मुताबिक़ 2019-20 में जहां इस आयु वर्ग में बेरोज़गारी दर 15 फ़ीसदी थी, वहीं 2023-24 में ये दर घटकर 10.2 फ़ीसदी रह गई. इसी तरह देश में इस दौरान आम बेरोजगारी दर भी 4.8 फ़ीसदी से घटकर 3.2 फ़ीसदी हो गई. सरकार ने ये आंकड़ा हर साल होने वाले Periodic Labour Force Survey को आधार बनाकर दिया है.
यूपी का आंकड़ा भी यही कह रहायही हाल देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश का भी है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि राज्य में बेरोजगारी दर 2016-17 में 19 प्रतिशत थी, जो आज घटकर तीन प्रतिशत पर आ गई है. उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में बेरोजगारी दर में उल्लेखनीय कमी आई है, प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है और अब उत्तर प्रदेश एक लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है.उन्होंने कहा कि बीते आठ वर्षों में आठ लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी गईं, एमएसएमई क्षेत्र में दो करोड़ से अधिक युवा स्वरोजगार से जुड़े और 50 लाख युवाओं को टैबलेट एवं स्मार्टफोन देकर डिजिटल सक्षम बनाया गया.
IMF के जीडीपी पर दावेअंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष या IMF के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले दशक में भारत की जीडीपी में 105 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि हुई है. IMF के अनुसार, भारत की जीडीपी वर्तमान में 4.3 ट्रिलियन डॉलर है. 2015 में जीडीपी 2.1 ट्रिलियन डॉलर थी, जब नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री के रूप में पहला कार्यकाल एक साल से भी कम समय का था. तब से, भारत ने सकल घरेलू उत्पाद या जीडीपी के मामले में अपनी अर्थव्यवस्था को दोगुना से भी अधिक कर लिया है.
जल्द जापान को पीछे छोड़ेगा भारतभारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में जापान को पीछे छोड़ने के कगार पर है. जापान की जीडीपी वर्तमान में 4.4 ट्रिलियन डॉलर है और भारत 2025 की तीसरी तिमाही तक उस आंकड़े को पार कर जाएगा. अगर विकास की औसत दर इसी तरह जारी रही, तो भारत 2027 की दूसरी तिमाही तक जर्मनी को भी पीछे छोड़ देगा. जर्मनी अभी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.

NDTV Yuva Conclave Tejashwi Yadav: बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को एनडीटीवी युवा कॉन्क्लेव में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब बिहार चलाने लायक नहीं हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री पर जोरदार हमला करते हुए दो दशकों के उनके शासन की तुलना एक पुरानी कार से की और कहा कि अब इनका समय समाप्त हो गया है. पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, अगर एक कार 20 साल तक चलती है, तो यह प्रदूषण पैदा करने लगती है और सड़क पर चलते-चलते ही खराब हो जाती है. इसी तरह, जब एक सरकार इतने लंबे समय तक चलती है, तो यह एक खराब हो चुकी गाड़ी में तब्दील हो जाती है. जब एक कार पुरानी हो जाती है, तो इसे बदलने की जरूरत होती है. इसी तरह अब बिहार के लोग सरकार में भी बदलाव चाहते हैं,
नीतीश कुमार की उम्र को लेकर उठाए सवाल74 वर्षीय नीतीश कुमार के दावों को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा, मुख्यमंत्री कहते हैं कि दुनिया 10 साल में खत्म हो जाएगी. उनकी उम्र को देखते हुए, मुझे विश्वास है कि वह बिहार चलाने के लिए अब सक्षम नहीं हैं. युवाओं को जिम्मेदारी लेनी चाहिए, और राज्य उनके हाथों में होना चाहिए. नीतीश कुमार को तो अपने दोनों डिप्टी सीएम के नाम भी याद नहीं होंगे.
बिहार की जरूरतें गिनाईबिहार की युवा जनसंख्या की ओर इशारा करते हुए, उन्होंने कहा, बिहार की जनसंख्या का 58 प्रतिशत युवा है. हम तकनीकी युग में हैं. जिस तरह से हमने (आरजेडी) युवाओं के लिए अवसर प्रदान किए हैं, आज हर कोई रोजगार और बेरोजगारी के बारे में बात कर रहा है. बिहार परिवर्तन चाहता है, और चर्चा असली मुद्दों पर केंद्रित होनी चाहिए. बिहार के भविष्य के बारे में बात करते हुए, तेजस्वी यादव ने कहा, बिहार हमेशा ज्ञान और मोक्ष की भूमि रही है. बिहारी आईएएस अधिकारियों, आईपीएस अधिकारियों, इंजीनियरों और डॉक्टरों ने अपने काम को देश को दिखाया है. उन्होंने देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
तेजस्वी यादव ने बिहार की चुनौतियों की ओर इशारा करते हुए कहा, नीति आयोग के अनुसार, बिहार बेरोजगारी, पलायन और गरीबी से परेशान है. प्रति व्यक्ति आय, निवेश और किसानों की आय में, हम पीछे हैं, लेकिन बिहार में अपार संभावनाएं हैं. इसे एक विजन, एक रोडमैप और सबसे महत्वपूर्ण, आगे बढ़ने के लिए इच्छाशक्ति की आवश्यकता है. तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी पर बात करते हुए दावा किया कि जब वह नीतीश कुमार की सरकार में उपमुख्यमंत्री थे, उन्होंने 17 महीने में 5 लाख नौकरियां दी. तेजस्वी यादव ने युवाओं के लिए एक मजबूत मंच की अपील की. उन्होंने कहा, बिहार का युवा प्रतिभाशाली है. मेरा दृढ़ विश्वास है कि यदि उन्हें सही मंच और बुनियादी ढांचा दिया जाए, तो वे देश का गौरव बढ़ा सकते हैं. कांग्रेस से गठबंधन और निशांत कुमार परकांग्रेस के साथ गठबंधन पर कहा कि कांग्रेस से पुराना अलायंस है. जब चुनाव आते हैं तो सब साथ मिलकर लड़ते हैं. हमलोगों ने तो 2020 में लगभग सरकार ही बना ली थी. हम लोग सत्ता से महज सात सीट पीछे थे. इस बार फिर हमलोग मजबूती से चुनाव लड़ेंगे. नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के राजनीति में आने के सवाल पर कहा कि ये तो नीतीश कुमार और निशांत कुमार को ही बताना चाहिए. मुझे उनकी पार्टी या परिवार के बारे में नहीं बोलना चाहिए. हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि युवाओं को राजनीति में आना चाहिए. बाहर से बैठकर कमेंट करना बहुत आसान है. राजनीति 24 घंटों का काम है. डिलिमिटेशन पर दक्षिणी राज्यों की आपत्ति पर तेजस्वी यादव ने कहा कि कोई भी राज्य का मुख्यमंत्री अपने राज्य को लेकर पक्ष रखता है तो इसमें खराब बात नहीं है. यही लोकतंत्र है. ये चर्चा का विषय है. मैनडेट जो कहे, वो करना चाहिए.

