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![खाना-खत्म-हो-गया,-टूटने-की-कागार-पर-थी-शादी;-ऐन-वक्त-पर-पुलिस-ने-मारी-एंट्री-और-थाने-में-करवाया-विवाह](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/ioodu3fo_india_625x300_04_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
गुजरात के सूरत में एक अनोखा मामला सामने आया है, जिसे जानने के बाद लोग पूरी तरह से चौंक रहे हैं. ऐसा लग रहा है जैसे कोई फिल्म की एक कहानी हो. दरअसल, राहुल और अंजलि की शादी टूटने की कगार पर थी. वजह भोजन की सही व्यवस्था नहीं थी. शादी के दौरान खाने को लेकर खूब हंगामा हुआ, मामला शादी टूटने तक पहुंच गया तभी पुलिस की एंट्री होती है, फिर दोनों की शादी थाने में होती है. थाने में ही पुलिसकर्मी बाराती और सराती बनते हैं. देखा जाए तो इन दोनों की शादी काफी वायरल भी हो रही है. जानिए पूरी कहानी...
शादी के बीच खाना बना विवाद का कारण
जानकारी के मुताबिक, बिहार के रहने वाले राहुल प्रमोद महतो (Rahul Pramod Mahto) और अंजलि कुमारी (Anjali Kumari) की शादी सूरत के लक्ष्मी हॉल में हो रही थी. सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन जैसे ही रिश्तेदारों को खाना परोसा गया, दूल्हे के परिवार ने खाने की कमी को लेकर नाराजगी जता दी. इस छोटी-सी बात ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि दूल्हे के परिवार ने शादी तोड़ने का ऐलान कर दिया.
तभी पुलिस को दुल्हन ने बताई पूरी कहानी
अपने सपनों की शादी को टूटता देख दुल्हन अंजलि और उसके परिवार ने तुरंत पुलिस की मदद ली. डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) आलोक कुमार ने बताया कि लड़की का कहना था कि राहुल शादी के लिए तैयार हैं, लेकिन उनका परिवार नहीं मान रहा. ऐसे में पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया और विवाद को शांत कराने की कोशिश की.
थाने में बनी अनोखी बारात
काफी समझाने-बुझाने के बाद दूल्हे का परिवार शादी के लिए मान गया. हालांकि, दुल्हन को डर था कि शादी हॉल में फिर से झगड़ा हो सकता है. ऐसे में पुलिस ने बड़ा दिल दिखाते हुए थाने में ही शादी की अंतिम रस्में पूरी करने की अनुमति दे दी. पुलिस की मौजूदगी में दूल्हा-दुल्हन ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई और शादी संपन्न हुई.
![गजराज-के-गुस्से-ने-हिला-दी-JCB-मशीन,-वायरल-वीडियो-ने-इंटरनेट-पर-मचाया-तहलका](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/h5setmio_viral-video_625x300_04_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
JCB Vs Elephant Viral Video: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक हैरान कर देने वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक हाथी अपनी ताकत का ऐसा जबरदस्त प्रदर्शन करता है कि देखने वालों के होश उड़ जाते हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि JCB मशीन हाथी के करीब जाती है, जिससे हाथी गुस्से से तिलमिला उठता है और अचानक पलटवार कर देता है. हाथी की जोरदार टक्कर से JCB मशीन हिल जाती है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हाथी की ताकत कितनी जबरदस्त होती है.
इंस्टाग्राम रील्स पर छाया वीडियो (Elephant Attack JCB Machine)
इस वीडियो को इंस्टाग्राम के रील वर्ल्ड सेक्शन में खूब पसंद किया जा रहा है. यूजर्स इस वीडियो पर तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं. कुछ लोग इसे जंगल के राजा की ताकत बता रहे हैं, तो कुछ इसे इंसानों द्वारा जानवरों को परेशान करने का नतीजा मान रहे हैं. वीडियो के कमेंट सेक्शन में यूजर्स हाथी के पक्ष में अपनी राय जाहिर कर रहे हैं और कह रहे हैं कि जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास में परेशान नहीं करना चाहिए.
यहां देखें वीडियो
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वीडियो की लोकेशन अभी भी रहस्य (Hathi Aur JCB ki Takkar)
फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह वीडियो कहां का है और कब का है, लेकिन यह सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है. कई लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं जंगलों में अक्सर देखने को मिलती हैं, जहां जानवरों को मशीनों से डराने की कोशिश की जाती है, लेकिन कभी-कभी वे गुस्से में आकर हमला भी कर देते हैं.
यूजर्स ने क्या कहा? (Elephant Attack Video)
वीडियो पर एक यूजर ने लिखा, हाथी को उकसाना गलत था, इंसानों को जंगल के जानवरों की शांति भंग नहीं करनी चाहिए. वहीं, दूसरे यूजर ने कहा, यह दिखाता है कि हमें प्रकृति के प्रति सम्मान रखना चाहिए, वरना उसके परिणाम घातक हो सकते हैं. यह वायरल वीडियो एक सीख देता है कि जंगली जानवरों के साथ छेड़छाड़ करना कितना खतरनाक हो सकता है. इंसानों को चाहिए कि वे प्रकृति और वन्यजीवों का सम्मान करें और उन्हें उनके माहौल में शांतिपूर्ण जीवन जीने दें. इंटरनेट पर यह वीडियो तेजी से ट्रेंड कर रहा है और लोग इसे खूब शेयर कर रहे हैं.
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![मंगलवार-को-दिल्ली-NCR-में-बारिश-के-लिए-हो-जाएं-तैयार,-जानें-अपने-प्रदेश-के-मौसम-का-हाल](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/0g3l0ms8_india_625x300_04_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में फिलहाल अभी कुछ दिनों तक हल्की धुंध की चादर लोगों को देखने को मिलेगी. इसके साथ-साथ सोमवार और मंगलवार को मौसम विभाग ने बारिश की संभावना भी जताई है.
मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को तेज बारिश हो सकती है. आने वाले कुछ दिनों तक फिलहाल हल्की धुंध की चादर एनसीआर में देखने को मिलेगी. दिल्ली में एक्यूआई 300 के पार पहुंच गया है. जबकि नोएडा और गाजियाबाद में एक्यूआई फिलहाल सांस लेने लायक बना हुआ है.
मौसम विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक 3 फरवरी को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री और अधिकतम तापमान 22 डिग्री दर्ज किया गया है और आसमान में बादल छाए रहेंगे. हल्की बारिश भी हो सकती है. वहीं 4 फरवरी को न्यूनतम तापमान 12 डिग्री और अधिकतम तापमान 19 डिग्री रहने की संभावना है.मौसम विभाग के मुताबिक तेज हवा और तूफान के साथ तेज बारिश होने की संभावना भी जताई गई है. इसके बाद 5 फरवरी से न्यूनतम पारा 10 डिग्री और अधिकतम पारा 23 डिग्री पहुंचने की संभावना है. हालांकि मौसम विभाग ने हल्के कोहरे की आशंका जताई है. 6 फरवरी को मौसम विभाग के मुताबिक न्यूनतम पारा 9 डिग्री और अधिकतम पारा 23 डिग्री तक पहुंच जाएगा. इस दिन लोगों को हल्की धुंध की चादर देखने को मिल सकती है.
बढ़ता एक्यूआई भी चिंता का विषय बन गया है. अगर दिल्ली की बात करें तो यहां पर एक्यूआई औसतन 308 दर्ज किया गया है और दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई 350 के भी पार पहुंच गया है. जिसके कारण लोग फिर से जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हो रहे हैं.वहीं गाजियाबाद में एक्यूआई औसतन 172 दर्ज किया गया है, तो ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 182 दर्ज किया गया है, जो हवा की फिलहाल बेहतर स्थिति दर्शाता है. वहीं अगर नोएडा की बात करें तो एक्यूआई 164 दर्ज किया गया है.