एनडीटीवी युवा- यूथ फॉर चेंज कॉन्क्लेव में बुधवार को बॉलीवुड एक्ट्रेस सारा अली खान ने हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने अपने फिल्मों और करियर को लेकर ढेर सारी बातें की. सारा अली खान ने ढेर सारे सवालों के जवाब दिए हैं. इस दौरान उन्होंने बताया है कि वह अगर कोई फिल्म बनाएंगी तो किस तरह की बनाएंगी और अगर उन्हें कोई ऐसा रोल करना पड़े जो अमर हो तो वह कैसा रोल करना चाहेंगी ? इन सवालों पर सारा अली खान ने कहा कि वह अपने देश की बहुत प्यार करती हैं.
एक्ट्रेस ने कहा है, हमारे देश में ढेर सारी सभ्यता और इतिहास है. अगर मौका मिले कोई फिल्म प्रोड्यूस करने का तो मैं इस पर फिल्म बनाना पसंद करूंगी. वहीं अमर किरदार करने को लेकर सारा अली खान ने कहा, मैं नहीं चाहती कि संजय लीला भंसाली की फिल्म में रानी का रोल करूं या फिर जोया अख्तर की फिल्म में एक मॉर्डन लड़की है. बल्कि मैं ऐसी मॉर्डन लड़की का रोल करना चाहती हूं जो जिम्मेदार हो और जिसके सपने हो.उस तरह की लड़की का रोल करना चाहूंगी.
इसके अलावा सारा अली खान ने मेंटल हेल्थ को लेकर भी ढेर सारी बातें की. उन्होंने मेंटल हेल्थ को कैसे मैनेज करने को लेकर कहा है, हमें ज्यादा से ज्यादा ईमानदार और ओरिजनल रहने की जरूरत है. आपकी सांस चल रही हैं और जिंदा हैं. आपके मां-बाप आपको प्यार करते हैं, यही बहुत होता है. क्योंकि लोग तो आपके बारे में सब चीज कहते रहते हैं. लेकिन हर चीज को सुनिए उसके बाद खुद से सोचिए फिर फैसला लीजिए.आप ओथेंटिक और ओरिजलन रहेंगे तो लोग आपसे सच्चा प्यार करेंगे.

मुंबई के जुहू में बुधवार को बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन की लग्जरी कार को एक बस ने टक्कर मार दी. सोशल मीडिया में वायरल वीडियो के सामने आने के बाद हर कोई परेशान हो गया. हालांकि यह एक्सीडेंट बड़ा नहीं था. एक अधिकारी ने बताया कि इस दुर्घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है. सूत्रों ने बताया कि ऐश्वर्या उस कार में नहीं थीं, जिसे बस ने पीछे से टक्कर मारी थी.
वीडियो में देखा जा सकता है कि कार को बस से टक्कर लगने के कारण कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है और कुछ देर बाद वह तेजी से दौड़ती नजर आती है.
बाउंसर ने चालक को मारा थप्पड़BEST के एक अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना के बाद, जुहू तारा रोड पर मेगास्टार अमिताभ बच्चन के आवास के पास एक बंगले से एक बाउंसर बाहर आया और उसने बस चालक को थप्पड़ मार दिया. अधिकारी के अनुसार, बस जुहू डिपो से निकली और जैसे ही अमिताभ बच्चन के आवास के पास पहुंची, उसने कार को टक्कर मार दी.
उन्होंने बताया, बस चालक कार को हुए नुकसान को देखने के लिए नीचे उतरा. इस दौरान पास के बंगले से एक बाउंसर बाहर आया और उसने चालक को थप्पड़ मार दिया.
मामले में दर्ज नहीं हुई कोई शिकायतसाथ ही उन्होंने बताया कि इसके बाद चालक ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को फोन किया और एक पुलिस की टीम मौके पर पहुंची.
अधिकारी ने कहा, पुलिस जब मौके पर पहुंची तो बंगले के सुपरवाइजर स्टाफ ने बस चालक से माफी मांगी. इसके बाद चालक ने मामला खत्म कर दिया और बस को सांताक्रूज़ उपनगरीय स्टेशन की ओर ले गया. इस मामले में कोई शिकायत या एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.

देश की युवा पीढ़ी के निडर, प्रतिभाशाली और नई सोच रखने वाले लोग हर क्षेत्र में बड़ा बदलाव लेकर आए हैं. ऐसे लोगों ने हर क्षेत्र में दुनिया को बदलने की दिशा में कई अहम कदम उठाए. एनडीटीवी ऐसे लोगों को सलाम करता है. एनडीटीवी युवा- यूथ फॉर चेंज कॉन्क्लेव ऐसी ही शख्सियतों को एक मंच पर लेकर आता है. एनडीटीवी युवा- यूथ फॉर चेंज मुहिम का छठा संस्करण आज प्रसारित हुआ. एनडीटीवी युवा- यूथ फॉर चेंज के मंच पर इस बार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से लेकर यंग एक्ट्रेस सारा अली खान तक अपने विचार साझा किए.

उत्तर प्रदेश के आगरा में दक्षिणपंथी संगठन से जुड़े लोगों ने राणा सांगा के बारे में विवादित बयान देने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन के घर पर बुधवार को हमला किया. पुलिस के मुताबिक मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. अधिकारियों ने दावा किया कि पुलिस ने शहर में कई स्थानों पर हमलावरों को रोकने की कोशिश की और उनके प्रयासों से एक बड़ी घटना को टालने में मदद मिली.
यह घटना उस समय हुई जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगरा में मौजूद थे. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना की निंदा करते हुए मामले में आदित्यनाथ और उनकी सरकार पर निशाना साधा. करणी सेना के अध्यक्ष सूरज पाल सिंह अमू ने राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी करने वाले सपा के राज्यसभा सदस्य और उनकी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से माफी की मांग की. अमू ने यह भी स्वीकार किया कि उनके कार्यकर्ताओं को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए था.
रामजी लाल सुमन के बेटे रणजीत ने आरोप लगाया कि करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने हरिपर्वत चौराहे के पास स्थित उनके घर में घुसकर खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए. उन्होंने कहा कि लाठी-डंडे और तलवार लिए हमलावरों ने परिसर में खड़ी कारों में भी तोड़फोड़ की.
इस घटना के एक वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी उत्पात मचा रही भीड़ से भिड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं. रणजीत ने कहा, ‘‘सोशल मीडिया पर कई दिनों से मेरे पिता के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है. दो दिन से यह धमकी दी जा रही थी कि आवास का घेराव किया जाएगा.
रणजीत ने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी थी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि धमकी देने वालों को संरक्षण दिया. हमले के कई घंटे के बाद सहायक पुलिस आयुक्त संजीव त्यागी ने इस घटना के बारे में संवाददाताओं को बताया कि कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने शहर में कई स्थानों पर हमलावरों को रोकने की कोशिश की और उनके प्रयासों से एक बड़ी घटना को टालने में मदद मिली.
उन्होंने कहा, भीड़ सपा सांसद के एक बयान से नाराज थी. करणी सेना के बैनर तले लोग सांसद के घर पहुंचे थे, पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए कई जगहों पर अवरोधक लगाए थे और उन्हें अलग-अलग जगहों पर रोका गया. कुछ को हिरासत में भी लिया गया.
त्यागी ने कहा, सांसद के आवास पर पुलिस की टीम तैनात थी जहां कुछ लोग अपनी पहचान छिपाकर पहुंचे और माननीय सांसद के घर पर पत्थर फेंके और तोड़फोड़ की. पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए हल्का बल प्रयोग किया, उन्हें हिरासत में लिया और वापस भेज दिया. आगे की कानूनी कार्यवाही चल रही है.
हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या के बारे में अधिकारी ने कहा कि उनकी गिनती अभी नहीं हुई है क्योंकि हिरासत में लिए गए लोगों को अलग-अलग जगहों पर रखा गया है. उन्होंने दावा किया, पुलिस ने उन्हें कई जगहों पर रोकने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी पहचान छिपाकर अलग-अलग रास्तों से सांसद के घर तक पहुंच गए. पुलिस के प्रयासों की वजह से ही एक बड़ी घटना टल गई.
हाल में सुमन का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि राणा सांगा ‘गद्दार थे, जिन्होंने बाबर को इब्राहिम लोदी को हराने के लिए आमंत्रित किया था. राणा सांगा 1508 से 1528 तक मेवाड़ के शासक थे.
सुमन की टिप्पणी का जिक्र करते हुए करणी सेना प्रमुख अमू ने मांग की कि राज्यसभा सदस्य और उनकी पार्टी के प्रमुख को माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने दावा किया कि सुमन की टिप्पणी से मुगलों को हराने वाले नायक का अपमान हुआ है.
सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में अमू ने कहा, करणी सेना के कार्यकर्ताओं को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए, अपना विरोध लोकतांत्रिक रखना चाहिए और पुलिस और प्रशासन का सहयोग करना चाहिए. जहां तक सांसद के घर को हुए नुकसान का सवाल है, हम उन्हें नयी कुर्सियां मुहैया कराएंगे और क्षतिग्रस्त कारों के विंडशील्ड बदलवाएंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘अखिलेश यादव और रामजी लाल सुमन को तुरंत माफी मांगनी चाहिए. हम शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध जारी रखेंगे. अगर सांसदों को बोलने की आजादी है तो हमें भी इसका अधिकार है.
राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में सक्रिय करणी सेना फिल्म पद्मावत को लेकर उत्पन्न विवाद और राजपूत समुदाय के लिए जाति-आधारित आरक्षण की मांग के दौरान हिंसक विरोध प्रदर्शनों में शामिल रही है.
इस बीच, उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने राणा सांगा पर टिप्पणी करने के लिए सपा राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन से इस्तीफे की मांग की है.
अपर्णा यादव ने पीटीआई-भाषा से कहा, उन्होंने (सुमन) राणा सांगा पर जो कुछ भी कहा, उसमें ऐतिहासिक साक्ष्यों का अभाव है. यह खुद को चर्चा में बनाए रखने का प्रयास अधिक प्रतीत होता है. उन्हें या तो माफी मांगनी चाहिए या यह दावा करने के लिए इस्तीफा दे देना चाहिए कि राणा सांगा ने बाबर को यहां आने और भारत पर शासन करने के लिए आमंत्रित किया था.
अपर्णा सपा संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की बहू हैं. उन्होंने कहा, सपा सांसद के दावे का समर्थन करने के लिए कोई ऐतिहासिक साक्ष्य नहीं है. मुझे लगता है कि उन्हें और पूरे विपक्ष को भारत के इतिहास के बारे में अपने ज्ञान को बढ़ाना चाहिए जो ऐसे कई राजाओं की कहानियों से भरा है जिन्होंने अपनी भूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति दी और भारत की संप्रभुता की रक्षा की.
वहीं, सांसद के आवास पर हमले को लेकर सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और उनकी सरकार पर निशाना साधा है. अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आगरा में मुख्यमंत्री की मौजूदगी के बावजूद, पीडीए (पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यक वर्ग) के एक सांसद के घर पर कुछ लोगों द्वारा तोड़फोड़ की हिंसक वारदात जब रोकी नहीं जा सकती है, तो फिर ‘जीरो टॉलरेंस तो ज़ीरो होना ही है.
आदित्यनाथ को ‘आउटगोइंग सीएम बताते हुए सपा प्रमुख ने पोस्ट में कहा, क्या मुख्यमंत्री जी का प्रभाव दिन पर दिन घट रहा है या फिर ‘आउटगोइंग सीएम की अब कोई सुन नहीं रहा है? अगर वह अभी भी मुख्यमंत्री हैं तो तुंरत कार्रवाई करें और दोषियों को एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) से पहचानकर दंडित करें, नहीं तो मान लिया जाएगा कि पीडीए सांसद के खिलाफ़ ये सब उनकी अनुमति से हुआ है. निंदनीय!
यादव ने इससे पहले एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘सपा सामाजिक न्याय और समतामूलक समाज की स्थापना में विश्वास करती है. हम कमज़ोर से कमज़ोर हर एक व्यक्ति को भी सम्मान दिलाना चाहते हैं. हमारा उद्देश्य किसी इतिहास पुरुष का अपमान करना नहीं हो सकता. सपा मेवाड़ के राजा राणा सांगा की वीरता और राष्ट्रभक्ति पर कोई सवाल नहीं कर रही.
उन्होंने सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘भाजपा ने इतिहास के कुछ विषयों को सदैव राजनीतिक लाभ उठाने के लिए और देश को धार्मिक-जातिगत आधार पर विभाजित करने के लिए इस्तेमाल किया है. हमारे सांसद ने सिर्फ एक पक्षीय लिखे गये इतिहास और एक पक्षीय की गई व्याख्या का उदाहरण देने की कोशिश की है.
उन्होंने कहा, हमारा कोई भी प्रयास राजपूत समाज या किसी अन्य समाज का अपमान करना नहीं है. आज के समय में बीते कल की, मतलब ‘इतिहास की घटनाओं की व्याख्या नहीं की जा सकती. राज काज के निर्णय अपने समय की परिस्थितियों की मांग के हिसाब से लिए जाते थे.
सपा प्रमुख ने पोस्ट में कहा, ‘‘इतिहास की घटनाओं के आधार पर आज की लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं चल सकती. भाजपा सरकार को अपनी भेदभाव वाली आदत को सुधार कर जनता के रोज़ी-रोज़गार, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर कुछ ध्यान देना चाहिए. भाजपा दरारवादी पार्टी है.

राजधानी ढाका में सेना की तैनाती, सैन्य अधिकारियों की इमरजेंसी बैठक, छात्रों का विरोध सहित कई अन्य कारणों से बांग्लादेश में फिर से तख्तापलट की चर्चा शुरू हो गई है. इस बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस बुधवार शाम चीन के हैनान प्रांत पहुंचे. चीन में बांग्लादेश के राजदूत मोहम्मद नजमुल इस्लाम और हैनान के उप-राज्यपाल ने क्यून्गाई बोआओ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया.
यूनुस के कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस बुधवार को बांग्लादेश मानक समय के अनुसार शाम 4:15 बजे चीन के हैनान पहुंचे. बांग्लादेश के चीन राजदूत मोहम्मद नजमुल इस्लाम और हैनान प्रांत के उप-गवर्नर ने हैनान के क्यून्गाई बोआओ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया.