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में यह स्थिति बार-बार बदल रही है. कभी-कभी लोगों को गर्मी का एहसास होता है और फिर एकदम से बारिश और कोहरे का सामना लोगों को करना पड़ता है.
![फ्लाइट-में-यात्रा-करने-वाले-यात्री-ये-VIDEO-भूल-से-भी-मिस-न-करें,-Airport-पर-बैग-के-वजन-में-गड़बड़ी](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/dqdh740g_indigo-scales_625x300_03_February_25.jpeg?im=FeatureCrop,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
Airport Ki Weight Machine Ka Viral Video: चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर इंडिगो फ्लाइट के एक यात्री ने ऐसा वीडियो शेयर किया, जिसने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है. वीडियो में दिखाया गया है कि एक ही बैग को जब दो अलग-अलग इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीनों पर रखा गया तो दोनों का वजन अलग-अलग दिखा. इस घटना के बाद एयरपोर्ट की मशीनों पर सवाल उठने लगे हैं, और लोग एयरलाइन सिस्टम की पारदर्शिता पर चर्चा कर रहे हैं.
वायरल वीडियो में क्या है? (Chandigarh Airport Viral Video)
इस वायरल वीडियो में एक पैसेंजर एयरपोर्ट पर अपने बैग का वजन मापता है. पहली मशीन पर बैग का वजन 14.5 किलोग्राम दिखता है, जबकि दूसरी मशीन पर वही बैग 12.2 किलोग्राम का आता है. यात्री कई बार यह प्रक्रिया दोहराता है, लेकिन हर बार यही अंतर देखने को मिलता है. इस घटना ने सोशल मीडिया यूजर्स को चौंका दिया है और वे अपनी राय दे रहे हैं.
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यूजर्स की प्रतिक्रियाएं (Airport Par Lagi Machine Ka Video Viral)
वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यात्रियों के अनुभव शेयर किए जा रहे हैं. कुछ यूजर्स का कहना है कि उन्होंने भी ऐसे मामलों का सामना किया है. वहीं, कुछ लोग इसे एयरलाइंस की वजन बढ़ाकर ज्यादा पैसे वसूलने की रणनीति बता रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, क्या एयरपोर्ट पर यात्रियों से ज्यादा पैसे वसूलने के लिए यह चालाकी अपनाई जा रही है? वहीं, दूसरे यूजर ने कहा, हर बार वजन मशीन की गलती ही क्यों होती है? क्या यह सच में तकनीकी खराबी है?
एयरलाइन और एयरपोर्ट अथॉरिटी की सफाई (Airport Ka Viral Video)
अब तक इस मुद्दे पर एयरलाइन या एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि वजन मापने वाली मशीनों में समय-समय पर कैलीब्रेशन (Calibration) किया जाता है, लेकिन अगर इसमें अंतर आ रहा है, तो इसकी जांच होनी चाहिए.
क्या यात्रियों को नुकसान हो सकता है? (Baggage weight)
अगर एयरपोर्ट की मशीनें गलत वजन दिखाती हैं, तो यात्रियों को एक्स्ट्रा बैगेज चार्ज देना पड़ सकता है. ऐसे में एयरलाइन को इस मामले की जांच करनी चाहिए, ताकि यात्रियों को कोई आर्थिक नुकसान न हो. यह वायरल वीडियो यात्रियों के लिए एक सबक है कि वे अपने बैग के वजन की जांच दो अलग-अलग मशीनों पर करें, खासकर अगर वजन सीमा के करीब हो. साथ ही, एयरपोर्ट अथॉरिटीज़ को भी इस तरह की समस्याओं का समाधान करना चाहिए, ताकि यात्रियों का भरोसा बना रहे.
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![दुनिया-टॉप-10:-देश-और-दुनिया-की-दस-प्रमुख-खबरों-को-पढ़ें-एक-साथ](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/v56ppm3g_india_625x300_04_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
![1.7-लाख-किराए-पर-मिल-रहा-ये-अनोखा-अपार्टमेंट,-बाथरूम-में-एक-साथ-लगे-सिंक-और-टॉयलेट-को-देख-लोगों-ने-ली-मौज](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/9ve93a2o_new-york-woman_625x300_03_February_25.jpeg?im=FeatureCrop,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
New York apartments Viral Video: न्यूयॉर्क दुनिया के सबसे शानदार और रोमांचक शहरों में से एक माना जाता है, लेकिन यह रहन-सहन के लिहाज से सबसे महंगे शहरों में भी शामिल है. यहां किराए के आसमान छूते दाम और भारी-भरकम ब्रोकरेज के कारण लोग छोटे-छोटे अपार्टमेंट में रहने को मजबूर हैं. हाल ही में न्यूयॉर्क की एक महिला ने अपने अपार्टमेंट का वीडियो शेयर किया, जिसमें उसके बाथरूम का अनोखा सेटअप देखकर सोशल मीडिया यूजर्स हैरान रह गए.
1.7 लाख महीने का किराया, लेकिन बाथरूम देख उड़े होश (Emily Bonani Viral video)
TikTok यूजर Emily Bonani ने अपने छोटे से अपार्टमेंट का वीडियो शेयर किया, जिसमें उनका बाथरूम महज 2.5x3 फुट का है. इस बाथरूम में सिंक और टॉयलेट एक साथ जुड़े हुए हैं, ताकि जगह बचाई जा सके. खास बात यह है कि यह सिंक केवल तभी चलता है जब टॉयलेट फ्लश किया जाता है. मतलब, अगर आप सिर्फ हाथ धोना चाहें तो ऐसा संभव नहीं होगा. यह अनोखा बाथरूम सेटअप Lower East Side, New York के एक अपार्टमेंट में है, जहां किराया $2,000 (लगभग ₹1,74,262) प्रति माह है.
यहां देखें पोस्ट
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सोशल मीडिया पर मचा बवाल, लोग बोले- क्या ये जेल है? (Sink-toilet bathroom)
Emily Bonani के इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर तूफान मचा दिया है. लोग इस बाथरूम डिज़ाइन को देखकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. कई यूजर्स ने इसे अस्वच्छ और असुविधाजनक बताया, जबकि कुछ ने इसे जापान और कोरिया के छोटे अपार्टमेंट्स जैसा बताया.
एक यूजर ने लिखा, तो क्या आप टॉयलेट पर बैठकर अपना काम कर रहे होते हैं और बस घूमें और हाथ धो लें? एक अन्य यूजर ने चौंकते हुए लिखा, क्या मैं टॉयलेट फ्लश करता रहूं, अगर मुझे लंबे समय तक सिंक का पानी चाहिए? एक और यूजर ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, हर दिन टॉयलेट पर बैठकर चेहरा धोना पड़े, तो रोना आ जाए. एक अन्य ने लिखा, ऐसा टॉयलेट-सिंक कॉम्बो मैंने सिर्फ जेल में देखा था.
बड़े शहरों में छोटे अपार्टमेंट्स का बढ़ता ट्रेंड (New York apartment)
न्यूयॉर्क जैसे शहरों में स्पेस की भारी कमी के कारण लोग छोटे अपार्टमेंट्स में रहने को मजबूर हैं. इस तरह के स्पेस-सेविंग डिज़ाइन अब आम होते जा रहे हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या इतने ऊंचे किराए पर ऐसी असुविधाजनक जगह मिलना सही है?