इस यात्रा के दौरान बांग्लादेश और चीन के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने, विशेष रूप से व्यापार, निवेश और क्षेत्रीय विकास के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से उच्च स्तरीय चर्चा की उम्मीद है. बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार सरकार का नेतृत्व करते हैं.
इससे पहले बुधवार को बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि इस यात्रा के दौरान यूनुस 28 मार्च को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. उनकी चीन यात्रा के दौरान दोनों देश कुछ समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे. इस महीने की शुरुआत में ढाका में चीनी राजदूत याओ वेन ने मोहम्मद यूनुस से मुलाकात की थी.
याओ वेन ने कहा कि मुख्य सलाहकार की चीन की आगामी आधिकारिक यात्रा दो भरोसेमंद और करीबी दोस्तों के बीच 50 साल पुराने संबंधों में सबसे महत्वपूर्ण होगी.यूनुस एशिया इन ए चेंजिंग वर्ल्ड: टुवर्ड्स ए शेयर्ड फ्यूचर विषय पर भाषण देंगे. सत्र के दौरान चीनी कार्यकारी उपप्रधानमंत्री भी उनके साथ शामिल होंगे. राजदूत ने कहा कि दुनिया के शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों में से एक, पेकिंग विश्वविद्यालय प्रोफेसर यूनुस को मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान करेगा.
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दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बंपर जीत मिली है, जबकि आम आदमी पार्टी को भारी हार का सामना करना पड़ा है. पार्टी के बड़े नेताओं अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को भी हार का सामना करना पड़ा. आम आदमी पार्टी के युवा नेता राघव चड्ढा ने एनडीटीवी युवा कॉन्क्लेव में कहा कि पार्टी दिल्ली की हार से बहुत कुछ सीख रही है और आत्म-मंथन और चिंतन कर रही है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार के बाद पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कहा है कि वे चुनाव के नतीजे वाले दिन अरविंद केजरीवाल के घर में उनके साथ मौजूद थे. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के अंदर आत्ममंथन और चिंतन का काम जारी है.
राघव चड्ढा ने कहा कि मैंने दिल्ली और पंजाब में पार्टी के लिए प्रचार किया था. कुछ लोगों ने कहा कि मैं चुनाव वाले दिन और नतीजे वाले दिन गायब था. लेकिन यह सच नहीं है. मैं अरविंद केजरीवाल जी के घर में उनके साथ मौजूद था. उन्होंने आगे कहा कि पार्टी के अंदर आत्ममंथन और चिंतन का काम जारी है. हमें पता है कि हमने दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त देखी है, और हम इसके कारणों का विश्लेषण कर रहे हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार के बारे में बात करते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि चुनावों में हार-जीत लगी रहती है. उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी का उदाहरण दिया, जिन्होंने एक बार चुनाव हारने पर कहा था कि ना हार में ना जीत में किंचित नहीं भयभीत में कर्तव्य पथ पर जो मिला यह भी सही वो भी सही.
राघव चड्ढा ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी एक यात्रा पर निकली है. देश के लिए देश की सेवा करने के लिए लोगों की जिंदगी बेहतर करने के लिए. उन्होंने स्वीकार किया कि कभी-कभार हार हाथ लगती है. कभी-कभार जीत हाथ लगती है. लेकिन अगर कुछ कमियां रही हैं तो उन्हें सुधारने का प्रयास किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि हमारी पॉलिटिक्स में जरूरी सुधार लाने की आवश्यकता है और हम इसका मंथन करेंगे. अब पंजाब में हमारी पूर्ण बहुमत वाली सरकार है और हम लगातार काम कर रहे हैं.

नमो भारत ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक शानदार योजना शुरू की गई है. एनसीआरटीसी (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम) ने हाल ही में एक नया लॉयल्टी पॉइंट्स प्रोग्राम शुरू किया है, जिसके तहत यात्री अपनी यात्रा पर खर्च किए गए प्रत्येक रुपए पर एक लॉयल्टी पॉइंट अर्जित कर सकते हैं.
पॉइंट्स न्यूनतम 300 तक जमा होने पर मुफ्त यात्रा के लिए रिडीम किए जा सकते हैं. यात्री नमो भारत ऐप का उपयोग करके डिजिटल क्यूआर टिकट बुक कर सकते हैं या फिर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) से भुगतान कर सकते हैं. हर एक रुपए के खर्च पर एक लॉयल्टी पॉइंट मिलेगा, जिसका मूल्य 10 पैसे होगा.
इस तरह से समझें लॉयल्टी प्रोग्रामउदाहरण के तौर पर, यदि कोई यात्री 100 रुपए का किराया चुकाता है, तो उसे 100 लॉयल्टी पॉइंट्स मिलेंगे, जिनकी कुल कीमत 10 रुपए होगी. यात्रियों को अपने लॉयल्टी पॉइंट्स बार-बार रिडीम करने में कोई कठिनाई न हो, इसके लिए एक साथ 5 ट्रिप्स तक रिडीम करने का प्रावधान रखा गया है.
रिडीम की गई यात्राएं 7 दिनों तक मान्य रहेंगी. एनसीएमसी उपयोगकर्ता अपने संचित पॉइंट्स को टिकट वेंडिंग मशीन (टीवीएम), टिकट रीडर या काउंटर पर चेक कर सकते हैं. यह सुविधा किसी भी बैंक या परिवहन प्राधिकरण द्वारा जारी किए गए एनसीएमसी कार्ड के साथ उपलब्ध है.
ऐप रेफर करने पर भी मिलेंगे लॉयल्टी पॉइंट्सवहीं, नमो भारत ऐप के माध्यम से टिकट बुक करने वाले यात्री आसानी से अपने पॉइंट्स देख और रिडीम कर सकते हैं. नए उपयोगकर्ताओं को नमो भारत ऐप डाउनलोड करने पर 50 (500 लॉयल्टी पॉइंट्स) का वेलकम बोनस मिलेगा. इसके अलावा, रेफरल प्रोग्राम के तहत उपयोगकर्ता अपने दोस्तों को ऐप रेफर कर सकते हैं और अतिरिक्त 500 लॉयल्टी पॉइंट्स अर्जित कर सकते हैं.
एनसीआरटीसी की यह पहल न केवल यात्रियों को आर्थिक रूप से लाभान्वित करेगी, बल्कि पेपरलेस टिकटिंग को भी बढ़ावा देगी. इसके माध्यम से यात्रियों को सुविधाजनक, सस्ती और पर्यावरण-अनुकूल यात्रा का अनुभव मिलेगा. नमो भारत ऐप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर पर उपलब्ध है. नियमित यात्रियों के लिए यह प्रोग्राम एक बेहतरीन अवसर है, जिससे वे अपनी हर यात्रा पर बचत कर सकते हैं.

दक्षिण कोरिया के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में लगी जंगल की आग को बुझाने के लिए बुधवार को भी अग्निशमन कर्मियों ने कड़ी मशक्कत की. इस आग में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई है, लेकिन तेज हवाओं और शुष्क मौसम के कारण आग को फैलने से रोकने के प्रयासों में बाधा आ रही है.
आग बुझाने के लिए दर्जनों अग्निशमन हेलीकॉप्टर, करीब 5,000 कर्मचारी और करीब 560 उपकरण लगाए गए हैं, लेकिन पिछले शुक्रवार को दक्षिण ग्योंगसांग प्रांत के सांचियोंग काउंटी में लगी जंगल की आग पूरे क्षेत्र के उत्तर-पूर्व में फैल गई है.
पांच दिन में आग पास के उइसोंग तक फैल गई है और पड़ोसी एंडोंग, चेओंगसोंग, येओंगयांग और येओंगदेओक तक बढ़ रही है. सेंट्रल डिजास्टर एंड सेफ्टी काउंटमेजर हेडक्वार्टर्स (केंद्रीय आपदा और सुरक्षा प्रतिवाद मुख्यालय) के आंकड़ों के अनुसार, शाम 4 बजे तक जंगल की आग से 24 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 20 उइसोंग में और चार सांचियोंग से थे.
पुलिस और अग्निशमन अधिकारियों ने पहले उत्तरी ग्योंगसांग प्रांत के उत्तरी हिस्से में 21 लोगों की मौत की गणना की थी, जिसमें एंडोंग में दो, चेओंगसोंग में तीन, येओंगयांग में छह और येओंगदेओक में सात शामिल थे.
तेज हवाओं के कारण जंगल की आग पूर्वी तटीय क्षेत्रों में फैलने का खतरा है, जिससे चिंता बढ़ गई है कि लपटें तटीय काउंटी उलजिन तक पहुंच सकती हैं, जहां एक प्रमुख परमाणु ऊर्जा संयंत्र है.वन अधिकारी ने अप्रत्याशित कारकों, जैसे हवा की दिशा में अचानक बदलाव, के प्रति सावधानी बरतने की अपील की. यूसेओंग जंगल की आग शुरू में पूर्व की ओर फैल गई थी, मंगलवार और बुधवार को दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी हवाएं देखी गईं.
योंगयांग में, पांच पीड़ितों में से चार मंगलवार को रात लगभग 11 बजे सड़क पर जलकर मर गए. बुधवार को, कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू ने घातक जंगल की आग को और फैलने से रोकने में मदद करने के लिए हरसंभव प्रयास करने का आह्वान किया, इसे अब तक की सबसे भीषण जंगल की आग बताया.
हान ने कहा कि अब तक, जंगल की आग ने 17,000 हेक्टेयर जंगल और 209 घरों और कारखानों को नष्ट कर दिया है.आग की लपटों ने उइसोंग में गौन मंदिर को नष्ट कर दिया, जो सिला राजवंश (57 ईसा पूर्व-935 ई.) के दौरान 681 ई. में बनाया गया एक प्राचीन मंदिर है. मंदिर में संग्रहीत राष्ट्रीय खजाने को पहले ही अन्य स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया था.
इससे पहले, देश में एक बड़ी जंगल की आग से जूझते हुए उइसोंग में एक अग्निशमन हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें पायलट की मौत हो गई.

आम आदमी पार्टी के युवा नेता राघव चड्ढा ने एनडीटीवी युवा- यूथ फॉर चेंज कॉन्क्लेव में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं पर बात की, जिनमें उनके रिलेशनशिप, शादी, स्कूल और सीए से राजनीति तक के सफर में आने वाली चुनौतियों का जिक्र शामिल था. राघव की बॉलीवुड अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा से हुई शादी ने काफी सुर्खियां बटोरी हैं.
हार्वर्ड केनेडी स्कूल में कैसा रहा राघव का अनुभव?आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि मैंने कई साल पहले अपने छात्र जीवन में हार्वर्ड केनेडी स्कूल में पढ़ने के लिए आवेदन किया था. मुझे वहां मास्टर्स इन पब्लिक पॉलिसी में दाखिला मिला था और मैं डेढ़ से दो साल वहां पढ़ाई करना चाहता था. लेकिन उस समय आम आदमी पार्टी नई थी और हम कई चुनाव लड़ रहे थे. इसलिए मैंने आवेदन वापस ले लिया था. यह मेरा एक अधूरा सपना था. लेकिन इस साल परमात्मा की कृपा से मुझे हार्वर्ड केनेडी स्कूल जाने का मौका मिला और मुझे बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला.
यह एक अद्भुत अवसर था...राघव चड्ढा ने कहा कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा हर साल यंग ग्लोबल लीडर्स का चयन किया जाता है, जिसमें दुनिया भर में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने वाले युवा शामिल होते हैं. इनमें से कुछ लोगों को हार्वर्ड केनेडी स्कूल में एक पब्लिक पॉलिसी और ग्लोबल लीडरशिप कार्यक्रम के लिए चुना जाता है. इस कार्यक्रम में मेरे साथी छात्रों में मंगोलिया और मलेशिया के संसद सदस्य, बराक ओबामा के सलाहकार, पैरा ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और आर्सनल के फुटबॉल प्लेयर जैसी प्रतिभाशाली व्यक्तियों ने भाग लिया. हमारे प्रोफेसरों में न्यूजीलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री और अमेरिका के राष्ट्रपति के ट्रेजरी सचिव जैसी टॉप हस्तियां शामिल थीं. हमें लीडरशिप, नेगोसिएशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे विभिन्न विषयों पर कक्षाएं मिलीं. यह एक अद्भुत अवसर था जिसने मुझे बहुत कुछ सीखने का मौका दिया.
जब मैं अविवाहित था और एक सोलो ट्रेवलर के रूप में जीवन का आनंद ले रहा था, तो मुझे लगता था कि शादी करने की कोई जरूरत नहीं है. लेकिन जब मैंने परिणीति से मुलाकात की और हमारी शादी हुई, तो मेरी जिंदगी में एक नया मोड़ आया. अब मुझे लगता है कि अगर परी मुझसे 5-10 साल पहले मिलती, तो हम एक लंबा और सुंदर सफर साथ तय कर पाते. उनके मेरे जीवन में आने से मुझे लगता है कि मेरी जिंदगी में एक अच्छा मोड़ आया है.राघव चड्ढा आप सांसदराघव चड्ढा ने कहा कि परी के साथ होने से मैं और मजबूत महसूस करता हूं. हमारे बीच कोई क्लैश या ईगो क्लैश नहीं होता. परी भी अपने क्षेत्र में एक उच्च स्तर पर हैं और मैं उनसे बहुत कुछ सीखता हूं. उनकी पब्लिक लाइफ का अनुभव मुझे बहुत मदद करता है. उदाहरण के लिए, अगर मुझे किसी महत्वपूर्ण मुद्दे पर भाषण देना होता है और मुझे थोड़ा डर या एंजाइटी होती है, तो मैं परी से बात करता हूं और वह मेरी चिंताओं को दूर कर देती है. उनका अनुभव और ज्ञान मुझे बहुत मदद करता है.

उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार के 8 साल हाल ही में पूरे हुए है. 8 साल पूरे होने के मौके पर यूपी के अलग-अलग जिलों में विकास उत्सव मनाया जा रहा है. लेकिन बुधवार शाम मऊ में आयोजित विकास उत्सव में कुछ ऐसी स्थिति बनी, जिसने प्रशासन को शर्मसार कर दिया. दरअसल यूपी सरकार के 8 साल पूरे होने पर मऊ में आयोजित तीन दिवसीय विकास उत्सव में शामिल होने प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा बुधवार को पहुंचे थे. ऊर्जा मंत्री की जनसभा के दौरान ही वहां बिजली कट गई. जिसके बाद मोबाइल की रोशनी में मंत्री जी इधर-उधर करते नजर आए.