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![AliExpress-से-मंगवाई-थी-ड्रिल-मशीन,-पैकेज-खोला-तो-निकली-ऐसी-चीज,-सोशल-मीडिया-पर-उड़ा-मजाक](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/lj5j35gg_asd_625x300_03_February_25.jpeg?im=FeatureCrop,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
ऑनलाइन शॉपिंग में धोखाधड़ी की घटनाएं आम होती जा रही हैं. यूं तो ऑनलाइन खरीदारी करने के अपने जोखिम होते हैं. जहां ज्यादातर लोगों को आर्डर किया हुआ सामान मिल जाता है, वहीं कुछ लोगों के पैकेज में ऐसी अजीबोगरीब चीजें निकलती हैं, जिन्हें देखकर होश उड़ना लाजिमी है. हाल ही में ऐसा ही कुछ हुआ एक अमेरिकी शख्स के साथ, जिसके बारे में जानने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स कह रहे हैं कि, भाई के साथ गजब की टप्पेबाजी हो गई.
दरअसल, हाल ही में अमेरिका के जॉर्जिया में रहने वाले 68 वर्षीय Sylvester Franklin के साथ एक अनोखा फ्रॉड हुआ. उन्होंने नवंबर में AliExpress से एक ड्रिल मशीन और प्रेशर वॉशर का ऑर्डर दिया था, जिसकी कीमत मात्र $40 (करीब 3,300 रुपये) थी, लेकिन जब दिसंबर में डिलीवरी आई और उन्होंने पैकेज खोला, तो वह चौंक गए. अंदर ड्रिल मशीन के बजाय उसकी एक प्रिंटेड तस्वीर और एक स्क्रू निकला.
ऑर्डर किया ड्रिल, मिला सिर्फ फोटो
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Franklin को यह देखकर गहरा झटका लगा. उन्होंने तुरंत रिफंड के लिए वेबसाइट से संपर्क किया, लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं मिला. उन्होंने कहा, मैंने 40 डॉलर खर्च किए, लेकिन बदले में सिर्फ एक तस्वीर और एक स्क्रू मिला. यह बिल्कुल गलत है. मैं तुरंत रिफंड की मांग कर रहा हूं, लेकिन कोई जवाब नहीं आ रहा. Franklin ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, यह बहुत ही खराब अनुभव था और कोई भी व्यक्ति ऐसी धोखाधड़ी का शिकार नहीं होना चाहता.
सोशल मीडिया पर वायरल हुई घटना
जब यह खबर सामने आई, तो सोशल मीडिया पर Franklin का मजाक उड़ने लगा. कई यूजर्स ने इसप र मजेदार कमेंट्स किए. एक यूजर ने लिखा, मैंने पिछले महीने 1.09 डॉलर में Ferrari की फोटो मंगवाई थी, लेकिन उन्होंने असली Ferrari भेज दी. दूसरे यूजर ने तंज कसा, सबसे बड़ा धोखा तो Franklin को ये लगा कि वह 42 डॉलर में असली ड्रिल और प्रेशर वॉशर मिलने की उम्मीद कर रहे थे. वहीं, कुछ लोगों ने इस घटना को एक आम ऑनलाइन स्कैम बताया और कहा कि ऐसी धोखाधड़ी eBay और Facebook Marketplace पर भी देखने को मिलती है.
AliExpress पर धोखाधड़ी के कई मामले
AliExpress, जो कि चीन की बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी Alibaba का हिस्सा है, अक्सर ग्राहकों से धोखाधड़ी के मामलों को लेकर विवादों में रहता है. Better Business Bureau (BBB) की रिपोर्ट के अनुसार, AliExpress की रेटिंग D है और इस पर 1,131 शिकायतें दर्ज हैं. Franklin के साथ जो हुआ, वह ऑनलाइन खरीदारी में सावधानी बरतने की सीख देता है.
ऑनलाइन शॉपिंग में सावधानी जरूरी
अगर आप भी ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें: -
- बहुत सस्ते ऑफर्स से बचें- जो डील बहुत अच्छी लगती है, वह अक्सर फ्रॉड होती है.
- सिक्योर वेबसाइट से खरीदारी करें- भरोसेमंद प्लेटफॉर्म और विक्रेताओं को ही चुनें.
- रिव्यू और रेटिंग जरूर देखें- प्रोडक्ट और सेलर की रेटिंग और ग्राहक समीक्षाएं पढ़ें.
- पेमेंट सुरक्षित मोड से करें- हमेशा क्रेडिट कार्ड या COD का विकल्प चुनें.
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![वन-क्षेत्र-कम-करने-के-लिए-केंद्र,-राज्य-सरकारें-कोई-कदम-नहीं-उठाएंगी-:-सुप्रीम-कोर्ट](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/umeegdr_india_625x300_04_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को केंद्र और राज्यों को अगले आदेश तक ऐसा कोई भी कदम उठाने से रोक दिया, जिससे वन क्षेत्र कम हो. न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति के विनोद चंद्रन की पीठ 2023 के वन संरक्षण कानून में संशोधन के खिलाफ याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी.
पीठ ने कहा, ‘‘हम ऐसी किसी भी चीज की अनुमति नहीं देंगे, जिससे वन क्षेत्र में कमी आए. हम निर्देश देते हैं कि अगले आदेश तक केंद्र और कोई भी राज्य ऐसा कदम नहीं उठाएगा, जिससे वन भूमि में कमी आए, जब तक कि केंद्र और राज्य द्वारा प्रतिपूरक भूमि उपलब्ध नहीं कराई जाती....
केंद्र की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने कहा कि वह इस मामले में दायर याचिकाओं पर तीन सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करेंगी. भाटी ने कहा कि अगली सुनवाई से पहले अदालत के समक्ष एक वस्तु स्थिति रिपोर्ट भी पेश की जाएगी.
मामले में पेश हुए एक वकील ने कहा कि दलीलें पूरी हो चुकी हैं और याचिकाओं में उठाया गया मुद्दा 2023 के वन संरक्षण कानून में संशोधन से संबंधित है. पीठ ने सुनवाई चार मार्च के लिए तय की है.
पिछले साल फरवरी में, शीर्ष अदालत ने इस निवेदन का संज्ञान लिया था कि वन संरक्षण पर 2023 के संशोधित कानून के तहत वन की परिभाषा में लगभग 1.99 लाख वर्ग किलोमीटर वन भूमि को ‘‘वन के दायरे से बाहर रखा गया है और इसे अन्य उद्देश्यों के लिए उपलब्ध कराया गया है.
पीठ ने कहा कि वन भूमि पर चिड़ियाघर खोलने या ‘‘सफारी शुरू करने के किसी भी नए प्रस्ताव को अब उच्चतम न्यायालय की मंजूरी की आवश्यकता होगी. पीठ ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को 31 मार्च, 2024 तक अपने अधिकार क्षेत्र में वन भूमि का विवरण केंद्र को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
शीर्ष अदालत ने कहा कि पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले ‘‘वन जैसे क्षेत्र, अवर्गीकृत वन भूमि और सामुदायिक वन भूमि के बारे में सभी विवरण पिछले साल 15 अप्रैल तक अपनी वेबसाइट पर डाल देगा.
![दिल्ली-में-पार्कों-सार्वजनिक-स्थानों-को-पार्किंग-बनाने-के-मामले-पर-निगरानी-समिति-ने-SC-से-क्या-की-सिफारिश](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/ls0idpl8_india_625x300_04_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
सुप्रीम कोर्ट की निगरानी समिति ने सुप्रीम कोर्ट से की सिफारिश. वैकल्पिक रूप से, भविष्य में वाहनों के पंजीकरण को प्रति परिवार केवल एक कार तक सीमित करने किया जाए या किसी नए वाहन की बिक्री इस बात पर निर्भर हो कि खरीदार के पास समर्पित पार्किंग स्थान है या नहीं, सुप्रीम कोर्ट को करना है रिपोर्ट पर विचार.