बताया गया कि बुधवार की शाम को मंत्री अरविंद शर्मा को हनुमान घाट पर स्थानीय लोगों ने सम्मान समारोह में आमंत्रित किया. लेकिन हैरानी की बात यह रही कि जिस मंत्री के विभाग पर पूरे प्रदेश की रोशनी की जिम्मेदारी है, उन्हें अपने गृह जनपद में ही शहर के बीचों-बीच खुद अंधेरे में भाषण देना पड़ा.
नगर के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हनुमान घाट सहित पूरे बांध रोड पर घंटों बिजली गुल रही और विद्युत विभाग के जवाबदेह अधिकारी भी नदारद रहे.अंधेरे में चप्पल खोजते दिखे मंत्रीकार्यक्रम खत्म होने के बाद जब मंत्री वहां से लौटने लगे तो अंधेरे में अपनी चप्पल मोबाइल की रोशनी के सहारे ढूंढने की नौबत आ गई. इस दौरान मोबाइल और टॉर्च की रोशनी में ऊर्जा मंत्री को चप्पल तलाशनी पड़ी. इस असहज स्थिति का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे बिजली विभाग की बड़ी किरकिरी हो रही है.
गौरतलब है कि 25 से 27 मार्च तक मऊ में सरकारी योजनाओं के प्रदर्शन और उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. पहले दिन प्रभारी मंत्री गिरीश चंद्र यादव और दूसरे दिन पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कार्यक्रम में भाग लिया. तीसरे दिन जब गृह जनपद के मंत्री अरविंद शर्मा पहुंचे, तो बिजली विभाग की लापरवाही ने सरकार की छवि को ठेस पहुंचाई.
भाजपा कार्यकर्ताओं ने जताई नाराजगीघटना को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी है. उनका कहना है कि मऊ के अधिकारी मंत्री की साफ-सुथरी छवि को धूमिल करने की साजिश रच रहे हैं. कई कार्यकर्ताओं ने ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है.
मंत्री की सादगी चर्चा मेंहालांकि, अंधेरे में मोबाइलो की रोशनी में भाषण देना और चप्पल तलाशना भी मंत्री की सादगी और सहजता का उदाहरण बन गया. लोगों ने उनकी मृदुभाषी और विनम्र छवि की सराहना करते हुए कहा कि ऊर्जा मंत्री की कार्यशैली जनता के बीच लोकप्रियता का कारण बनी हुई है.
ऊर्जा मंत्री के कार्यक्रम में बिजली गुल मामले में चार अधिकारियों पर कार्रवाईमऊ, उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा के जनसभा कार्यक्रम में बिजली आपूर्ति बाधित होने के मामले में कड़ी कार्रवाई की गई है. बुद्धवार को हनुमान घाट-हरिकेशपुरा टीसीआई मोड़ पर आयोजित जनसभा के दौरान विद्युत आपूर्ति ठप हो गई, जिससे कार्यक्रम में असहज स्थिति उत्पन्न हो गई.
घटना को गंभीरता से लेते हुए विभाग ने चार अधिकारियों पर कार्रवाई की है:सरकार ने स्पष्ट किया है कि जनप्रतिनिधियों और जनता के सम्मान में कोई कमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इस तरह की लापरवाही दोबारा न हो, इसके लिए ऊर्जा विभाग को सख्त निर्देश दिए गए हैं. मामले की जांच जारी है और दोषियों पर आगे भी कड़ी कार्रवाई की जा सकती है.
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सुपरस्टार मोहनलाल के इस महीने की शुरुआत में मलयालम स्टार ममूटी के लिए सबरीमाला में प्रार्थना करने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. हालांकि उनके इस कदम की कुछ लोगों ने आलोचना की है और कहा है कि ममूटी एक मुस्लिम हैं और अगर उनके कहने पर पूजा की गई थी तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए. अपने रुख को स्पष्ट करते हुए मोहनलाल ने कहा कि प्रार्थना व्यक्तिगत है और अभिनेता के अस्वस्थ होने की रिपोर्ट आने के बाद पूजा की गई थी.
अपनी आगामी फिल्म एल2: एम्पुरान के प्रमोशन में जुटे मोहनलाल 18 मार्च को प्रार्थना करने के लिए सबरीमाला मंदिर गए थे. उषा पूजा के दौरान उन्होंने पुजारी को एक नोट दिया था, जिसमें ममूटी के जन्म का नाम मुहम्मद कुट्टी और उनके जन्म नक्षत्र विशाखम का उल्लेख था. देवास्वोम कार्यालय द्वारा जारी एक रसीद अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, जिसमें यह उल्लेख किया गया था.
कुछ ने किया समर्थन, कुछ विरोध मेंकुछ यूजर्स ने इसे सांप्रदायिक सद्भाव का उदाहरण बताया. हालांकि एक अन्य वर्ग ने कहा कि ममूटी एक मुस्लिम हैं और हिंदू प्रार्थनाएं इस्लामी मान्यताओं का उल्लंघन करती हैं.
इंफ्लूएंसर और मध्यम अखबार के पूर्व संपादक ओ अब्दुल्ला ने ममूटी से कहा कि अगर उन्होंने मोहनलाल से उनकी ओर से प्रार्थना करने को कहा था तो वे माफी मांगें. उन्होंने इस्लामी कानूनों का हवाला देते हुए कहा कि इस्लामी आस्था का पालन करने वाले व्यक्ति को सिर्फ अल्लाह की प्रार्थना करनी चाहिए.
हम अच्छे दोस्त हैं: मोहनलालपेशेवर प्रतिद्वंद्विता के बावजूद ममूटी के साथ करीबी रिश्ता रखने वाले मोहनलाल ने इस विवाद को दरकिनार कर दिया है. मुंबई में NDTV से बात करते हुए मोहनलाल ने कहा कि उन्होंने सबरीमाला में पूजा के लिए ममूटी का नाम और नक्षत्र दिया था, साथ ही अपने परिवार का भी नाम दिया था. उन्होंने कहा, सौभाग्य से या दुर्भाग्य से, यह बात सामने आ गई.
फिल्म निर्माता पृथ्वीराज सुकुमारन ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब उन दोनों ने ऐसा कुछ किया हो. उन्होंने कहा, इस बार यह खबर बन गई.
ममूटी के साथ अपने रिश्ते के बारे में बात करते हुए मोहनलाल ने कहा कि उन्होंने उनके साथ 50 से ज्यादा फिल्में की हैं. उन्होंने कहा, हम हर हफ्ते मिलते थे. हर दो-तीन दिन में फोन पर बात होती थी. हम वाकई अच्छे दोस्त हैं.
ममूटी के लिए प्रार्थना में कुछ गलत नहीं: मोहनलालमोहनलाल ने पहले कहा था कि प्रार्थनाएं निजी होती हैं और ममूटी के लिए प्रार्थना करने में कुछ भी गलत नहीं है. साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि उन्होंने अभिनेता के स्वास्थ्य में मामूली गिरावट के बाद प्रार्थना की थी. उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि ममूटी की हालत में सुधार हो रहा है और चिंता की कोई बात नहीं है.
रसीद लीक होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने चेन्नई के एक कार्यक्रम में कहा था कि यह त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड के किसी अधिकारी द्वारा किया गया हो सकता है, जो सबरीमाला में भगवान अय्यपा मंदिर का प्रबंधन करता है. हालांकि बोर्ड ने इसका खंडन किया और कहा कि मोहनलाल के बयान से गलतफहमी पैदा हुई है और उनके अधिकारियों की इसमें कोई गलती नहीं है. मंगलवार को बोर्ड ने स्पष्ट किया कि लीक हुई रसीद भक्त की कॉपी से थी और उनकी ओर से कोई चूक नहीं हुई.
इस बीच, स्वास्थ्य संबंधी डर के कारण ममूटी के कैंसर से पीड़ित होने की अफवाह फैल गई, लेकिन उनकी टीम ने इसे फर्जी खबर बताकर तुरंत खारिज कर दिया. उनकी टीम ने मिड-डे को बताया कि वह रमजान के लिए छुट्टी पर हैं. उन्होंने कहा कि वह उपवास कर रहे हैं और उनकी शूटिंग शेड्यूल को रोक दिया गया है.

30 की उम्र में बालों का समय से पहले सफेद होना टेंशन की बात हो सकती है, लेकिन नेचुरल उपचार इस प्रोसेस या को धीमा करने में मदद कर सकते हैं. ऐसा ही एक शक्तिशाली उपाय है हर्बल टी, जो बालों को पोषण देने वाले गुणों के लिए जानी जाने वाली सामग्री से बनी है. इस नेचुरल उपाय का सुझाव न्यूट्रिशनिस्ट मनप्रीत कालरा ने दिया था. इस चाय का हर रोज सेवन करने से मेलेनिन प्रोडक्शन का समर्थन कर सकता है, बालों के रोम को मजबूत कर सकता है और पूरी खोपड़ी के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है. केमिकल रंगों पर निर्भर रहने के बजाय, इस नेचुरल उपाय को एक बार जरूर ट्राई करें.
यह चाय सफेद बालों से कैसे निपटती हैयह चाय हिबिस्कस फूल पाउडर, मेथी के बीज, हल्दी, सेंधा नमक और नींबू जैसे शक्तिशाली नेचुरल तत्वों का मिश्रण है. ये तत्व बालों को अंदर से पोषण देने के लिए मिलकर काम करते हैं, जिससे बालों का सफेद होना रुकता है और बालों को हेल्दी और मजबूत बनाता है. केमिकल चीजों का इस्तेमाल करने की बजाय हर्बल चाय का सेवन किसी भी तरह के साइड इफेक्ट्स से बचाता है.
सफेद बालों के लिए हर्बल चाय की मुख्य सामग्री के लाभइन 5 लोगों के लिए वरदान से कम नहीं है सुबह खाली पेट मेथी के पानी का सेवन
1. हिबिस्कस फूल का पाउडरहिबिस्कस बालों को हेल्दी रखने के लिए एक फेमस नेचुरल उपचार है. यह एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी से भरपूर होता है, जो मेलेनिन उत्पादन में मदद करता है. हिबिस्कस स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन में भी सुधार करता है, जिससे बालों के रोम को बेहतर पोषण मिलता है. हिबिस्कस का नियमित सेवन बालों के नेचुरल रंग को बहाल करने और उन्हें और सफेद होने से रोकने में मदद कर सकता है.
2. मेथी के बीजमेथी के बीज प्रोटीन और आयरन से भरपूर होते हैं, जो हेल्दी बालों के विकास के लिए दो आवश्यक पोषक तत्व हैं. वे बालों के रोम को मजबूत करने और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं, जो समय से पहले सफेद होने के प्राथमिक कारणों में से एक है. मेथी में हार्मोन-विनियमन गुण भी होते हैं जो स्कैल्प के बेहतर स्वास्थ्य का समर्थन कर सकते हैं और बालों की उम्र बढ़ने को धीमा कर सकते हैं.
3. हल्दीहल्दी अपने सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए व्यापक रूप से जानी जाती है. यह स्कैल्प की सूजन को कम करने में मदद करती है, जो बालों के पतले होने और समय से पहले सफेद होने में योगदान दे सकती है. हल्दी में मौजूद एक्टिव कंपाउंड करक्यूमिन बालों की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है.
क्या आपको पता है रातभर लहसुन को पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाने से क्या होता है?
4. सेंधा नमकसेंधा नमक मैग्नीशियम, पोटेशियम और कैल्शियम जैसे जरूरी मिनरल्स का एक बड़ा स्रोत है, जो सभी मजबूत और हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं. यह शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद करता है, अशुद्धियों को दूर करता है जो समय से पहले बूढ़ा होने का कारण बन सकती हैं, जिसमें बालों का सफेद होना भी शामिल है.
5. नींबूनींबू विटामिन सी से भरपूर होता है, जो कोलेजन के प्रोडक्शन में मदद करता है. नींबू में पाए जाने वाले तत्व बालों के कोलेजन को बूस्ट करने में भी मदद करते हैं. नींबू बालों के रंग के लिए एक महत्वपूर्ण खनिज आयरन को अवशोषित करने में भी मदद करता है. इस चाय में नींबू मिलाने से सफेद बालों को रोकने में इसकी प्रभावशीलता बढ़ जाती है.
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30 की उम्र में सफेद बालों के लिए इस हर्बल चाय को कैसे तैयार करें:- एक जार में मेथी के बीज डालें, जो बालों के रोम को मजबूत करते हैं और समय से पहले सफेद होने से रोकते हैं.
- अब इसमें हल्दी डालें, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह स्कैल्प के हेल्दी बनाए रखने में भी मदद करता है.
- सेंधा नमक डालें, जो बालों को पोषण देने के लिए जरूरी मिनरल भी देता है.
- मेलेनिन उत्पादन को बढ़ावा देने और बालों के नेचुरल रंग को बढ़ावा देने के लिए गुड़हल के फूल का पाउडर डालें.
- जार को बंद कर दें और सभी चीजों को अच्छी तरह से मिलाएं.
- तैयार पाउडर का आधा चम्मच लें और इसे एक गिलास पानी में मिलाएँ.
- कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देने और बालों के स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए इसमें नींबू की कुछ बूँदें निचोड़ें.
- अच्छी तरह मिलाएँ और ज्यादा फायदे पाने के लिए रेगुलर तौर पर इसका सेवन करें.

Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल बनने लगा है. RJD, JDU, BJP, कांग्रेस, लेफ्ट, LJP, HUM सहित प्रदेश के सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हैं. मौजूदा राजनीतिक हालातों में बिहार में जदयू,भाजपा, लोजपा और हम के गठजोड़ वाली NDA सरकार की टक्कर राजद, कांग्रेस, लेफ्ट के गठबंधन से होगी. इसमें एक तरफ नीतीश कुमार तो दूसरी ओर तेजस्वी यादव चेहरा हैं. तेजस्वी यादव इस समय बिहार के नेता प्रतिपक्ष भी हैं. बुधवार को NDTV ने बिहार विधानसभा चुनाव सहित देश के अन्य मुद्दों पर तेजस्वी यादव से एक्सक्लूसिव बातचीत की. जिसमें उन्होंने अपनी चुनावी रणनीति के साथ-साथ प्राथमिकताएं तक गिनाईं.