2006 में शीर्ष अदालत द्वारा गठित तीन सदस्यीय निगरानी समिति द्वारा प्रस्तुत नवीनतम रिपोर्ट में ये सिफारिशें शामिल हैं. पैनल को दिल्ली के आवासीय क्षेत्रों में अवैध अतिक्रमण और वाणिज्यिक परिसरों की सीलिंग के संबंध में नगरपालिका कानूनों के कार्यान्वयन की देखरेख करने का काम सौंपा गया है.
पैनल ने एमसी मेहता मामले के हिस्से के रूप में जस्टिस अभय एस ओक की अध्यक्षता वाली पीठ को अपनी रिपोर्ट सौंपी. अपनी रिपोर्ट में पूर्व नौकरशाह भूरे लाल, विजय छिब्बर और एसपी झिंगोन के पैनल ने कहा है कि हालांकि पार्किंग का मुद्दा उनके दायरे में नहीं आता है, लेकिन राजधानी में पार्किंग मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए, उन्हें ये कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा.
निगरानी समिति ने अनुरोध किया कि यह अदालत संबंधित अधिकारियों को एक योजना अपनाने के लिए निर्देश जारी कर सकती है, जिसके तहत नए वाहनों की बिक्री केवल उन खरीदारों तक सीमित हो, जिनके पास अपनी समर्पित पार्किंग जगह है.
वैकल्पिक रूप से संबंधित अधिकारी ऐसी योजना अपनाएं जिसके तहत नए वाहनों का पंजीकरण प्रति परिवार एक तक सीमित हो. जमीनी हकीकत को समझने के लिए समिति ने दिल्ली मास्टर प्लान 2021 (एमपीडी-2021) और एकीकृत भवन उपनियम (यूबीबीएल), 2016 के कार्यान्वयन का पता लगाने के लिए उत्तर, मध्य और पश्चिम क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले राजधानी के स्थानों का औचक दौरा किया.
पैनल ने कहा कि इन क्षेत्रीय दौरों के दौरान एक लगातार यह देखा गया कि सार्वजनिक स्थानों, विशेष रूप से व्यावसायिक रूप से उपयोग की जाने वाली संपत्तियों के सामने फुटपाथों पर बड़े पैमाने पर अनधिकृत अतिक्रमण हो रहे हैं, जिससे जनता के चलने के लिए मुश्किल से ही कोई जगह बचती है.
![कुछ-कुछ-होता-है...राहुल-अंजलि-की-शादी-में-फैला-ऐसा-रायता,-थाने-में-लेने-पड़े-सात-फेरे](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/5gs3cik_marriage-in-surat-police-station_625x300_04_February_25.jpg?im=FaceCrop,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
Marriage In Surat Police Station: सूरत में एक अनोखा मामला सामने आया है, जो कुछ हद तक कुछ-कुछ होता है जैसा फिल्मी सीन क्रिएट कर रहा था. दरअसल, यहां राहुल और अंजलि की शादी टूटने की कगार पर थी. बताया जा रहा है कि, शादी के दौरान खाने को लेकर हुए विवाद ने दूल्हा-दुल्हन की तक़दीर ही बदल दी, लेकिन जब परिवारों में मामला बिगड़ा, तो पुलिस ने खुद मामले को संभालते हुए शादी (wedding ritual) पूरी करवाई....वो भी थाने में.
शादी के बीच खाना बना विवाद का कारण (wedding food shortage)
सूरत के वराछा इलाके में रविवार को एक शादी के दौरान हंगामा मच गया. बिहार के रहने वाले राहुल प्रमोद महतो (Rahul Pramod Mahto) और अंजलि कुमारी (Anjali Kumari) की शादी लक्ष्मी हॉल में हो रही थी. सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन जैसे ही रिश्तेदारों को खाना परोसा गया, दूल्हे के परिवार ने खाने की कमी को लेकर नाराजगी जता दी. इस छोटी-सी बात ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि दूल्हे के परिवार ने शादी तोड़ने का ऐलान कर दिया.
दुल्हन ने पुलिस से लगाई गुहार (Varachha wedding incident)
अपने सपनों की शादी को टूटता देख दुल्हन अंजलि और उसके परिवार ने तुरंत पुलिस की मदद ली. डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) आलोक कुमार ने बताया कि लड़की का कहना था कि राहुल शादी के लिए तैयार हैं, लेकिन उनका परिवार नहीं मान रहा. ऐसे में पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया और विवाद को शांत कराने की कोशिश की.
थाने में बनी अनोखी बारात (Couple Gets Married At Police Station)
काफी समझाने-बुझाने के बाद दूल्हे का परिवार शादी के लिए मान गया. हालांकि, दुल्हन को डर था कि शादी हॉल में फिर से झगड़ा हो सकता है. ऐसे में पुलिस ने बड़ा दिल दिखाते हुए थाने में ही शादी की अंतिम रस्में पूरी करने की अनुमति दे दी. पुलिस की मौजूदगी में दूल्हा-दुल्हन ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई और शादी संपन्न हुई.
पुलिस की अनोखी पहल हुई वायरल (Marriage In Surat Police Station)
इस अनोखी शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. लोग पुलिस के इस कदम की जमकर तारीफ कर रहे हैं. DCP आलोक कुमार ने कहा, हमने लड़की के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सकारात्मक रवैया अपनाया और उनकी शादी पूरी करवाई. इस घटना ने दिखाया कि प्यार के आगे कोई भी बाधा नहीं टिक सकती, चाहे वो खाने को लेकर झगड़ा हो या परिवार की नाराजगी और हां, कभी-कभी पुलिस सिर्फ कानून नहीं संभालती, बल्कि रिश्तों को भी बचाती है.
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![VIDEO:-नहर-में-फंसे-अजगर-को-खींच-रहा-था-शख्स,-पूंछ-पकड़ते-ही-हो-गया-कांड](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/98sejsa_man-pulls-python_625x300_03_February_25.jpeg?im=FeatureCrop,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
Man Pulls Giant Python From Canal With Bare Hands: सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स बाघ का करेजा दिखाते हुए अजगर को नहर से निकालते हुए नजर आ रहा है. यह नजारा किसी गांव के नजदीक की नहर का है, जहां गांववालों की नजर नहर में तैरते अजगर पर पड़ती है, जिसे देखकर वहां मौजूद हर कोई हक्का-बक्का रह जाता है, जिसके बाद उन में से एक शख्स आगे आता है और हाथ से ही अजगर को नहर से बाहर निकालते हुए रेस्क्यू करता है. पीछे खड़े लोग बस शख्स को यह खतरनाक काम करते हुए निहार रहे होते हैं. इंटरनेट पर अब यही वीडियो धड़ल्ले से वायरल हो रहा है. बीते दिनों भी एक ऐसे ही विशालकाय अजगर का वीडियो वायरल हुआ था, जो शिकार के चक्कर में खुद की ही जान गवां बैठा था.