पढ़ें- तेजस्वी यादव की इंटरव्यू की खास बातें.NDTV का सवालः वक्फ बोर्ड बिल को लेकर क्या विवाद है, इस विवाद पर RJD का क्या स्टैंड है?
तेजस्वी का जवाबः वक्फ बोर्ड बिल असंवैधानिक है. आखिर इस कानून की जरूरत क्या पड़ी है? ये लोग (BJP) संविधान विरोधी है. आज मुसलमान के बहाने, कल सिख के बहाने. मोदी जी को बेरोजगारी पर गरीबी पर काम करना चाहिए. यह अल्पसंख्यकों के खिलाफ है. ये लोग (वक्फ) मस्जिदों के लिए, स्कूलों के लिए काम करते हैं. बीजेपी वाले हमेशा ऐसे बिल लाती हैं जो तनाव पैदा करें. CAA, NRC भी इसी के तहत थी.
NDTV का सवालः आपका कहना है कि भाजपा बांटने की राजनीति करती है. चुनाव में भी यहीं होगा. इससे कैसे निपटेंगे?
तेजस्वी का जवाबः बिहार के लोग होशियार हैं. यहां के लोग अच्छे तरीके से राजनीतिक चालों को समझते हैं. लोग जानते हैं कि भाजपा के लोग समाज को तोड़ने की बात करते हैं. मुद्दे की बात नहीं करते. पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई के लिए ये लोग बात नहीं करते. बिहार की जनता इन बातों को समझती है. पिछली बार ये लोग हारते-हारते बच गए. लेकिन इस बार बिहार की जनता बेहद चौकन्ने हैं और इनके साजिश में नहीं फंसने वाले.
NDTV का सवालः तेजस्वी आपने दरभंगा में टीका भी लगाया और टोपी भी पहनी. इसकी बड़ी चर्चा हो रही है. भाजपा वालों ने भी इसे खूब उठाया.
तेजस्वी का जवाबः कोई मतलब नहीं है, आरक्षण पर तो चुप रहते हैं ना. सबसे ज्यादा बेरोजगार कौन है, हिंदू ही है ना. बिहार से सबसे ज्यादा पलायन हिंदूओं का ही होता है. हम लोग गंगा-जमुना तहजीब को मानने वाले लोग है. मेरी शादी भी ईसाई परिवार में हुई है. हम लोग मंदिर-मस्जिद दोनों को मानते हैं. सही मायने में जो मुद्दे है- पढ़ाई के बारे में, नौकरी-रोजगार के बारे में, किसान की आय के बारे में... इस पर बात होनी चाहिए.
NDTV का सवालः दिल्ली में कांग्रेस की बैठक में यह घोषणा हुई कि राजद और कांग्रेस साथ में चुनाव लड़ेगी. सीटों को लेकर उनकी आपत्ति है. साथ ही सीएम फेस उन्होंने पत्ते नहीं खोले.
तेजस्वी का जवाबः सभी पार्टियों की कार्यप्रणाली अलग-अलग होती है. अलग-अलग स्ट्रक्चर है. हमारी पार्टी का अलग है. उनकी पार्टी का अलग है. जब बात होगी तब इसपर बात की जाएगी. ये बातें कैमरे पर नहीं की जा सकती है. जब उनका निर्णय होगा तो होगा. बड़े-छोटे का कोई मतलब नहीं है कि हम लोगों का एकमात्र लक्ष्य है कि बिहार की इस खटारा सरकार को हटाया जाए.
NDTV का सवालः क्या तेजस्वी अपने आप को बिहार के भावी मुख्यमंत्री मानते हैं?
तेजस्वी का जवाबः यह तो जनता तय करेगी. लेकिन हमारी पार्टी के लोगों की, हमे चाहने वाले लोगों की इच्छा है कि हम मुख्यमंत्री बने. लेकिन उससे पहले किसान, नौजवान, बेरोजगार की नहीं सुनने वाले सरकार को बदलना हमारी प्राथमिकता है.
NDTV का सवालः अगर हम यह माने कि आप भावी मुख्यमंत्री हैं, तो पहले 100 दिनों में आपके सरकार की क्या प्राथमिकता होगी?
तेजस्वी का जवाबः पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, सुनवाई और कार्रवाई.. इनमे से ही होगी. सरकार लोगों की सुने, सरकार सुनवाई करे और अपराधियों पर कार्रवाई करें. अभी के सीएम जनता तो छोड़िए पत्रकारों से भी नहीं मिलते.
NDTV का सवालः नीतीश के राष्ट्रगान वाले वीडियो पर आपका क्या कहना है.
तेजस्वी का जवाबः इस मसले पर हम कोई टीका-टिप्पणी नहीं करना चाहते. नेता प्रतिपक्ष के नाते हम यहीं कहेंगे कि अब वो कुर्सी खुद छोड़ दे. बिहार को अब तेज रफ्तार से विकास करना हो तो हमे लगता है कि अब परिवर्तन जरूरी है. जिसके अपने मुख्यमंत्री, मंत्री, अधिकारियों का नाम नहीं पता हो तो सवाल तो उठेगा कि यह सरकार कैसे चल रही है.
NDTV का सवालः बिहार विधानसभा चुनाव में राजद या इंडिया एलायंस के मु्द्दें क्या होंगे?
तेजस्वी का जवाबः हम मुद्दे की बात करेंगे, हम सकारात्मक बातें करेंगे. हम धर्म-जात पर बात नहीं करेंगे. हम बिहार को आगे ले जाने पर बात करेंगे. गरीबी पर चर्चा करेंगे.
NDTV का सवालः भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आपके विरोधी आपको घेरते रहते हैं. आपका क्या कहना है?
तेजस्वी का जवाबः इस पर मैं क्या बोलूं, मुझे कहते हैं कि मैं 4 साल की उम्र से घोटाला करता रहा हूं. ये कोई बात है क्या. यदि यह सही है तो कार्रवाई करेंगे. इनके पास तेजस्वी के खिलाफ एक मुद्दा नहीं है.
NDTV का सवालः आपने बीते दिनों यह चैलेंज दिया कि भाजपा, जेडीयू, आरजेडी सब अकेले लडे़ तब असलियत पता चलेगा.
तेजस्वी का जवाबः मैंने कहा था कि पिछल्लगू बनकर क्यों हो. लड़ना है ही हो अकेले-अकेले ही लड़े फिर पता चलेगा.
NDTV का सवालः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के तेजस्वी के 5 विजन क्या हैं.
तेजस्वी का जवाबः बेरोजगारी, गरीबी, पलायन, कृषि, टेक्नोलॉजी और एआई, बिहार में निवेश आए, आर्थिक न्याय, माई-बहन योजना, 500 में गैस सिलेंडर, अच्छी स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था, बिहार के लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए पलायन नहीं करना पड़े, ये हमारे विजन में होगा.
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