कैसे हुआ खतरनाक अजगर का रेस्क्यू? (man pulls python)
यह वीडियो इंस्टाग्राम पर Vishal Snake Saver नाम के यूजर द्वारा शेयर किया गया, जिसने अब तक 36 मिलियन से ज्यादा व्यूज हासिल कर लिए हैं. लोग इस शख्स की बहादुरी देखकर हैरान हैं और इसे स्नेक मैन कहकर बुला रहे हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि यह शख्स नहर के किनारे धीरे-धीरे विशाल अजगर के पास पहुंचता है. अजगर पूरी तरह से पानी में कुंडली मारकर बैठा हुआ था और जैसे ही आदमी पास गया, उसने हमला करने की कोशिश की, लेकिन यह बहादुर व्यक्ति बिना घबराए बेहद सावधानी से उसे पकड़ने की कोशिश करता है. अजगर बार-बार अपने जबड़े से वार करता है, लेकिन यह व्यक्ति पूरी कुशलता के साथ उसके हर हमले से बचते हुए उसे बाहर निकाल लेता है. कुछ देर की मशक्कत के बाद, वह अपने मजबूत पकड़ और सटीक मूवमेंट्स की मदद से इस विशाल अजगर को सुरक्षित तरीके से नहर से बाहर निकालने में कामयाब हो जाता है.
यहां देखें वीडियो
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इंटरनेट पर कैसी रही लोगों की प्रतिक्रिया? (Python Rescue)
इस वीडियो ने इंटरनेट यूजर्स को हैरान कर दिया है. कुछ लोगों ने इस शख्स की बहादुरी की जमकर तारीफ की, तो कुछ ने इसे बेहद खतरनाक बताया. एक यूजर ने कमेंट किया, मैं तो एक छोटे से छिपकली को देखकर डर जाता हूं और यह आदमी इतनी बहादुरी से विशाल अजगर को पकड़ रहा है. सलाम है इसे. दूसरे यूजर ने लिखा, अगर मैं वहां होता, तो मैं अपनी जान बचाने के लिए उल्टी दिशा में भाग जाता. यह इंसान सच में सुपरहीरो है. वहीं, कुछ यूजर्स ने चिंता भी जताई और लिखा कि इस तरह से अजगर को पकड़ना बेहद जोखिम भरा हो सकता है. एक यूजर ने कहा, इस तरह अजगर को खींचना सही तरीका नहीं हो सकता, यह बेहद खतरनाक हो सकता था.
वीडियो क्यों हुआ वायरल? (Ajgar Ko Nahar Se Nikaalne Ka Video)
यह वीडियो सिर्फ अजगर रेस्क्यू की वजह से नहीं बल्कि इस शख्स की गजब की हिम्मत, आत्मविश्वास और एक्सपर्ट हैंडलिंग के कारण भी चर्चा में बना हुआ है. लोग इसे बार-बार देख रहे हैं और इसके साहस को सराह रहे हैं.
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![सपा-सांसद-जया-बच्चन-का-विवादित-बयान,--महाकुंभ-में-नदी-में-फेंके-गए-शव,-इससे-जल-हुआ-दूषित](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/86ktb26o_india_625x300_04_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
महाकुंभ भगदड़ मामले में समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कुंभ में पानी सबसे ज्यादा प्रदूषित है. भगदड़ में मरने वाले लोगों के शव नदी में फेंके गए हैं, इससे पानी दूषित हो गया है. यही पानी वहां लोगों तक पहुंच रहा है, इस पर कोई सफाई नहीं दे रहा है. देश के असली मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा, कुंभ में आने वाले आम लोगों को कोई खास सुविधा नहीं मिल रही है, उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं है. वीवीआईपी आते हैं, तो उनको हर सुविधा दी जाती है. लेकिन, आम आदमी की सुविधा का ध्यान नहीं रखा जा रहा है.
कुंभ में करोड़ों लोगों के स्नान पर सपा सांसद ने कहा कि वे झूठ बोल रहे हैं कि करोड़ों लोग उस जगह पर आए हैं, किसी भी समय इतनी बड़ी संख्या में लोग कैसे वहां इकट्ठा हो सकते हैं. मैं मीडिया से आग्रह करूंगी कि वह आम आदमी की आखिरी उम्मीद है. महाकुंभ में क्या हुआ. इसकी तस्वीर को दुनिया के सामने लाए. कुंभ में हजारों लोग चले गए. सरकार को सच्चाई जनता बतानी होगी.
महाकुंभ भगदड़ मामले में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि आज हमारी एक ही मांग थी कि कुंभ में लोगों की मौत के लिए सरकार जवाद दे. इसलिए हमने महाकुंभ पर विशेष चर्चा की मांग की, लेकिन सरकार ने हमारी मांगों पर बुलडोजर चला दिया. लोगों की न्याय की जो गुहार पर सरकार ने बुलडोजर चलाने का काम किया है.
सरकार कुंभ में लोगों की मौतों का सही आंकड़ा नहीं दे रही है. देश की जनता से आंकड़ा छिपाया जा रहा है. कुंभ का विषय बेहद महत्वपूर्ण है. इसे लेकर पूरी जांच होनी चाहिए. हम सदन में नोटिस देते हैं, लेकिन उसे ठुकरा दिया जाता है. उन्होंने कहा कि हम महाकुंभ वाले मामले को आगे भी उठाते रहेंगे.
![वन्यजीवन-की-ममता,-बेबी-गैंडा-का-ख्याल-रखती-मां-की-अनमोल-तस्वीर-हुई-वायरल](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/pc847vog_viral-video_625x300_04_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
भारतीय वन सेवा (Indian Forest Services-IFS) अधिकारी परवीन कासवान (Parveen Kaswan) ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर जंगल की अनमोल झलक साझा की है. इस बार उन्होंने एक सींग वाले गैंडे की मां और उसके नवजात बच्चे (newborn calf) की दिल छू लेने वाली तस्वीर साझा की, जिसने इंटरनेट पर हलचल मचा दी है. उनकी यह तस्वीर प्रकृति के प्रति जागरूकता बढ़ाने और वन्यजीवों की सुरक्षा के महत्व को उजागर करने का एक बेहतरीन उदाहरण है. यह पोस्ट न केवल एक (गैंडा) मां की ममता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि जीव-जंतुओं की दुनिया में भी परिवार और सुरक्षा का कितना महत्व होता है.
मां की ममता और सुरक्षा का अनोखा उदाहरण
यह तस्वीर कासवान ने गश्त के दौरान खींची, जिसमें एक मां (गैंडा) अपने कुछ दिनों के नवजात बच्चे के साथ नज़र आ रही है. इस पोस्ट को साझा करते हुए उन्होंने लिखा, यह कुछ दिनों का बच्चा और उसकी एक सींग वाली मां. कल गश्त के दौरान मेरे द्वारा खींची गई उनकी तस्वीर. जन्म के बाद मां करीब 3 साल तक बच्चे की देखभाल करती है, उसे पोषण देती है और जीवन के जरूरी कौशल सिखाती है. कासवान की यह पोस्ट देखते ही देखते वायरल हो गई और वन्यजीवन प्रेमियों से लेकर आम लोगों तक, सभी इसे सराह रहे हैं.
यहां देखें पोस्ट
This few days old calf and one horned rhino mother was photographed by me yesterday while on patrolling. After birth, the mother stays close, protecting and nursing the calf for up to 3 years. He will learn all life skills from the mother. pic.twitter.com/BXKsNOTQ6U
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) February 3, 2025प्राकृतिक दुनिया की अनमोल झलक
परवीन कासवान सोशल मीडिया पर अपने वन्यजीवन संरक्षण से जुड़े पोस्ट्स के लिए जाने जाते हैं. वह अक्सर हाथियों के झुंड की यात्राओं से लेकर दुर्लभ जीवों की रोचक जानकारियां साझा करते रहते हैं. उनकी यह तस्वीर भी प्रकृति के अद्भुत संतुलन और मां की ममता को दर्शाती है. एक सींग वाले गैंडे भारत में खासतौर पर असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाते हैं और इन्हें संरक्षित प्रजातियों में गिना जाता है. इनकी मां अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकती है और जरूरत पड़ने पर शेर या बाघ जैसे शिकारियों से भी भिड़ जाती है.
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![नए-कानून-के-तहत-CEC-और-EC-की-नियुक्ति-के-खिलाफ-दायर-याचिकाओं-पर-12-फरवरी-को-सुनवाई](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/gdemneb8_supreme-court_625x300_04_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को 2023 के कानून के तहत मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) और चुनाव आयुक्तों (ईसी) की नियुक्ति के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुनवाई के लिए 12 फरवरी की तारीख तय की. न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति एन. कोटिश्वर सिंह की पीठ ने कहा कि वह इस मुद्दे पर गुण-दोष के आधार पर और अंतिम रूप से फैसला करेगी.
‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स नामक एनजीओ की ओर से पेश हुए वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि मामला चार फरवरी को सूचीबद्ध किया गया था लेकिन अन्य मामलों के कारण इस पर सुनवाई होने की संभावना नहीं है.भूषण ने 18 फरवरी को मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार की सेवानिवृत्ति का हवाला देते हुए कहा कि इस मामले पर तत्काल सुनवाई की आवश्यकता है क्योंकि यह संविधान पीठ के 2023 के फैसले के अंतर्गत आता है.
उन्होंने कहा कि 2023 के फैसले में कहा गया है कि चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति केवल सरकार द्वारा नहीं बल्कि प्रधानमंत्री, नेता प्रतिपक्ष और भारत के प्रधान न्यायाधीश वाली एक स्वतंत्र समिति द्वारा की जाए, अन्यथा यह चुनावी लोकतंत्र के लिए खतरा होगा.भूषण ने कहा, वे एक अधिनियम लेकर आए हैं जिसके तहत उन्होंने प्रधान न्यायाधीश को समिति से हटा दिया है और दूसरे मंत्री को ले आए हैं, जिससे प्रभावी रूप से आयुक्तों की नियुक्ति केवल सरकार की इच्छा पर निर्भर हो गई है. संविधान पीठ ने ठीक यही कहा है कि यह समान अवसर और हमारे चुनावी लोकतंत्र के खिलाफ है. चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए आपको एक स्वतंत्र समिति की आवश्यकता है.
याचिकाकर्ता कांग्रेस की जया ठाकुर की ओर से पेश हुए अधिवक्ता वरुण ठाकुर ने कहा कि उन्होंने केंद्र को यह निर्देश देने के लिए याचिका दायर की है कि मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति संविधान पीठ के दो मार्च, 2023 के फैसले के अनुसार की जानी चाहिए.उच्चतम न्यायालय के दो मार्च, 2023 के फैसले में कहा गया था कि चुनाव आयुक्तों और मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति कार्यपालिका के हाथों में छोड़ना देश के लोकतंत्र के स्वास्थ्य, और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए हानिकारक होगा.
केंद्र की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भूषण की दलील और अंतरिम आदेश के उनके अनुरोध का विरोध किया. मेहता ने कहा कि न्यायालय की एक अन्य पीठ ने अंतरिम आदेश पारित करने से इनकार कर दिया है.उन्होंने कहा कि केंद्र इस मामले में बहस के लिए तैयार है और अदालत इस मामले की अंतिम सुनवाई तय कर सकती है.
![CBI-ने-त्रिपुरा-चिटफंड-मामले-में-2013-से-फरार-आरोपी-को-भिवंडी-से-गिरफ्तार-किया](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/r6mu96pg_cbi_625x300_04_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
सीबीआई ने सोमवार को त्रिपुरा चिटफंड घोटाला मामले में लगभग 12 वर्षों से फरार एक आरोपी को महाराष्ट्र के ठाणे में भिवंडी से गिरफ्तार किया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि विकास दास 2013 से फरार था और उसकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने पर 20,000 रुपये का इनाम रखा गया था.
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि आरोप है कि सूचना रियल प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और दास सहित इसके निदेशकों ने अधिक मुनाफा का वादा करके सैकड़ों निवेशकों से धन एकत्र किया था, लेकिन कंपनी ने शिकायतकर्ता और अन्य निवेशकों को परिपक्वता राशि का भुगतान किए बिना 2012 में अपना कार्यालय बंद कर दिया.
विशेष न्यायाधीश, CBI, अगरतला ने आरोपी को 16 अगस्त 2024 को घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) करार दिया था और उसके खिलाफ वारंट जारी किया था. CBI ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए ₹20,000/- का इनाम भी घोषित किया था.
तकनीकी निगरानी और लगातार प्रयासों के बाद, CBI ने बिकाश दास को 03 फरवरी 2025 को भिवंडी से गिरफ्तार किया. CBI ने 15 मार्च 2023 और 7 मार्च 2023 को दो मामले दर्ज किए थे, जिसमें बिकाश दास भी आरोपी है. वह सुछना रियल प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी का निदेशक था.
पहला मामलायह मामला मूल रूप से थाना कमलपुर, त्रिपुरा में 28 जून 2013 को दर्ज हुआ था. इसे 15 मार्च 2023 को CBI ने रीरजिस्टर किया था
आरोप है कि सुछना रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड और इसके निदेशकों (जिसमें बिकाश दास भी शामिल था) ने सैकड़ों निवेशकों से ऊंचे रिटर्न का वादा कर पैसे लिए, लेकिन 2012 में ऑफिस बंद कर दिया और निवेशकों को उनका पैसा नहीं लौटाया. कंपनी ने लगभग ₹6,60,000/- की धोखाधड़ी की थी. मामले की जांच के बाद, CBI ने 21 जनवरी 2025 को बिकाश दास, सुजीत दास और कंपनी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की.
दूसरा मामलायह मामला पहले थाना तेलियामुरा, जिला खोवाई, त्रिपुरा में 16 मई 2013 को दर्ज हुआ था. CBI ने इसे 7 मार्च 2023 को री रजिस्टर किया. इस मामले की जांच अभी भी जारी है.
![PM-मोदी-12-फरवरी-को-जाएंगे-अमेरिका,-राष्ट्रपति-डोनाल्ड-ट्रंप-से-करेंगे-मुलाकात-:-सूत्र](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/rk0ie17s_narendra-modi-donald-trump-modi-trump-afp_625x300_13_November_24.jpeg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 फरवरी से अमेरिका की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे, जहां वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्यापक वार्ता करेंगे. मामले के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि योजना के अनुसार मोदी पेरिस की अपनी दो दिवसीय यात्रा समाप्त करने के बाद वाशिंगटन डीसी जाएंगे.
ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति बनने के बाद यह प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी. ट्रंप प्रशासन के दूसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में आने के कुछ ही सप्ताह के भीतर द्विपक्षीय यात्रा पर वाशिंगटन डीसी जाने वाले मोदी कुछ चुनिंदा विदेशी नेताओं में शामिल होंगे.
ट्रंप की जीत के बाद पीएम की पहली द्विपक्षीय यात्रानवंबर में अपनी शानदार चुनावी जीत के बाद 20 जनवरी को ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद संभालने के बाद यह प्रधान मंत्री की अमेरिका की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी. ट्रम्प प्रशासन के सत्ता में आने के कुछ ही हफ्तों के भीतर द्विपक्षीय यात्रा पर वाशिंगटन डीसी की यात्रा करने वाले मुट्ठी भर विदेशी नेताओं में मोदी भी शामिल होंगे.हालाँकि, मोदी की यात्रा पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. पिछले हफ्ते, विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा था कि नई दिल्ली पीएम मोदी की अमेरिका की जल्दी यात्रा के लिए वाशिंगटन के साथ काम कर रही है.प्रधानमंत्री 10 और 11 फरवरी को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्शन शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पेरिस की यात्रा कर रहे हैं.
टैरिफ और आव्रजन मुद्दों पर होगी पीएम मोदी की चिंतामोदी की अमेरिका यात्रा आव्रजन और टैरिफ पर अमेरिकी राष्ट्रपति के दृष्टिकोण को लेकर भारत में चिंताओं की पृष्ठभूमि में हो रही है. राष्ट्रपति ट्रम्प ने रविवार को कनाडाई और मैक्सिकन आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ के साथ-साथ चीनी सामानों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त कर लगाने की घोषणा की.
27 जनवरी को फोन पर बातचीत के दौरान मोदी और ट्रंप ने व्यापार, ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्रों में भारत-अमेरिका सहयोग को बढ़ावा देने पर ध्यान देने के साथ एक विश्वसनीय साझेदारी की दिशा में काम करने की इच्छा जताई थी. फोन पर बातचीत के बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रंप ने भारत द्वारा अमेरिका निर्मित सुरक्षा उपकरणों की खरीद बढ़ाने और निष्पक्ष द्विपक्षीय व्यापार संबंधों की ओर बढ़ने के महत्व पर जोर दिया.
इसमें कहा गया, दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी और इंडो-पैसिफिक क्वाड साझेदारी को आगे बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया, भारत इस साल के अंत में पहली बार क्वाड लीडर्स की मेजबानी करेगा. भारत ने पहले ही अमेरिका के साथ अपने ऊर्जा संबंधों, विशेषकर स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में विस्तार करने की इच्छा का संकेत दिया है.नई दिल्ली ने शनिवार को अपने परमाणु दायित्व कानून में संशोधन करने और परमाणु ऊर्जा मिशन स्थापित करने की योजना की घोषणा की, यह कदम मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले आया है. भारत के परमाणु क्षति के लिए नागरिक दायित्व अधिनियम, 2010 के कुछ खंड ऐतिहासिक नागरिक परमाणु समझौते के कार्यान्वयन में आगे बढ़ने में बाधा बनकर उभरे हैं, जो लगभग 16 साल पहले दोनों रणनीतिक साझेदारों के बीच तय हुआ था.
पता चला है कि भारत छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों (एसएमआर) में अमेरिका के साथ असैन्य परमाणु सहयोग की संभावना तलाश रहा है. अमेरिका स्थित होल्टेक इंटरनेशनल को विश्व स्तर पर एसएमआर के अग्रणी निर्यातकों में से एक माना जाता है और ऐसा समझा जाता है कि परमाणु ऊर्जा विभाग अमेरिकी फर्म के साथ कुछ सहयोग करने में रुचि रखता है.
![चंद-रुपयों-की-खातिर-जानबूझकर-चलती-कार-के-सामने-आ-गिरा-शख्स,-डैशकैम-ने-खोली-फर्जी-एक्सीडेंट-की-पोल](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/hdhookto_viral-video_625x300_04_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
Viral Dashcam Video From Bengaluru: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ऐसा चौंका देने वाला वीडियो सामने आया है, जो लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ हैरान भी कर रहा है. वायरल हो रहा यह वीडियो एक रोड एक्सीडेंट से जुड़ा है, लेकिन यह हादसा गलती से नहीं बल्कि खुद दुर्घटना का शिकार होने के लिए प्लान किया गया है, जिसे देखकर यकीनन आपका भी दिमाग झन्ना जाएगा कि, चंद रुपयों के खातिर लोग अपनी जान की परवाह किए बिना किसी भी हद तक गुजरने को तैयार रहते हैं. इस वीडियो से आप भी सतर्क हो सकते हैं, क्योंकि राह चलते लोगों को लूटने के लिए कुछ गिरोह ऐसी ही हरकतों को अंजाम दे रहे हैं. पढ़ें क्या है पूरा माजरा.
चलती कार के सामने आया शख्स (bengaluru man fakes accident video)
हाल ही में वायरल इस वीडियो में एक शख्स को फर्जी दुर्घटना को अंजाम देते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में साफ देखा सकता है कि, एक शख्स दौड़ते हुए आता है और फिर अचानक से जानबूझ कर चलती गाड़ी के सामने गिर जाता है. यही नहीं इसके बाद शख्स चोट लगने का ड्रामा भी करता है, ताकि गाड़ी चालक से अच्छा-खासा मुआवजा वसूला जा सके. बात यही खत्म नहीं होती इसके बाद बाइकसवार दो और शख्स वहां पहुंचते हैं और इस मनगढ़ंत हादसे का गवाह बनने की कोशिश करने लगते हैं. वो तो गनीमत रही कि कार में लगे डैशकैम में पूरी घटना कैद हो गई और इस लूट गिरोह का खुलासा हो गया.
यहां देखें वीडियो
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खुली फर्जी दुर्घटना की पोल (fake car accident)
वायरल हो रहा यह वीडियो कर्नाटक में बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड इलाके से सामने आया है, जो इन दिनों कई लोगों की आंखें खोल रहा है. इंस्टाग्राम पर इस वीडियो को सेफकार्स_इंडिया नाम के अकाउंट से पोस्ट किया गया है. वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है, पुलिस को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. प्रत्येक कार मालिक के पास एक डैशकैम होना चाहिए.
वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. वहीं कुछ यूजर्स ने फर्जी घटनाओं से बचने के लिए वाहनों में डैशकैम लगाने पर भी जोर दिया है. वीडियो देख चुके एक यूजर ने लिखा, पुलिस को बुलाओ, उन्हें सजा मिलनी चाहिए. दूसरे यूजर ने लिखा, घोटाले दिन पर दिन खूनी होते जा रहे हैं. डैशकैम के बिना रात में ड्राइविंग करना मुश्किल है.
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![महाकुंभ:-बसंत-पंचमी-पर-2.5-करोड़-ने-किया-अमृत-स्नान,-अब-तक-35-करोड़-श्रद्धालु-लगा-चुके-आस्था-की-डुबकी](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/eo8jbd38_kumbh_625x300_03_February_25.jpeg)
महाकुंभ के तीसरे अमृत स्नान बसंत पंचमी पर सोमवार तड़के से देश-दुनिया से लाखों की संख्या में लोग गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगाने आते रहे और शाम आठ बजे तक ढाई करोड़ से अधिक लोगों ने स्नान किया. मेला प्राधिकरण जारी आंकड़ों के मुताबिक, तीन फरवरी को शाम आठ बजे तक 2.57 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई. इसमें 10 लाख कल्पवासी भी शामिल हैं और 13 फरवरी से अभी तक महाकुंभ में 35 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं.
मेला प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि संगम घाट पर नागा साधु-संतों और आम श्रद्धालुओं के स्नान के दौरान हेलीकाप्टर से पुष्पवर्षा की गई. हर किसी ने अमृत स्नान का अलौकिक आनंद लिया और चारों ओर हर-हर गंगे का घोष सुनाई देता रहा.
सीएम योगी ने दी शुभकामनाएंउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए रविवार को ‘एक्स पर लिखा, ‘‘महाकुंभ में मां गंगा, यमुना और सरस्वती की दिव्य धाराओं में पवित्र अमृत स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई हो.
सूचना निदेशक शिशिर ने बताया कि योगी आदित्यनाथ लखनऊ में अपने आधिकारिक आवास पर प्रमुख सचिव (गृह) और डीजीपी के साथ बैठकर तड़के साढे तीन बजे से ही महाकुंभ में स्नान पर नजर रखे हुए थे.
उन्होंने कहा कि अखाड़ों का अमृत स्नान निर्विघ्न रूप से संपन्न हुआ और सभी 13 अखाड़ों के साधु-संतों ने दोपहर तक अमृत स्नान पूरा कर लिया.
इस ऐतिहासिक मौके पर संगम का तट भारतीय और विदेशी श्रद्धालुओं से भरा रहा.
मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के दौरान हुई भगदड़ की घटना में कम से कम 30 लोगों की मृत्यु हो गई थी, जबकि 60 लोग घायल हो गए थे.
दशाश्वमेध घाट पर बड़ी संख्या में लोगों ने किया स्नानसंगम तट पर भीड़ से बचने के लिए बहुत से लोगों ने दारागंज में दशाश्वमेध घाट पर स्नान किया. रायपुर से आई राम प्यारी ने ‘पीटीआई- भाषा से कहा, “इस भारी भीड़ में गंगा स्नान करना महत्वपूर्ण है. इसलिए हमने संगम जाने के बजाय यहां स्नान करना ठीक समझा.”
बसंत पंचमी पर मां सरस्वती का ध्यान कर 10 लाख कल्पवासियों ने भी संगम में डुबकी लगाई. महाकुंभ में 10 लाख से अधिक कल्पवासी महाकुंभ क्षेत्र में कल्पवास कर रहे हैं और आगामी माघी पूर्णिमा के स्नान के साथ उनका एक माह का कल्पवास पूरा होगा और वे अपने गंतव्य को रवाना होंगे.
पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से रहा मुस्तैदमहाकुंभ के अंतिम अमृत स्नान पर्व बसंत पंचमी पर मेला प्रशासन और पुलिस को “शून्य त्रुटि” के साथ सकुशल स्नान संपन्न कराने के मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है और एडीजी भानु भास्कर स्वयं मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण व्यवस्था को देख रहे हैं.
डीआईजी पुलिस (महाकुंभ) वैभव कृष्ण ने ‘पीटीआई-वीडियो को बताया कि 29 जनवरी की घटना के मद्देनजर अधिक भीड़ वाले स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की गई है तथा आज सबकुछ सुचारू ढंग से चल रहा है.
सरकार ने बसंत पंचमी पर ‘ऑपरेशन इलेवन भीड़ प्रबंधन की योजना लागू की. सरकार ने एक बयान जारी कर कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से सोमवार को एकल मार्ग की व्यवस्था लागू रही. वहीं, त्रिवेणी के घाटों पर अत्यधिक दबाव रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहे.
![नेपाल-के-वीडियो-को-महाकुंभ-का-बताकर-वायरल-किया-भ्रामक-पोस्ट,-8-के-खिलाफ-एफआईआर-दर्ज](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/aiojnuo_maha-kumbh_640x480_03_February_25.jpg)
महाकुंभ मेले को लेकर भ्रामक सूचना फैलाने को लेकर कोतवाली महाकुंभ नगर में सात ‘एक्स अकाउंट चलाने वाले व्यक्तियों और एक इंस्टाग्राम चलाने वाले व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस ने यह जानकारी दी. एसएसपी (कुंभ) राजेश द्विवेदी ने ‘पीटीआई-भाषा को बताया कि महाकुंभ मेले को लेकर भ्रामक सूचनाएं प्रसारित करने के लिए सात ‘एक्स अकाउंट और एक इंस्टाग्राम अकाउंट के संचालकों के खिलाफ कोतवाली थाने में अभियोग पंजीकृत किया गया है.
पुलिस के मुताबिक, ‘एक्स पर एक पोस्ट के जरिए यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि महाकुंभ 2025 यानी मौत का महाकुंभ है जिसमें भगदड़ कांड में एक ही परिवार से तीन लोगों की जान गई और परिजन ‘पोस्टमार्टम हाउस से कंधे पर शवों को लेकर जा रहे हैं.
कुंभ मेला पुलिस ने किया वीडियो सामग्री का खंडनइस वीडियो का सत्यापन करने पर यह नेपाल का पाया गया. इस वीडियो की सामग्री का खंडन भी कुंभ मेला पुलिस के अकाउंट से किया जा चुका है. यह भ्रामक पोस्ट करने वाले सात ‘एक्स अकाउंट के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है.
पुलिस के मुताबिक, टाइगर यादव की ‘आईडी से एक वीडियो पोस्ट किया गया, जिसमें नाट्य रूपांतरण करते हुए यह दिखाया जा रहा था कि कुंभ मेला में मृतकों के शवों को नदी में प्रवाहित कराया जा रहा है और जिनकी सांस चल रही है उनकी किडनी को निकाल कर उनके शवों को नदी में प्रवाहित करने की बात एक व्यक्ति द्वारा उक्त वीडियो में कही जा रही है.
सरकार के प्रति विद्वेष फैलाने का प्रयास: पुलिसपुलिस ने कहा कि इस प्रकार का भ्रामक वीडियो पोस्ट करके उत्तर प्रदेश सरकार की छवि धूमिल करने एवं आम जनमानस के मन में सरकार के प्रति विद्वेष फैलाने का प्रयास किया गया. इस वीडियो का संज्ञान लेकर सम्बंधित इंस्टाग्राम अकाउंट के विरुद्ध भी कोतवाली कुम्भ मेला में अभियोग पंजीकृत कराते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है.
![वन्यजीवों-के-अंगों-की-तस्करी-के-खिलाफ-सीबीआई-का-बड़ा-एक्शन,-चार-गिरफ्तार,-खाल-और-अंग-जब्त](https://www.ctetmocktesting.com/tet/img/hindi/2025/02/jtntfkd_wild-animal_625x300_03_February_25.jpeg?im=FeatureCrop,algorithm=dnn,width=1200,height=738)
सीबीआई की वन्यजीव अपराध इकाई ने वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (Wildlife Crime Control Bureau) के अधिकारियों के साथ मिलकर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. सीबीआई को इस कार्रवाई के दौरान वन्यजीवों के अवैध शिकार और उनके अंगों के अवैध व्यापार के बारे में पता चला है. सीबीआई ने सोमवार तड़के यह कार्रवाई की और कई जानवरों की खालों के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया.
जानकारी के मुताबिक, सीबीआई और WCCB के अधिकारियों ने हरियाणा के पिंजौर में इस कार्रवाई को अंजाम दिया. अधिकारियों ने एक वाहन को रोककर उसकी तलाशी ली तो उसमें से कई वन्यजीवों के अंग बरामद हुए.
अधिकारियों ने क्या बरामद किया?
- तेंदुए की खाल - 2
- तेंदुए के दांत - 9
- तेंदुए के पंजे - 25
- तेंदुए के जबड़े के टुकड़े - 3
- ऊदबिलाव की खाल - 3
- पैंगोलिन के छिलके
इस दौरान मौके से तीन आरोपियों पीरदास, वजीरा और राम दयाल को गिरफ्तार किया गया. वहीं रोहतास नाम के गिरोह के एक अन्य सदस्य को कालका रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया. गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 61(2) और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की धारा 40, 49, 49B, 51 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
गौरतलब है कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक आरोपी के खिलाफ नेपाल पुलिस ने पहले ही वन्यजीव अपराध के मामले में चार्जशीट दाखिल की है.
जांच में जुटी सीबीआईजब्त की गई सभी वन्यजीव सामग्री वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची-I में शामिल हैं, जो इन दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजातियों के शिकार और व्यापार पर सख्त रोक लगाती है और दोषियों के लिए कड़ी सजा का प्रावधान करती है.
CBI अब अवैध वन्यजीव तस्करी के इस नेटवर्क के स्रोत,सप्लाई चेन और पैसे के लेनदेन की गहराई से जांच कर रही है